00:00सावन का आज दूसरा दिन है और इस दूसरे दिन हर की पोड़ी पर भक्तों का सहलाब है।
00:30के लिए रवाना हो गया है उनके संख्या बढ़ेगी यह यात्री न सिर्फ दिली इंसियार बलकि उत्तर भारत मध्य भारत और यहां तक की दक्षिन भारत पश्चिम भारत के कई कई कोनों से निकल करके आए हैं इस आस्था की डुपकी लगाने के लिए और उसी के साथ काम�
01:00इतना ही नहीं जिसे सांस्कृतिक राष्ट्रवात कहा जाता है उसकी जलक भी हमें यहां दिखाई पड़ती है जितने कामण हैं इंधार्मिक जंडों के साथ सब की पताकाओं पर तिरंगा जरूर है और यह तिरंगा बताता है कि यह आस्था के परों में हमारे देश का जं
01:30इन विवादों से इतर हजारों की संख्या में वो श्रद्धालू हैं जो सिर्फ अपनी आस्था अपनी श्रद्धा ले करके यहां आए हैं कुछ तस्वीरे देश के अलग अलग शेहरों के भी आपको दिखाते हैं कि कैसे सावन शुरुवात होते ही मंदिरों में लोग जल
02:00का ताता पहुँचेगा जितने शिवाले हैं वहाँ पर लोगों की भीड पहुँचेगी लेकिन उन सब के बीच अगर सबसे ज्यादा कहीं पर हम देखेंगे लोगों का होजूम तो या तो काशिव विश्वनात मील या यहां पर जहां पर मैं मोक्ष दाइनी गंगा के किन
02:30देने के लिए बच्चे आए हैं सनान ध्यान के बाद अब जलभर के यहां से क्यात्रा निकल रही है तैयारियां हो रही है आगे यात्रा शुरुवात करने की तो यात्रा का पहला पढ़ाव कल था जो बड़ी संख्या में यहां से कामर यात्री निकले हैं उन्होंने कुछ
03:00दिल्ली, NCR जब यह यात्राएं चलती हैं तीन तस्वेरे आपको दिखाते हैं कामण यात्रा के वो रंग इन तीन तस्वेरों के जरीए जाने कि जब यात्रा शुरुआत होती है
03:09हाला कि आम तोर पर हम सबसे ज़्यादा कामण यात्रियों की संख्या जो देखते हैं वो हरिद्वार से शुरू होती है कुछ उत्तर जाते हैं कुछ दक्षिड कुछ पूरब कुछ पश्चिम और सी के सासाथ बहजनाद धाम में भी कामण यात्रा सबसे ज़्यादा मशूर ह
03:39कि आलए में आपको दिखाई दे रहे हैं चार और चाहरों कि तस्वीर भी आपको दिखाते हैं क्योंकि जब से सावन के शुरूत होई है,
03:54महादेव के भक्त अपने-पने शिवालेओं पर उतरे, जलाभिशेक करने के लिए निकले,
03:58रुद्रा भिशेक करने के लिए क्या आम क्या खास हर कोई महादेव की भक्ती में लीन है
04:04और जब नारे लगते हैं कि आखिर काल भी उसका च्याबी गारे जो भक्त है महाकाल का
04:08नारे उद्धोष के साथ हर की पोड़ी पर भी तस्वीरों का सिलसिला लगातार जारी है
04:13उजयन, बनारस, प्रियागराज की तस्वेरे आप देख रहे हैं कि सावन की शुरुआत होते ही
04:18हजारों लाखों की संख्या में श्रधालू पहुंचे हैं
04:21पूजा अर्चना के लिए महादेव को जल चड़ाने के लिए जलाभिशेक करने के लिए
04:26तो चाहे उजयन में महाकाल का धाम हो या फिर प्रियागराज हो या फिर काशी विश्वनात हो
04:31जिसकी जैसी महिमा जिसकी जैसी शुर१ा वो पहुंच गया भोले के द्वार और वो संख्या दस सो में नहीं रही बलकि हजारों में रही
04:38और अभी तो सावन का पहला सोमवार बाकी है इन चार तस्वीरों में महादेव के प्रति आस्था दिखाई देती है भोले के प्रति शुधा दिखाई देती है और सनातन का रंग दिखाई देता है
