Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 6 days ago
Nimisha Priya case: केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टल गई है. निमिषा को यमन में अपने बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई गई है और उनका परिवार उन्हें बचाने की हर कोशिश कर रहा है. निमिषा की मां प्रेमा कुमारी उन्हें बचाने की कोशिश में यमन में हैं. लेकिन उनके और निमिषा के लिए एक बुरी खबर है मृतक तलाल के भाई ने ब्लड मनी लेने से इंकार कर दिया है और निमिषा को फांसी की सजा देने की मांग की है. निमिषा की मां प्रेमा कुमारी अपनी बेटी को बचाने की मुहिम के तहत पिछले साल भारत सरकार से स्पेशल परमिशन के बाद अप्रैल 2024 में यमन गई थीं और इतने दिनों में केवल दो बार अपनी बेटी से मिल पाई हैं. 'मैं निमिषा से 12 साल बाद मिली थी. 23 अप्रैल को दूतावास के अधिकारी के साथ मैं उससे मिलने गई थी. लेकिन मुझे ये भी डर था कि बेटी से मेरी मुलाकात हो भी पाएगी या नहीं.

#NimishaPriyacase #NimishaPriyaHangingPostponed #MuslimDharmguru #KanthapuramAPAbubakarMusliar #GrandMuftiofIndia #NimishaPiryaMother #NimishaPriyaDeathRow #NimishaPriyaKerala #WhatisBloodMoney #NimishaPriyaLawyer #NimishaPriyaNews #NimishaPriyalatestnews #nimishapriya #nimishapriyakeralanurse #nimishapriyaMurder #nimishapriyanewsinhindi #nimishapriyastory #whoisnimishapriya

~PR.89~HT.318~ED.276~GR.122~

Category

🗞
News
Transcript
00:01निमीशा प्रिया को सजाए मौत
00:03शरिया कानून में किसास के तहट सजाए मौत
00:07क्या होता है किसास, क्या है नियम
00:10यमन में भारत्य नर्स निमीशा प्रिया को मिली सजाए मौत की तारिक टली है
00:21लेकिन उन्हें माफी दिलाने की कोशिशें अब भी काम्याब नहीं हो सकी है
00:25निमीशा प्रिया को एक यमनी नागरीक और उनके बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई गई है
00:33ऐसा माना जा रहा था कि ब्लेड मनी के जरिये निमीशा की जान बच जाएगी लेकिन तलाल के भाई ने किसी भी तरह के समझोते से इंकार किया ना सिर्फ इंकार किया बल्कि सजा देने की मांग भी की
00:44तलाल के भाई अपदेल फतिह महाँदी ने अपने बयान में एक शब्ध का जिक्र क्या है किसास
00:51तो चली जानते ही शर्यकानुन में किसास क्या है और इसके नियम क्या है
00:55किसास एक अरवी शब्ध है इसका मतलब है प्रतिशोद या बद्लालेना
01:06इसलाम के मुताबिक किसास एक तरह की सजा है जो शारीरिक चोट से संबंदित अपराद करने वाले पुरुशों और महिलाओं दौनों पर लागू होती है
01:13आसान शब्दों में समझें तो जान के बदले जान और आँख के बदले आँख लेना यानि जितनी तकलिफ किसी को पहुँचाई जाए उसके बदले में अपराधी को भी उतनी ही तकलिफ मिले उससे ज्यादा या कम नहीं
01:26पेशे से बकील मुफ्ती उसामा नद्वी ने बीवीसी को दिये एक इंटर्व्यू में बताया
01:30किसास न्याय का इसलामी सिध्धान्त है जोसे ये सुनिश्चित किया जाता है कि जान बुझकर हत्या या जखमी करने की सजा बराबर और न्याय पूर्ण हो फिकह
01:40यानि इसलामी कानून की भाषा में इसकार्थ है इरादतन हत्या या गंभीर शारीरिक नुकसान के बदले में समान सजा देना वशर्ते इस प्रक्रिया में न्याय की सभी शर्तें पूरी हो
01:50वहीं मृतक तलाल के भाई अवदिल फताह ने बीबीसी अर्वी को दिये इंटर्व्यू में कहा
01:55कोई भी व्यक्तिकत या पेशेवर विवाज चाहे वह कितना भी गंभीर क्यों नहों इतनी क्रूर हत्या शब के टुकडे करने और उसे छिपाने को सही नहीं ठहरा सकता
02:06निमीशा और तलाल के बीच स्तंबंद पहले प्रोफेशनल थे जो बाद में ब्यापारिक साज़ेदारी में बदल गए और फिर उनका विवाह हुआ जो लगभख चार सालों तक चला हमें ना केवल इस प्रूर अपरात के कारन दर्धुआ बलकि लंबी और पीडा दायक का
02:36पेश करने और तथ्यों को तोड मरोड कर पेश करने का आरोप लगाया ऐसे में तलाल के भाई के इस बयान ने निमीशा प्रिया की मुश्किले बढ़ा दी है क्योंकि निमीशा प्रिया को बचाने की एक ही उमीध है और वो है तलाल का परिवार अगर तलाल का परिवार नि
03:06पहने बाद आप electr
03:11subscribe to 1ndia and never miss an update
03:15download the one India app now

Recommended