Sawan Shivratri 2025 Shivling Puja: शिवपुराण के अनुसार, शिवलिंग में जल चढ़ाने के बाद इन स्थानों का स्पर्श करने से भगवान शिव के साथ-साथ मां पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय जी आदि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इन स्थानों के बारे में…
00:00इंदु धर में श्रावन मास का खास महत्व है क्योंकि इस माह में शिव जी की पूजा करने से वो जरूर प्रसन होते हैं और सुख समृद्धी का आशिरवात देते आपको बता दें कि साल सावन महीने की शुरवात 11 जुलाई से हुई और इस बार कुल चार सावन सोमवार प�
00:30की प्राप्ति होती है आज हम आपको बताएंगे कि सावन शिव रात्री पर महिलाएं शिव लिंग में जल चड़ाने के बाद जरूर छुए ये तीन जगा हैं इससे हर दुख दर्द होगा दूर धन ऐश्वरया की होगी प्राप्ति आपको बता दें इस साल सावन शिव र
01:00लेकिन क्या आप जानती है कि शिव लिंग में जल चड़ाने के बाद इन तीन जगाओं को चूने से हर एक समस्या से निजात मिल जाती है और सुख समर्द्धी की प्राप्ति होती है आए जानते हैं महिलाओं को शिव लिंग के किन तीन इस्थानों को जरूर चूना चाहि�
01:30शिव लिंग के लिंग के चारो ओर के स्थान में मापरवती का वास होता है इसे मापरवती का हस्त कमल कहते हैं महिलाओं को जल चड़ाने के साथ साथ मापरवती के हस्त कमल को जरूर चूना चाहिए तीसरा स्थान जलाधारी के विपरीत भाग शिव पुरान के मताबिक महि
02:00जलाधारी के दाएं और गणेश बाएं और कार्ती के जलाधारी के बीच शिवजी की पुत्री अशोक सुंद्री और जलाधारी के गोलाकार हिस्से में मापार्वती का हस्त कमल है और आखिर में लिंग में भगवान शिव विराज़त है।
02:13इसके साथ आप ये भी जान लिजे कि सावन शिवरात्री पर जल चड़ाने का मूरत क्या है।
02:17इस साल 23 जुलाई को सावन शिवरात्री के दिन भगवान शिव को जल चड़ाने का समय ब्रह्म मूरत से ही शुरू हो जाता है।
02:24इस दिन ब्रह्म मूरत चार बचकर पंदरा मिनट से चार बचकर छपकर मिनट तक रहेगा।
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