Devshayani Ekadashi 2025: देवशयनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं. यह चातुर्मास की शुरुआत का प्रतीक है. इस व्रत को सही विधि और नियमों के साथ पूरा करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. ऐसे में चलिए बताते हैं कि देवशयनी एकादशी व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं.Devshayani Ekadashi 2025: What to eat and what not to eat during Devshayani Ekadashi fast |
00:00देवश्यनी एकादशी का उपवास हिंदुधर में एक महतपून और पवित्र वृत है जो भगवान विश्णू को समर्पित है ये वृत चातुर मास के शुरुवात का प्रतीक है जब भगवान विश्णू चार महीने के लिए योग निद्रा में चली जाते हैं इस अवधी
00:30का आशिरवाद मिलता है मानिता है कि एकादशी का व्रत रखने से जाने अंजाने में हुए पापों का नाश होता है सचे मन से व्रत और पूजा करने से सभी मनुकामनाय पूर्ण होती है ऐसे में चली आपको बताते हैं इस वीडियो में कि देवश्यनी एकादशी के उप�
01:00के फल खाय जा सकते हैं जैसे सेब, केला, अंगूर, संत्रा, पपीता, आम, आदी इसके लावा दूद, दही, छाज, पनीर, मठा, घी आदी का सेवन कर सकते हैं वहीं आलू, शकरकन, गाजर, मूली, अर्भी जैसे जड़ वाली सब्जियों से परहेच किया जाता है आप त
01:30पूरिया, चीला, खिचडी, आदी खा सकते हैं वहीं आप इस दिन खीर भी खा सकते हैं इसके लावा आप ड्राइफरूट्स का सेवन भी कर सकते हैं वहीं वरती के घर के लोग मांस मंदीरा का सेवन ना करें सात्विक भोजन ही ग्रहन करें अब चलिए आपको पताते हैं �
02:00अने आयोडीन नमक भी नहीं खाय जाता है केवल सेंधा नमक का उपयोग होता है प्याज लसन और तामसिक भोजन से भी दूरी बना कर रखना चाहिए ये भी वरजीत हैं मांस मचली अंडे मांस हारी भोजन पूरी तरह से वरजीत माने गए हैं किसी भी प्रकार के नश्य क