04:50जितने सनातनी हैं दुधरम में आस्था रखने वाले
04:52महादेव को मित्र मानने वाले महादेव को भगवान मानने वाले
04:56बस उमर पड़े हैं अलग-अलग मंदिरों में शिवालियों में
04:59उन जोतिर लिंगों के पास जहां पर महादेव को जल चढ़ा करके आशिरवाद लेना चाहते हैं
05:03तो सावन जब शुरू हुआ है तो कामड यात्रा शुरू होई है
05:09और अगर कामड यात्रा शुरू हुई है तो उसके अपने रंग होते हैं
05:12और इन सब के बीच जब इस यात्रा के पहले विवाद भी शुरू हुआ
05:15लेकिन इन विवादों के बीच जब धर्म की यात्रा शुरू होती है
05:18तो दिखता है सिर्फ सनातन और संस्कृती और उसी के साथ साथ भक्ती का भाव
05:23देखे रिपोर्ट
05:42ये गंगा जीवन दाइनी है ये गंगा मुप्ष दाइनी है और सावन का महीना है
05:53पर्व है आस्था का भक्ती का सैलाब है हजारों की संखा में यात्री यहां हर की पैड़ी पर पहुँचे हैं
05:59ब्रह्मकुंड का स्नान और इसी के साथ इस पर्व में लोग डुपकी लगाने आये हैं पुन्य कमाने आये हैं
06:05धर्ती आकाश ये गंगा का घाट
06:10पूरी प्रक्रती के कड़कड़ में एक ही जैकारा है
06:19भाविबोर भक्ते हैं और पोल पंग का नारा है
06:29ये महांद्र शह सावन का पहला दिद और हरिद्वार में गंगा का घाट
06:37शिव की जटाओं से निकल कर धर्ती पर यही कदम रखती हैं गंगा और देखिए फिर यहीं से भक्ती की आस्था कलश में शिवालेव तक जाएंगी अपने शिव का जला भी शेक करने
06:50शिव की पोजा अर्चना के लिए गंगा जल ले जाने दूर दूर से शिव भक्त आएं हैं नौजवान आएं बुजर्ग आएं हैं महिलाएं आई हैं और पेटिया भी
07:00पर वो शद्धा का है तो उसमें कहीं कोई भेद भाव तो नहीं होता क्या पूरुश हों क्या महिलाएं हों तो हरकी पैड़ी से गंगा जले करके महिलाएं निकली हैं कहा जा रहे हैं आप लोग गाज़ाबाद यहां से पैदल जाएंगी पहली बार यातरा पहले भी आएं
07:30इननोंने कुछ तो मन में ठाना होगा कि क्या जाना कावर्वष अठाक आप कि आठाना वे यहां क醉 पयार है है।
07:36अब कुछा पता है न कितना मुढ़ है इसका ।
07:45जिसके साथ शिव है उसके लिए कुछ भी भारी नहीं
08:07हर द्वार से गाजियाबाद पैदल और वो भी कंदो पर कावर लिए
08:11ये यात्रा आसान तो नहीं पर भोले चल पड़े हैं
08:15बाकी सब भोले के साथ किसी के हाथ में लोटा है
08:18किसी के हाथ में छूटा कलश कोई 11 और कोई 21 तो कोई 51 किलो का कलश लेकर चला है
08:24अपनी अपनी भक्ती अलग अलग रंग गंगा के घाट पर ऐसे रंग देखते चाहिए
08:30आट साल का बच्चा है और ये दूसरी कामड है इसकी क्या इसका नाम क्या है आपका वंच ये आट साल का बच्चा है
08:44जितना बड़ा नहीं है उत्री बड़ी इसकी कामड है और कहा तक जाओगे पैदल आट साल का बच्चा 200 किलोमेटर की यात्रा करने जा रहा है
08:54मतलब ये सोच करिये इसे होचला धरा चाँए हागा हम से तौन फ़ पाईगा ऩी मि
09:12दितना बड़ा इसे उठा के लिक चला जाए का ये जितना कि जब आप किसी पर्व व्हार में धर्म परमपरा में होते हैं वória अपने आप ये भोले के शक्ति Convention
09:24सावन का पहला दिन हरिद्वार की घाट पर जैसे भक्ति का उत्सव
09:29कोई दिल्ली से, कोई राजिस्थान से, कोई एक दिन में अपने इलाके में पहुँच जाएगा
