00:00रात के अंधेरे में चारों और सिर्फ पानी ही पानी था। दूर दूर तक कोई किनारा नहीं दिख रहा था। सिया एक 25 साल की लड़की घबराई हुई नाव के एक कोने में बैठी थी। उसके कपड़े गीले थे, बाल बिखरे हुए थे और आंखों में डर साफ छलक रहा �
00:30कहा और अपने कुद्दे को सीने से लगा लिया। ब्रुनो ने भी अपनी मासूम आँखों से उसकी और देखा, जैसे उसे दिलासा दे रहा हो। सिया को याद आया कि वह इस नाव में कैसे आई। वह अपने परिवार के साथ एक क्रूज पर थी, जहां एक पार्टी हो रह
01:00ने उसकी आवाज नहीं सुनी, अब वह इस सुनसान समुद्र में अकेली थी, बिना किसी मदद के। अचानक उसने महसूस किया कि उसकी नाव बहुत धीमी हो गई थी, जैसे कुछ इसे रोक रहा हो। उसने नीचे जहांक कर देखा तो नाव के नीचे कुछ हलचल हो रही �
01:30उसने देखा कि दूर समंदर में एक हलकी रोशनी टिम्टिमा रही थी, शायद कोई जहाज होगा उसने सोचा, बिना देर किये उसने अपनी आवाज को जितना उंचा कर सकती थी, उतना उंचा किया, कोई है, मेरी मदद करो, लेकिन आश्चर्य की बात यह थी कि आवाज व
02:00उसकी नाव धीरे-धीरे एक दिशा में बढ़ने लगी थी, जैसे कोई उसे खीच रहा हो, लेकिन पानी में कुछ नजर नहीं आ रहा था, थोड़ी देर बाद उसे सामने एक छोटा सा टापू दिखाई दिया, उसे अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ, शायद वहाँ
02:30इधर उधर देखने लगी, ब्रूनो भी उसके पीछे पीछे चलने लगा, अचानक ब्रूनो जोर जोर से भौंकने लगा, जैसे उसने कुछ देखा हो, क्या हुआ ब्रूनो? सिया ने घबरा कर पूछा, ब्रूनो एक पत्थर के पास जाकर रुख गया, सिया ने पास जाक
03:00except for that.
03:01She espero for you 이 way.
03:02SheTLA was going to agony whatever she means.