00:00हमारे पडिवार का ये एक रिवाज रहा है कि दिन में दो बार सुबहर शाम हम वीडियो कॉल पे बात करते हैं
00:09और उनके चेहरे पर एक जो एक पिता के जो दिल में होता है एक भाव होता है कि बेटी से मिलना जाना है वो वाला भाव था
00:18मेरी बेटी भी छूटी हैं दो साल की रेवा वो उनके साथ एक विशेश संबन था एक इतना प्रेम था दोनों को अपस में दादू का फोन आता है तो सीधा फोन लेके खुदी बात करती हैं तो वो बात कर रही थी उनके साथ गाने गा रही थी तो एक आखरी बात तबीवी �
00:48कि दो सो सत्तर जो दिवंगत आत्मा है उन सभी के लिए प्रात्रा करता हूं हमरे पूरी परिवार के तरफ से और उन सभी परिवारों के प्रति मैं अपना प्रेम अपनी समेधनाय प्रकट करना चाहूंगा इश्वर ये दुख के समय में सभी को शक्ती दें और सभी परि�
01:18ये दुख सहिन करने की और इससे बाहर निकलने की इश्वर ही मदद करेगा ये मेरी शद्दा है और मैं अपना करूंगा सभी के लिए
01:28इसे बहुत सारी पीज़ बै की यादे हम ऐसा लोगों के साथ जुड़ू ही है किस तरह से आप ले रहे हैं जिस तरह से जो पुरा जंसेलाब उमट पड़ा था उनकी अंति मियातरा में पुरा राज को स्वेहंगू बाहर आया था इतनी पॉपिलर नेता बहुत कम होता है क
01:58चोटे बच्चों से लेके जो वृद स्त्री पुरुष सब खड़ेते सब सबको मैं नमन करना चाहूंगा आपके प्रेम के लिए आपके अप शद्यांजली देने के लिए और पार्थिव देह के दर्शन करने के लिए आप अपने जो समय दिया जो प्रेम दिया वो हमारे �
02:28किस तरह से ले रहे हैं क्योंकि लास्ट आपकी बाद कर रहा है कि दिन में दो बार सुबहर शाम हम वीडियो कॉल पर बात करते हैं और उस दिन भी सुबहर मेरे वहां पर, अपर अमेरिका मेरे वहां तो
02:58दो रात थी उस समय तो में भी बात हुई थी और काफी खुश थे बेटी के घर जाना है लंडन और दो-तीन साल बाद से मिलने जा रहे थे वहां पर और दीदी के वहां पर माताजी का भी प्रतिष्टान करना था उनके पुझा करनी थी तो उनका सावान भी वह खरीदा था स�
03:28के जो दिल में होता है रहा होता है कि बेटी से मिलना जाना है क्षिप準 बेटी सेखाया जा रहा रहा ह
03:55के साथ गाने का रही थी तो अखरी बात तो तब अभी थी सुए है