00:00इसे विमान हादसे के पीछे इस बात की भी दृष्टी होनी चाहिए कि मुझे ऐसा पता लगा है कि युक्रेन की कोई एक एजेंसी जो ये मेंटेनेंस का काम करती है, सर्विस का काम करती है, तो कहीं तुर्की है, मुझे ये एवियेशन सेक्टर के उपर भारत को और नजर र
00:30तुर्किये ने दुश्मन ही तो कहीं नहीं निकाली है, इसके माध्यमस्कियों की वहाँ के एक एजेंसी जो ये सर्विस मेंटेनेंस का काम करती थी विमान का, कहीं उसने तो कोई शाजिश नहीं रस दी है
00:42इसलिए अब भारत को 100% ऐसे समवेदन शेल मैटरस में तो कम से कम विदेशी लोगों की अस्तक्षेप को खतम करना पड़ेगा