भारतीयों में पिछले दशक में प्रोटीन और वसा की औसत खपत में लगातार बढ़ोतरी हुई है. हाल में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के एक सर्वे में ये बात सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक 2011-12 और 2023-24 के बीच ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में प्रोटीन का औसत सेवन मामूली रूप से बढ़ा है, लेकिन इसी अवधि में वसा की खपत में काफी बढ़ेतरी हुई है. जानकारों ने सर्वे के नतीजों पर चिंता जताई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि वसा के ज्यादा सेवन से मोटापा और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. जानकार वसा के ज्यादा सेवन के नकारात्मक असर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं, फिर भी उनका कहना है कि प्रोटीन की खपत में बढ़ोतरी स्वस्थ भोजन की उपलब्धता और सामर्थ्य की दिशा में सकारात्मक रुझान है. ये आहार से जुड़ी आदतों में बदलाव भी दिखलाती है. रिपोर्ट 2022 और 2024 के बीच किए गए सर्वे का हिस्सा थी.जानकारों ने एक दशक पहले के मुकाबले प्रोटीन की खपत में बढ़ोतरी का स्वागत किया है. साथ ही चेतावनी दे रहे हैं कि वसा के सेवन में इजाफा से मोटापा और दूसरी बीमारियों का अंदेशा है.