केरल के इडुक्की जिले में प्रवासी मजदूरों में मलेरिया, पेचिश, कुष्ठ रोग और टीबी जैसी संक्रामक बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी नए और मौजूदा मजदूरों के लिए जांच को सख्ती से अनिवार्य किया गया है. एहतियात के तौर पर लक्षण दिखने वाले मजदूरों में मलेरिया और अन्य संक्रमणों का पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण करवाना होगा, जिसके नतीजे तीन दिनों के भीतर आने की उम्मीद है. ये जांच जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कराई जा रही है. कंपनियों को जारी किए गए नए स्वास्थ्य निर्देश में यह भी अनिवार्य किया गया है कि बीमार प्रवासी श्रमिकों को कोई काम न दिया जाए. इसमें चेतावनी दी गई है कि श्रमिकों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी छिपाने या जान बूझकर देरी करने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. बढ़ती सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं की वजह से आने वाले दिनों में और अधिक जांच शिविर स्थापित किए जाने की उम्मीद है. इनमें उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां ज्यादा प्रवासी श्रमिक रहते हैं.
00:00केरल के इडुकी जिले में प्रिवासी मजदूरों में मलेरिया, पेचिश, कुष्ट रोग और टीवी जैसी संक्रामिक बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्त विभाग ने सभी नए और मौजूदा मजदूरों के लिए जांच को सकती से अनवार किया है
00:30के बिविन स्वास्त के इंदरों पर ने शुरुक कराई जा रही है
00:32कंपनियों को जारी किये गए नए स्वास्त निर्देश में ये भी अनिबार किया गया है
00:57कि बीमार प्रवासी शर्मिकों को कोई काम ना दिया जाए
01:00इसमें चेतावनी दी गई है कि शर्मिकों के स्वास्त के बारे में
01:04जानकारी छिपाने या जान बूजगर देरी करने पर सारवजनेक स्वास्त अधनियम के तहत कारवाई की जाएगी