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घर में काम करने वाले को थप्पड़ मारना बहादुरी नहीं: Prashant Kishor का Thackeray बंधुओं पर हमला

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00:00राज ठाकरे काई पिता जी का ये देश नहीं है ठीक है न ये सब लुमपन एलिमेंट है बॉम्बे में अपने घर में बैठ कर बाग बन रहे हैं ये उनके संस्कार को दिखाता है उनकी बेवकुफी को दिखाता है
00:20अपने घर में बैठ कर किसी दूसरे को गरीब को कोई वहां काम करने के या उसको दो थपड़ मारते हो ये कोई बहादुरी नहीं है
00:28कुछ नहीं होगा दोनों भाई आजाए चार भाई आजाएं उससे कुछ नहीं होगा
00:32महारास्ट में हमसे ज्यादा उनको नहीं नहीं कोई जानता है महारास्ट और कौंकन को छोड़ दीजिए तो इनको विदर्व में कोई नहीं जानता है महारास्ट में कोई नहीं जानता है और यह बिहार और देश की क्या बात करेंगे अगर तुम्हें बिहार के लोगों से इत
01:02पिता जी का ये देश नहीं है, ठीक है न, राज ठाकरे का पिता जी का देश नहीं है, ये सब लुम्पन एलिमेंट है, मॉम्बे में अपने घर में बैठ कर बाग बन रहे हैं, राज ठाकर, अपने घर में बैठ कर कोई किसी को गाली दे सकता है, और ये उनके संसकार को दिख
01:32तो क्या कर लिया राज ठाकरे किका कुछ नहीं है वहाँ पर का भाजपा है।
02:02हमने मदद की तो हमने उनसे आस्वासन लिया था कि बिहार के हिंदी भासी लोगों को मॉंबे में महारास्टर में कोई भी नुक्सान नहीं होना चाहिए कोई भी मार पीट नहीं होने चाहिए अप सब उनके साथ नहीं होना चाहिए और आप एनाई के रिपोर्टर हैं आप ज
02:32का election है और वहां मराठी भोट लेने की लड़ाई है और उस शक्कर में गरीब हिंदी भासी लोग बिहार के लोग के साथ मारपिट हो रही है
02:39कुछ नहीं होगा दोनों भाई आजाए चार भाई आजाए उससे कुछ नहीं होगा
02:44तब शाख्र नेखी कहा है कि मराठी असमिता को बचाना मराठी भासी मारास्ट तो आज तक जीत नहीं पाए
02:52महाराष्ट में हम से ज़्यादा उनको नहीं कोई जानता है महाराष्ट और कौंकन को छोड़ दीजिये तो इनको विदर्म में कोई नहीं जानता है
03:00वेस्टरन महाराष्ट में कोई नहीं जानता है और ये बिहार और देश की क्या बात करेंगे मैं आपको फिर से दोर आ रहा हूँ आप कहते हैं कि आप सनातन को मानते हैं हिंदू धर्म के हिसाब से भी देखिए तो अपने घर में आपके गाउं में आपके सहर में आये हुए क
03:30पराठी बोलते हैं हमसे काहिए मदद मांगने आयते हैं हम भी तो बिहार के ही हैं यह यह यह यह धर्म सिखाता है किसी अपने से कमजोर व्यक्ति पर अत्याचार करना यह ना धर्म है ना राजनीत है यह सिर्फ बदमासी है और कुछ नहीं
04:00झाल

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