जैसलमेर जिले के सम स्थित सोनलिया धोरे जीप सफारी के चलते आए दिन होने वाले हादसों के कारण खून से सुर्ख हो रहे हैं। देश-प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल सम सैंड ड्यून्स में रोमांचक जीप सफारी पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रही है, लेकिन सफारी में प्रयुक्त होने वाली गाडिय़ों की बेलगाम रफ्तार और चालकों की लापरवाही भरी ड्राइविंग अब हादसों की भी बड़ी वजह बनती जा रही है। बीते कुछ वर्षों में लगातार ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें तेज रफ्तार जीप पलट गई या रेत में फंसकर अनियंत्रित हो गई, जिससे पर्यटकों के हताहत होने की बुरी खबरें जब-तब सामने आती हैं। हादसों के ये कारण मुख्य जिम्मेदार - सम क्षेत्र में सीजन के समय दर्जनों की तादाद में वाहन हजारों पर्यटकों को सैकड़ों सफारी करवाते हैं। लेकिन इन वाहनों को चलाने वाले चालकों में प्रतिस्पर्धा के चलते कई बार रफ्तार जानलेवा हद तक बढ़ा दी जाती है। - रोमांच का लुत्फ उठाने आए पर्यटकों को पहले तो तेज रफ्तार में आनंद आता है, लेकिन थोड़ी सी चूक होने पर उनका सफर खतरे में बदल जाता है। - सफारी करवाने वाले चालक बिना सुरक्षा बेल्ट के ही जीपों को बेहद तेज रफ्तार से चला रहे हैं। कई बार देशी के साथ विदेशी पर्यटक भी इन हादसों का शिकार हो जाते हैं। - सम के लखमणा ड्यून्स में सफारी करवाई जाती है। वहां ऊंचे-ऊंचे टीलों से वाहन को एकदम से तेज गति के साथ नीचे उतारते समय गाडिय़ां फिसल कर पलट जाती हैं। चूंकि सैलानियों को इन टीलों में सफारी का पहले से कोई अनुभव नहीं होता, इसलिए वे भी ज्यादा सावधानी नहीं बरतते। - प्रशासन और पुलिस की ओर से सुरक्षा मानकों को लेकर दिशा-निर्देश तो जारी किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका पालन होता नजर नहीं आता। न तो चालकों के लिए नियमित प्रशिक्षण की व्यवस्था है और न ही वाहनों की तकनीकी जांच की कोई व्यवस्था है।