दिल्ली के एक दम बगल में गाजियाबाद में एक बंदा पूरी की पूरी फर्जी एंबेसी खोलकर बैठा था. इस बंदे का नाम है हर्षवर्धन जैन और ये कविनगर में एक बड़े से बंगले में फर्जी एंबेसी चला रहा था। खुद को एक साथ तीन-तीन देशों का एंबेसडर भी बताता था। और तो और लोग इसकी फर्जी एंबेसी में वीजा अप्लाई करने भी आते थे। उससे भी खतरनाक ये नीले रंग की नंबर प्लेट वाली कारों में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद जैसी जगहों पर घूम-घूमकर मजे भी लेता था और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई। आपको क्या लगता है हमें कॉमेंट में बताएं।
00:06फरजी बैंक का केस आया, फरजी पुलिस स्टेशन का केस आया
00:10यहां तक की फरजी कोर्ट भी गुजरात में पात साल तक चलता रहा
00:13लेकिन अब जो सामने आया है उसे सुनकर आप माता पकड़ लिए
00:17दिली के एकदम बगल में गाजियबाद में एक बंदा पूरी की पूरी फरजी एंबसी खोल कर बैठा था
00:22इस बंदे का नाम है हर्श वर्धन जैन और ये कवी नगर में एक बड़े से बंगले में फरजी एंबसी चला रहा था
00:28खुद को एक साथ तीन तीन देशों वेस्ट आर्किटिका सेबॉर्गा और लोडोनिया का एंबस्डर भी बताता था और तो और लोग इसकी फरजी एंबसी में वीजा अप्ला करने भी जाते थे और विदेश भी जाने का दावा करते थे
00:39लेकिन असल में ये तीनों देश है ही नहीं उससे भी खतरनाक कि नीले रंकी नंबर प्लेट वाली कार जो की एंबसी के अफसर को ही मिलती है उससे दिल्ली इनौइटा गाजियाबाद जैसी जवहों पर घूम घूम कर मजे लेता था और किसी को कानो कान खबर तक नहीं हु
01:09और आम्स डीलर अदनान खगोशी का पुराना LA है लेकिन सवाल तो यूपी पुलिस से पूछा जाना चाहिए कि एक बंदा इतने अच्छे इलाके में फर्जी एंबसी कुल कर चलाता रहता है और उस एरिया के DCP से लेकर SS2 यहां तक की राउंड मारने वाले सिपाही को भी