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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में 1975 में लगाए गए आपातकाल की भयावहता को याद किया। मोदी ने मोरारजी देसाई और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं के पुराने भाषण सुनाए, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे लोकतंत्र को कुचला गया और नागरिकों को अत्याचारों का सामना करना पड़ा। उन्होंने लोगों से संविधान की रक्षा के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया।
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Transcript
00:00मैं आपको एक ओडियो सुनाता हूं इस ओडियो में आपको उस संकट की भायावहता का अंदाजा लगेगा वो संकट कितना बड़ा था पहले वो सुनिए समझिए आखर यह जुलम हुआ दो साल तक जुलम तो 5-7 साल से शरू हो गया था
00:22मगर वो शिखर पर पहुँच गया है दो साल में जब इमर्जन्सी लोगों पर खोट दी और अमानुशी बरताव लोगों की साथ किया गया
00:32लोगों के सुतंता के हग चिन लिये गए अख़बारों को कोई सुतंता न रही नयायलाई बिलकुल निर्बल बना दिये गए
00:44और जिस डंग से एक लाग से ज़्यादा लोगों को जेन में बन कर दिये और फिर अपने मन मानी राज की और से होती रही उसकी मिसाल दुनिया के इतियास में भी मिलना मुश्किल है
00:59साथियों ये आवाज देश के पुर्व प्रधान मंतरी स्रिमान मुरार जी भाई देशाई की है उन्होंने संग्छेप में लेकिन बहुती स्पष्ठ तरीके से एमर्जन्सी के बारे में बताया
01:16आप कल्पना कर सकते हैं वो दौर कैसा था एमर्जन्सी लगाने वालों ने ना सिर्फ हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्याय पालिका को भी अपना गुलाम बनाए रखने का था
01:35इस दोरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताडित किया गया था इसके ऐसे अनेक उधारण है जिने कभी भी बुलाया नहीं जा सकता
01:46जौज फरनाडी साब को जंजिरों में बांधा गया था अनेक लोगों को कठोर यातना हैं दी गई
01:55मिसा के तहट किसी को भी ऐसे ही गिरवतार कर लिया जाता था स्टूडेंट को भी परिशान किया गया अभी व्यक्ति की आजादिका भी गला गोंड दिया गया
02:08साथियो उस दौर में जो हजारों लोग गिरपतार किये गए उन पर ऐसे ही अमानुविय अत्याचार हुए
02:19लेकिन ये भारत की जनता का सामर्त है कि वो जुकी नहीं तूटी नहीं और लोग तंतर के साथ कोई समझोता उसने स्विकार नहीं किया
02:31आकिर कर जनता जनारदन की जीत हुई आपातकाल हटा लिया गया और आपातकाल थोपने वाले हार गए
02:41बाबु जगजिवनराम जी ने इस बारे में बहुती ससक्त तरीके से अपनी बाते रखी थी
02:49बैनों और भाईयों पिछला चुनाव चुनाव नहीं था भारत की जनता का एक महान अभ्यान था
02:57उस समय के परिस्टियों को बदल देने का ताना साही के धारा को मुड़ देने का और भारत में प्रजा तंतर के बनियाद को मजबूत कर देने का
03:10अटल जी ने भी कब अपने ही अंदाज में जो कुछ कहा था वो भी हमें जरूर सुनना चाहिए
03:19बैनों और भाईयों देश में जो कुछ हुआ उसे केवल चुनाव नहीं कह सकते
03:27एक शांत पूर्ण क्रामती हुई है लोक शक्ती की लहर ने लोक तंतर की हत्या करने वालों को इतिहास के कूडे दान में फेक दिया है
03:57हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ

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