Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 7/6/2025
🧔🏻‍♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:
https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021

📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021

📲 आचार्य प्रशांत की मोबाइल ऐप डाउनलोड करें:
Android: https://play.google.com/store/apps/details?id=org.acharyaprashant.apbooks
iOS: https://apps.apple.com/in/app/acharya-prashant/id1603611866

📝 चुनिंदा बोध लेख पढ़ें, खास आपके लिए: https://acharyaprashant.org/en/articles?l=1&cmId=m00021
➖➖➖➖➖➖
पूरा वीडियो : दुनिया जलती है हमसे, इसीलिए भारत को नोबेल प्राइज़ नहीं मिलता || आचार्य प्रशांत (2024)
➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant
#आचार्यप्रशांत
#BuddhiLagao
#JugaadCultureKhatam
#NoMoreShortcuts
#ThinkLongTerm

Category

📚
Learning
Transcript
00:00भारत को 2014 के बाद से लेकर अब तक किसी भी छेत्र में नोबेल पुरस्कार नहीं मिले
00:30सबकुछ पहले से पता है अम क्यों करें मुसंधां हम्में तो सबकुछ स्वयं साक्षात ब्रह्मा के मुख से मिला है
00:36सौट्रिलियान साल पहले हम क्यों क्यों कोई खोच करें तो हम कोई fundamental research नहीं करते हम जी शगारते हैं
00:42हम खोचते नहीं हैं हम जुगाडते बहुत दर्द होता है यहां पर इसलिए व्यांग कर रहा हूं
00:47हम उनके वन्षज हैं जिनकी जिग्यासा की धार इतनी पैनी थी
00:51कि उससे उन्होंने अपने भीतर जो मानेताई बैठी थी उनको तक को काट डाला
00:55तिर्वियाई नहीं करा कि बाहर जो भ्रम है जाल है अज्ञान उसको काटाओ हम जिन दर्शन को चिंतकों के वन्षज हैं उनका दर्शन तो सीधे प्रशन करता की खोजी की छाती में घुज गया
01:06एक वो थे और एक हम है उनकी नालायक संताने

Recommended