Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक विशेष प्रकार की छड़ी (बेंत) भक्तों को स्पर्श करवाई जाती है। इस बेंत में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है और साथ ही ये भगवान के तेज का प्रतीक भी मानी जाती है। माना जाता है कि अगर आप इस बेंत को अपने घर ले आएं और इसे पूजा स्थल या तिजोरी में रखे दें तो धन-धान्य की आपको प्राप्ति होती है।Jagannath Rath Yatra 2025: Jagannath Rath Yatra Ke Din Kya Karna Chahiye Kya Nahi ?
00:00जगनात रतियात्रा की शुर्वात 27 जून से होने वाली है अगर आप भी इस दोरान श्री जगनात रतियात्रा का हिस्सा नहीं बन रहे हैं लेकिन घर में भगवान जगनात बल्लभद्र और मातास बद्रा की पूजा करने वाले हैं तो ऐसे में कुछ जरूरी नियमों के पाल
00:30स्वच वस्त्र पहने खासकर पीले या सफेद वस्त्र पहनना शुब माना गया है भगवान जगनात बल्लभद्र सुभद्रा की तस्वीर रखे या प्रिंट आउट लगा सकते हैं इस दिन घर के मंदिर या पूजास्थान को सजाएं भगवान जगनात बल्लभद्र और स�
01:00जगनात अश्टकम या विश्नु शहस्त्र नाम भी पढ़ सकते हैं बच्चों के साथ मिलकर छोटा रत बनाएं उसे फूलों से सजाए और भगवान की मूर्थिया तस्वीर उस पर रखकर खीचना शुब होता है कई लोग इस दिन वरत भी रखते हैं ध्यान रहें ये वर
01:30ना करें रतियात्र का अपमान या मजाक न करें अगर आप टीवी और मोबाइल पर पूरी की जगनात रतियात्र का लाइव दर्शन कर सके तो जरूर देखें वृद्धों और बच्चों को इस दिन भगवान की कहानिया सुनाएं किसी गरीब को भूजन कराना भी बेहत प