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Sawan: सावन के महीने में नॉनवेज न खाने की परंपरा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि वैज्ञानिक कारणों पर भी आधारित है। इस वीडियो में जानिए क्यों सावन के दौरान मांसाहार से दूरी बनाए रखना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। कमजोर पाचन, बढ़े हुए बैक्टीरिया, और ब्रीडिंग सीजन जैसे कारणों को हम विस्तार से समझाते हैं। भगवान शिव की पूजा के इस पावन महीने में शरीर और मन की शुद्धता कैसे बनाए रखें जानिए पूरी जानकारी के साथ। वीडियो पसंद आए तो लाइक, शेयर और सब्सक्राइब ज़रूर करें। कमेंट में बताएं, आप सावन में क्या खास ध्यान रखते हैं?

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~HT.410~PR.250~ED.106~GR.122~

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Transcript
00:00सावन में क्यों नहीं खाते नौन वेज
00:04धार्मिक नहीं वैग्यानिक कारण पता करें
00:08आपके लिए कितना खतर्णार, कितना नुकसान
00:13सावन का महिना हिंदू धर में अत्यंत पावन और खास माना जाता है
00:20ये केवल धार्मिक द्रिष्टी से नहीं बलकि वैग्यानिक द्रिष्टी कौन से भी महत्वपून है
00:26इस महिने में बारिश का मौसम होता है जो वातवरन को सुन्दर और हरा भरा बना देता है
00:32लेकिन इस मौसम में सेहत से जुड़ी कई साफधानियों का पालन करना ज़रूरी होता है
00:39यही कारण है कि इस समय नौन्वेज यानि की मानसाहारी भोजन खाने से परहेज करने की परमपरा है
00:46इस परमपरा के पीछे धार्मिक मान्यताओं के साथ साथ वैज्यानिक कारण माजूद है
00:52धार्मिक दिश्टिकोंड से सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है
00:57इस दोरान लोग शिवजी की अराधना करते हैं वरत रखते हैं और खुद को पवित्र बनाए रखने का प्रयास करते हैं
01:05मानसाहारी भूजन को तामसिक प्रवरिती का माना जाता है जो पूजा पाठ और आध्यात्मिक साधना में विध न डाल सकता है
01:14यही कारण है कि लोग सावन में नौन वेज़ खाने से बचते हैं ताकि उनका तन और मन दोनों शुद्ध रहे और भगवान शिव की कृपा प्राप्त हो
01:25वैग्यानिक नजरिय से भी इस दोरान नौन वेज़ से परहीस करना फाइदे मंद है
01:30मौनसून के मौसम में धूप कम निकलती है जिससे शरीर की पाचन शक्ती कमजूर हो जाती है
01:37ऐसे समय में हैवी फूड जैसे की मांस, मचली या फिर अंडा पचाना मुश्किल होता है
01:43इससे पीटनी गैस, अपच और फूड पॉइसनिंग जैसी समस्याएं हो सकती है
01:49इसकलावस सावन का महीना जीव जन्तों के प्रेजनन का समय होता है
01:54ये मौसम ब्रेडिंग सीजन कहलाता है जिसमें अधिकतर जानवर प्रेकनेंट होते हैं
02:00ऐसे में उन जीवों को मार कर खाना ना केवल नैतिक रूप से अनुचित है
02:04बलके इससे हमारे शरीर पर भी नकरात्मक असर पड़ सकता है
02:09विशेश कर अगर मांस को सही तरीके से ना पकाया जाए
02:14सावन के मौसम में चारों और नमी बनी रहती है
02:17जो बैक्टीरिया और फंगल संक्रमन के पनपने का कारण बनती है
02:21इस वजह से मांसहारी भूजन जल्दी खराब होता है
02:25या उसमें हानिकारक बैक्टीरिया विक्सित होते हैं
02:29घास और पत्यां खाने वाले जानवरों के माध्यम से
02:32ये कीटानू मानव शरीर में पहुँच सकते हैं
02:35जिससे संक्रमन का खत्रा कई गुणा बढ़ जाता है
02:39विशिश रूप से कमजूर पाचन तंत्रवाले लोगों के लिए
02:43ये मौसम नौन वेज से दूरी बनाए रखने के लिए सही समय होता है
02:48इन तमाम धारमेक और वैज्ञाने कारणों को ध्यान में रखते हुए
02:52ये समझा जा सकता है कि सावन में नौन वेज से परहेज क्यों किया गया
02:56ये परंपरा केवल आस्था का प्रतीक नहीं बलकि स्वास्थे की दृष्टी से लाबकारी है
03:02इसलिए इस मौसम में शाकहारी भूजन अबनाना और स्वच्छता का विशेश ध्यान रखना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है

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