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  • 2 days ago
#kathputli #farhanahmedmalhi #minsamalik #fajjerkhan

Kathputli Episode 66 [Eng Sub] Minsa Malik - Farhan Ahmed Malhi - Fajjer Khan - 9th June 2025 - Har Pal Entertainment

Kathputli is a tale of how greed and deceit can lead to one’s downfall, while honesty and patience pave the way to success. At the heart of this narrative are Tabeen and Areeba, two sisters whose vastly different natures set them on contrasting paths. Tabeen embodies sincerity, intelligence, and patience, while Areeba thrives on manipulation, ambition, and greed.
Caught between them is Ayan, whose affection becomes a pivotal element in their lives.

Unaware of the hidden truths and concealed feelings around him, Ayan’s heart becomes a battleground for honesty and deceit. Will Tabeen find the strength to speak her heart, or will silence be her fate? Ultimately, will Areeba’s cunning ambitions secure her desires, or will honesty and virtue triumph in the end?


7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Sami Sani
Writer: Irfan Aslam


Cast:
Minsa Malik as Tabeen
Farhan Ahmed Malhi as Ayan
Fajjer Khan as Areeba
Hammad Farooqui as Shehryar
Mahmood Akhtar as Adnan Malik
Rashid Farooqi as Ashfaq
Shamyl Khan as Haseeb
Beena Chaudhry as Zubaida
Humaira Bano as Zulaikha
Diya Rahman as Farah
Misbah Mumtaz as Naureen
Sabiha Jafri as Ruqaiyya
Farah Nadeem as Shireen
Zain Afzal as Zaroon
Taqi Ahmed as Murad