09:34तो किसी को दस दिन पैदल चलना है
09:36संद्ध आ सकता है कि आने वाले दिलों में सावन की यात्रा कितनी भव्य होने वाली है
09:41लेकिन सबसे खासकर जब सावन का समय आता है
09:59तो सबसे ज्यादा देखने की तस्वीर होती है
10:02जो बेहत मोहक लगता है
10:04और आस्था का सैलाब दिखाई पड़ता है
10:06वो है हरकी पैड़ी
10:07अब देखें, तमाम सारे भोले हैं
10:08ऐसी बड़ी-बड़ी कामर लेकर के निकले हैं
10:11लंबी यात्राएं हैं
10:12मतलब किसी की कुछ मिंटों की, घंटों की, दिनों की
10:14और उन्ही यात्राओं में शामिल होने के लिए जल लेकर के निकले हैं
10:17बोले की बक्ती सहज है विदी विधान का नियम काईदे का और तौर तरीकों का बंदर नहीं
10:25बस अपनी साथगी से गंगा जल लेने आए हैं खूबी देखिए कि उसे कंदों पर बैठा कर लाए हैं
10:31गंगा शिफ तक जाती हैं यहां शिफ खुद गंगा तक आए हैं
10:36सावन में शिफ की अराधना का ये भी एक अनुखा रंग है
11:06अब बाबा की दुवाया चले जाएगा राम राम से देख रहा हूं कि ज्यादा तर लोग जल ले करके आ रहे हैं यह अलग स्वाया कि बाबा बनता बोले महाराच चश्मा उश्मा लगा के एकडम
11:15महाराच जी ने खुद यहां पर डुक की लगाई है गंगा में आए आए आपको कामण यात्रा के रंग दिखाते हैं
11:45अब लगेगी यहां अस्था की डुक की रंग दिखाते रहेंगे हम आपको
12:15हर दोर में कावड यात्रा 11 जुलाई से शिरू हुई है 23 जुलाई तक चलेगी इस दोरान लागों की तादात में शिबबत आने वाले हैं यात्रा चल रही है घाट पर तिल रखने की जगा नहीं इसलिए सुरक्षा का भी ख्याल रखना जरूरी है
12:28करशासे ने फुक्त इंतिजाम किया है कि भीड में कोई हाथसा ना हो
12:33गंगा की लहरों का उफान भले ही कम हो जो यहां श्रधालू आये हैं उनके मन में आस्था और भक्ती का उफान जरूर है लेकिन ये देखते हुए जो कि गंगा में आये हैं जल लेने के लिए अपने शिब को चढ़ाने के लिए तो कहीं कोई अन होनी ना हो ये देखे ये �
13:03हर द्वार से आश्यतोर्श मिश्रा के साथ पियरो रिपोर्ट आज तक
13:21जब आप हरकी पैड़ी पर आते हैं तो समझ में आता है कि यहां भोले सिर्व भगवान नहीं है यहां भोले सखा भी है मित्र भी है और कई लोग भोले को यहां बाल रूप में ले करके आ जाते हैं तो एक तरफ जहां आस्था का रंग है वहां इसी हरकी पैड़ी पर दरस
13:51ना धर्म का ज्यान है ना सनातन परंपरा की जानकारी इस पर उत्राखन के मुख्यमंत्री क्या कह रहे हैं आए आपको सुनवाते हैं
13:57बहुत स्वागत है आप आश्य तक पर आपसे जाना चाहेंगे कि किस तरह से यह उपरेशन कालने मी क्या आपको इंपुट मिला फिर आपने विचार किया और पूरा ऑपरेशन आपने शुरू किया किस तरह से इसकी शुरुवात हुई
14:09कि कुछ दिनों से इस प्रकार की सुछनाय लगातार आ रही थी कि कुछ चदम बेश बना कर अपनी बेश बदल कर और धार्मिक भावनाओं को आज पहुचाना सुरुदालों के मन में आस्ता सुरुदा को खराब करना देव घूमी के सुरूप को खराब करना पूरे देश �
14:39आदी कैलास यात्रा मान सरोबर यात्रा और अभी हमारी पवित्र सावण मास में पवित्र कावण यात्रा इसमें कई करोड कावण यात्री मागंगा का जल लेने उत्रा खंड आते हैं हरी द्वार आते हैं रिशी के साते हैं आसपास की छित्रों में आते हैं पूरे बेश �
