उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन से एक अनोखा और भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला ने प्लेटफॉर्म के फुटओवर ब्रिज पर एक बच्ची को जन्म दिया. खास बात यह रही कि इस दौरान भारतीय सेना के एक मेजर डॉक्टर रोहित वहां मौजूद थे, जिन्होंने बिना देरी किए महिला की मदद की और बच्ची का सुरक्षित प्रसव कराया. इसी कड़ी में उन्होंने क्या कुछ कहा, सुनिए... #IndianArmy #MajorRohitBachwala #HeroInUniform #IndianHeroes #ProudMoment #HumanityFirst #MaaAurJawan #RealHero #Nationalnews #Hindinews #LatestNews #HindinewsLive #asianetnews #Todaynews #HindiSamachar #HindiNewsUpdate #ViralVideo #HindiLiveNews #BigNews #SamacharInHindi #national
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00:00यह देखनी कोशिश की कि उसका दर्द क्यों हो रहा है फिर मुझे पता चला कि वह अक्टिव लेबर में थी पहले पेशन को बताया कि आपको कोई भी चिंता होने की जरुवत नहीं है क्योंकि मैं हूँ यहापर वह सिचुएशन वहाँ पर ऐसा था कि मैं वह पेशन को वह ज
00:30करने के लिए उससे फिर बेबी अक्टिव हुआ बेबी ने क्राई किया तो आई वस वरी हापी मैं अपना अन्वर लीव लेके अपने होम टाउन के लिए निकला था तो जैसे मैंने जागी स्टेशन पूचा तो मैंने जब मैंने सेकंड प्लाटफॉर्म के लिए जाने के �
01:00मैंने पहले उसके पास गया और ये देखनी कोशिश की कि उसका दर्थ क्यों हो रहा है फिर मुझे पता चला कि वो अक्टिव लेबर में थी तो मैंने आस पास से कुछ हेल्प मागने की को ये कोशिश की थी जिसमें मैं कुछ सामान कलेट कर पाया जैसे एक पॉकेट नाइ
01:30जरूरत नहीं है क्योंकि मैं हूँ यहाँ पर और मैं आपको 100% यहां से बहुत सेफली लेके जाओंगा और वो सिचुएशन वहाँ पर ऐसा था कि मैं वो पेशेंट को वो जगह से इवाकुएट नहीं करा सकता था और क्योंकि पेशेंट अल्यरी अक्टिव लेबर में थी
02:00क्लिनिकल स्किल्स अपलाई करके वो बेबी को वहाँ पार डेलिवर किया कॉड को क्लाम करने के लिए हेर पिंस यूज किये कि सर्जिकल नाइस तो था नहीं तो जो पॉकेट नाइस था उससे कॉड को सप्रेट किया था उसके बाद बेबी रेस्पॉन्स नहीं दे रही थी
02:30इसको देखने पर माँ अभी भी दर्द में थी क्योंकि अभी उसका प्लाजंटा यह डेलिवर हुआ नहीं था और तो उसी समय के आसपास मैं उनको अब्डॉमिल मसाज दे रहा था और कोशिश यही कर रहा था 10-15 मिनिट की उसका प्लाजंटा भी डेलिवर हो जाए पर यह �
03:00बहुत शनतूश थी मां बच्चे को देखे बहुत शनतूश थी और माँ भी बहुत शनतूश था और वहां का जो रेल्वे श्टाफ था उन्होंने बहुत मदद की प्राइवसी मैंंटेन करने के लिए जो सामान ले के आने के लिए
03:17और मा को भी ensure करने के लिए और सब कुछ बच भगवान के इसाफ से बहुत सई और सई वक्त पर सई जगे पर सब कुछ ठीक गया
03:29ऐसे situations ये पहली बार नहीं है मैंने अपने life में कभी भी जबी भी कोई accident देखा रास्ते में या कही पर वीचाय में on due to you, off due to you
03:39मैंने हमेशा कोशिश की है कि वहाँ जाओ उसको at least primary treatment दो और उसको वहाँ से evacuate कराओ और ये पहला incidence नहीं है