#Kathputli
#MinsaMalik
#FarhanAhmedMalhi

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Fun
Transcript
00:00माँ, बाप, बेहन, भाई, शोहर
00:06तुम्हारी नजर में किसी भी रिष्टे की कोई अहमियत नहीं
00:12लेकिन मैं आज तक ये ही नहीं
00:18खमन किस पात कहा
00:21नहीं जान सकी
00:23कि तुम्हें खमन की
00:25लेकिन डरो अरीबा अल्ला की जात से
00:31वो रसी दरास जरूर करता है
00:37तो रास्ते का पत्थर बन जाओ
00:42लेकिन जिस दिन उसकी पख़र में आओगी
00:48सिर्फ अरीबा है उनकी हर्ष्ट उनके लिए हर परेशानी की वज़ा
00:54दुबारा तलाक हो गई है उसे
00:57ये तकलीफ का बाइस
00:59आप को यह मामू को परेशान होने की
01:02अरीबा बहुत समझदार है
01:05उनकी जरूरत नहीं
01:07कुछ ना कुछ जरूर कर लेगी
01:12ये अश्वाग भाई के पास
01:18तुम्हारे मामू को तुम्हारे तुम्हारे जाना चाहिए जरूरत है
01:22अब मैं अकेला तुममी ने कहा आफिसी जॉइन कर लो
01:28बोर नहीं होता तो और क्या करता
01:30तुम्हारे बाबा
01:33तुम्हारे कर लिया
01:34नाराज़गी चल रही थे होगी
01:35उनसे तुम्हारी
01:37मुझसे नाराज़गी ये सब तो चलता ही रहता है
01:39मेरी
01:41कभी नहीं
01:46ऐसा ही है मेरे
01:48कभी वो नाराज होते हैं
01:49चलब भी ठीक है
01:50मैं सीधा तुम्हारे ओफिस ही आती हूँ
01:56तुम अब तक तलाग का मतलब नहीं समझे
02:02अरे औरत तो एक बार तलाग
02:20का कवारे अंदर एसास नाम की चीज नहीं
02:23कवेरी रिया के बगार अभना processing रिया और नहीं रह सकता
02:36रिया दूबारा अपने गर आ जाती है और वो यहीं सोईती है
02:41के कवेर उसे सची महबद करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है
02:45कि कबीर जैसी महबबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबबत करता है और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी ना ही रिया उससे तलाक रेना �
03:15तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता
03:18अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे
03:22अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के सामने खड़ी होकर रो रही होगी
03:26और कह रही होगी कि कबीर अब रिया के सूरत में बदला ले रहा है
03:32वो बहुत जादा रोएगी अपने माबाप की तस्वीर के सामने
03:36ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो
03:42और वो उसे तलाक काम तालबा करे
03:44लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है
03:48वो उसे सची महबद करता है
03:50इसी होजासे वो भी चुप करके बैठ गई है
03:53वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही
03:56क्योंकि उसे मालूम है
03:58कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाहते है
04:01ताकि उनके खानदान में सब बेस्ती हो सके
04:06करिया ने खुद तलाक मांगी है और तलाक हो गई है
04:10लेकिन तलाक नहीं होगी
04:11और कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला
04:16उसे मालूम है कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया
04:20तो वो अस्मा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी
04:25और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है
04:28और अस्मा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा
04:34और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे
04:37और अस्मा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
04:42कि वो क्या करे क्यूंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे
04:48इस वज़े से वो इसकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
04:51और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी
04:56और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी
05:01क्यूंके उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है
05:05और इसी वज़े से आप कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
05:08कबीर रिया के बगएर अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है
05:13और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है
05:18उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता
05:23वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है
05:28क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महाबत करता है
05:31और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी ना ही लिया
05:36उससे तलाक रेना चाहती है उसकी बेहन बहुत जोर लगा है
05:39कि उनकी तलाक हो जाए लेकिन तलाक नहीं होती
05:43और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोईों बेहनोई की इज़त करना नहीं आती
05:49तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता
05:53अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे
05:57अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के सामने खड़ी होकर रो रही होगी
06:01और कहर ही होगी के कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है
06:07वो बहुत जदा रोएगी अपने माबाप की तस्वीर के सामने
06:11ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो
06:17और वो उसे तलाक कम तालबा करे
06:19लेकिन रिया को पता है के कबीर ऐसा नहीं है
06:23वो उसे सची महबत करता है
06:25इसी वज़ासे वो भी चुप करके बैठ गई है
06:28वो भी खामोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही
06:31क्योंकि उसे मालूम है
06:32कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाहते है
06:36तलाक दूर बना चाहते है ताकि उनके खानदान में सब बेस्ती हो सके
06:41कि रिया ने खुद तलाक मांगी है और तलाक हो गई है
06:44लेकिन तलाक नहीं होगी और कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला
06:51उसे मालूम है कि अगर उसने उसे अकेला छोड़ दिया
06:55तो वो असमा और सकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है
07:03और असमा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा
07:10हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे और असमा तो बोलती ही रहती है
07:25और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी
07:36क्योंकि उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आप कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
07:43कबीर रिया के बगएर अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है और वो यही सोईती है के कबीर उसे सची महबद करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती
08:13बहुत जो लगा है कि इनकी तलाग हो जाए लेकिन तलाग नहीं होती और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हे बेहनोईों बेहनोई की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे असमा जान बुझ कर अपने मा�
08:43रोएगी अपनी माबाप की तस्वीर के सामने ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाग कम तालबा करे लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो से सची महबत करता है इसी होजासे वो भी चु�
09:13उनके खानदान में सब बेस्ती हो सके कि रिया ने खुद तलाग माँगी है ये लेकिन तलाग नहीं होगी और कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालुम है कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रो
09:43करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे और अस्मा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा कि वो क्या करे क्यूंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
10:13उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आब कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
10:18कबीर रिया के बगार अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है
10:23और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबत करता है
10:27उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तुमसे इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबबत करता है और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी
