पुष्कर/अजमेर. पानी का अंधाधुंध दोहन चिंताजनक है। जल का कोई विकल्प नहीं है, जल है तो कल है। भावी पीढ़ी को पर्याप्त जल उपलब्ध कराने के लिए जल संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। सरकार कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान में सभी जिलों में 5 हजार जल संरचनाओं का निर्माण और पर्यावरण सुरक्षा के लिए 10 करोड़ पौधे लगाएगी। नदियों का पानी प्रदेश में समृद्धि की राह खोलेगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह बात सोमवार को तीर्थराज पुष्कर में आयोजित जनसभा में कही।
उन्होंने कहा कि रामजल सेतु लिंक परियोजना से प्रदेश के 17 जिलों के लोगों को पेयजल मिलेगा और लगभग 4.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इसी तरह, शेखावाटी अंचल में यमुना जल समझौता से क्षेत्र के लोगों को पानी की निर्बाध आपूर्ति मिलेगी। इंदिरा गांधी नहर, देवास परियोजना, माही बांध, सोम-कमला-अंबा परियोजनाओं से जल संचयन तथा पानी की उपलब्धता बढ़ेगी। इससे पहले उन्होंने ब्रह्माजी के मंदिर में पूजा-अर्चना कर लिफ्ट का उद्घाटन किया। परिसर में सिंदूर का पौधा लगाया। ब्रह्म घाट पर सरोवर में दुग्धाभिषेक कर पूजा-अर्चना की।
उन्होंने कहा कि रामजल सेतु लिंक परियोजना से प्रदेश के 17 जिलों के लोगों को पेयजल मिलेगा और लगभग 4.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इसी तरह, शेखावाटी अंचल में यमुना जल समझौता से क्षेत्र के लोगों को पानी की निर्बाध आपूर्ति मिलेगी। इंदिरा गांधी नहर, देवास परियोजना, माही बांध, सोम-कमला-अंबा परियोजनाओं से जल संचयन तथा पानी की उपलब्धता बढ़ेगी। इससे पहले उन्होंने ब्रह्माजी के मंदिर में पूजा-अर्चना कर लिफ्ट का उद्घाटन किया। परिसर में सिंदूर का पौधा लगाया। ब्रह्म घाट पर सरोवर में दुग्धाभिषेक कर पूजा-अर्चना की।
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