15:09ये रिष्यों की भूमी है, मुनियों की भूमी है, आदिगरू संकराचारी जी से लेकर स्वामी विवेकानन जी तक, सभी महान पुर्सों ने यहाँ पर अपनी तपस्या किये, साधना किये,
15:20और सबके मन में देव भूमी को लेकर आस्ता सरधा भी है, ऐसे में छदम बेज बनाकर सनातन को नुकसान पहुचाना, धार्मिक भानाओं को ठेज पहुचाना, ठखी का धंदा करना, गुमरा करना, ये इस्तिती किसी भी कीमत पर ठीक नहीं कही जा सकती और देव भूमी में क
15:50विल्कम इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिर गई है, कई लोगों के दबे होने की आशंका है, बड़ी खबर एक बड़ा हाथसा हुआ है, दिल्ली के विल्कम इलाके में, हालां कि कितने लोग दबे हैं, उसकी जानकारी पूरी नहीं मिल पाई है, सक्री गलिया है, ऐसे
16:20और ये रिहाइशी इलाका बताया जा रहा है
16:23तो सिलमपूर
16:24ये लगभग 7 बज़े
16:26सुबह 7 बज़े की ये घटना है
16:28पूरी जो इमारत थी वो भरभरा के गिर कई है
16:31प्रात्मिक जानकारी के मुताबिक
16:335-6 लोग है, सुशान्त महरा हमारे समवादाता
16:35सुशान्त पूरी जानकारी दीजे
16:37कब हुआ ये हाथसा और कितने लोगों के
16:39फासे होने की आशंका है
16:40किस तरह का इलाका है, रिहाइशी है, इंडस्ट्रियल है
16:43देखें आशिक तोस मैं आपको बता दूँ
16:46कि ये पूरी बिल्डिंग है
16:47पूरी बिल्डिंग के मुताबिक लगबग
16:55साथ बज़े के आजपस ये पूरी बिल्डिंग जो है वो क्लाप्स हुई है
16:58इसमें दो फानली जो है वो रही थी
17:00अभी फिलाल बताये जा रहा है
17:02पांस से छे लोगों के दबे होने की अशंका जो है
17:04पूरी बिल्डिंग के आजपसे है उनकी जान को बचाया जाता कि उनको भार निकालने की कोशिच वो फिलाल टीम की तरफ से की जारी है
17:33जो है अगर देखा जाए तो बिल्डिंग जिस तरीके की थी वो काफी बहुत छोटी पूरी बिल्डिंग है
17:40और जिस तरीके का यह पूरा इलाका है सिलंपूर आपको यादोगों से पहले भी नौर्थी इलाके के अंदर ही पिसले दिनों मुक्तवाबाद के अंदर एक बिल्डिंग को लप सुथी योगी चार के पांच मंजिला इमारत थी और छोटी तंकरी गली के अंदर यह पूर
18:10तो बेहत सक्री गली हैं दर्थल उत्तर नौर्थी इस दिल्ली का इलाका है यहां पर जो इमारते हैं और यह पूरा स्ट्रक्चर अगर जाएंगे तो बेहत सक्री गली होने के चलते ऐसे में बचावकारी भी मुश्किल हो सकता है सुबह साथ बजे की घटना है हमारे समवा
18:40पिलाल जो जानकारी है उसके मुताबिक 5-6 लोगों के दबे होने की जानकारी है और ऐसे में जैसे जैसे मलबा हटाया जाएगा राहत बचावकारी शुरू हो जाएगा और उसके बाद आसपास के लोगों से पता चल पाएगा कि लगभग कितने लोग वहां पर हो सकते हैं
19:10है और उसी आबादी के चलते दरसल जिस तरह की वहां की स्थिती है घरों की मकान की बेहत तंग गलियों के चलते मुश्किल आ सकती है राहत बचावकारी में
19:20और वहां पर कई सारी टीमें रेस्क्यू की पहुँच चुकी है जिसमें दिल्ली पुलिस है फायर विगट की भी टीम है और अगर आप शक्ता पड़ी तो संबगते एंडियार्फ को भी ऐसे में बुलाया जा सकता है जो कि हमेशा स्टैंडबाई पर मौजूद होती है अ