10:57बेहनोई की इजद करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी और कह रही होगी कि कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है वो बह�
11:27तलाक काम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो से सची महबद करता है इसी जासे वो भी चुप करके बैठ गई है वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही क्योंकि उसे मालुम है कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाहते है �
11:57कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालुम है कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है और असमा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा औ
12:27क्योंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़ज़ से वो इसकंदर कुछ नहीं कर पा रहा और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी क्योंकि उसे पोते की �
12:57आती है और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबत करता है उसकी दोस आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबत क
13:27और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोईों बेहनोई की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी और कह रही होगी क
13:57ता कि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाक कम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो उसे सची महबद करता है इसी हوجासे वो भी चुप करके बैठ गई है वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही क्योंकि उसे मा
14:27मांगी है कि तिलाग हो गuyu है लेकि नहीं हो गई और कभीर को वैसे भी नहीं छोड़ने वला
14:36उसे मालू है कि अगर उससे अकेला छोड़ दिया तो वो ले कि उसमा और सिकंदर के बातों में आ
14:44जाएगी और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है और अस्मा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे और अस्मा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा कि वो क
15:14बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी मा को मालूम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी क्यूंकि उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है अब इसी वज़ा से आप कबीर और रिया की तलाक नहीं होने देगी
15:28कबीर रिया के बगएर अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है उसकी दोस आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस जब कहती है तो
15:58बहुत जो लगाया है कि इनकी तलाग हो जाए लेकिन तलाग नहीं होती और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोईों बेहनोई की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे असमा जान बुझ कर अपने
16:28होएगी अपनी माबाप की तस्वीर के सामने ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाग कम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो से सची महबद करता है इसी हوجासे वो भी चुप
16:58कि खानदान में सब बेस्ती हो सके कि रिया ने खुँद तलाग मांगी है और तलाग हो गई है ये लेकिन तलाग नहीं होगी और कबीर रिया को वैसे भी नहीं चोड़ने वाला उसे मालूम है कि अगर उस रिया चोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जा�
17:28करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे और असमा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा कि वो क्या करे क्यूंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा �
17:58उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आब कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी।
18:03कबीर रिया के बगार अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबत करता है।
18:12उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबबत करता है और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी
18:42की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर को सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी और कह रही होगी के कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है वो ब
19:12कम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो से सची महबद करता है इसी होजासे वो भी चुप करके बैठ गई है वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही क्योंकि उसे मालुम है कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाते है ताके �
19:42कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालुम है कि अगर उसने उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रोज रोज रिया से मिलने के लिए आता है और असमा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेग
20:12क्योंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़ज़ से वो इसकंदर कुछ नहीं कर पा रहा और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी क्योंकि उसे पोते की �
20:42और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्क करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबद क
21:12और उल्टा कबीर आकर
21:14कहता है कि तुम्हें बेहनोई हो
21:16बेहनोई की इज़त करना नहीं आती
21:18तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता
21:22अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे
21:26अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की
21:28तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी
21:30और कहर ही होगी कि कबीर अब रिया की सूरत में
21:35बदला ले रहा है वो बहुत जदा रोएगी
21:38अपने माबाप की तस्वीर के सामने
21:39ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि
21:42रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो
21:45और वो उसे तलाक कम तालबा करे
21:48लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है
21:52वो उसे सची महबद करता है
21:54इसी वज़ा से वो भी चुप करके बैठ गई है
21:57वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही
22:00क्योंकि उसे मालुम है
22:01कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाहते है
22:05तलाक दूलवाना चाहते है
22:06ताकि उनके खानदान में सब बेस्ती हो सके
22:10कि रिया ने खुद तलाक मांगी है
22:12और तलाक हो गई है
22:13लेकिन तलाक नहीं होगी
22:15और कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोडने वाला
22:20उसे मालुम है
22:21कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी
22:29और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है और असमा कहती है
22:35कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा
22:39हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे
22:41और असमा तो बोलती ही रहती है
22:44लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
22:46कि वो क्या करे
22:47क्योंके रिया खुद चाहती है
22:50कि वो कबीर के साथ खुश रहे
22:51इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
22:54और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत जदा खुश होगी
23:04क्योंकि उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आब कबीर और रिया की तलाक नहीं होने देगी
23:12कबीर रिया के बगार अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है और वो यहीं सोईती है कि कबीर उसे सची महबबत करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तो तो तो तो तो तो रिया खुश हो जाती है
23:42बहुत जो लगा है कि इनकी तलाग हो जाए लेकिन तलाग नहीं होती और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हे बेहनोई हो बेहनोई की इसत करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे असमा जान बुझ कर अपने माबा�
24:12रोएगी अपने माबाप की तस्वीर के सामने ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाक कम तालबा करे लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो उसे सची महबद करता है इसी हो जासे वो भी चु�
24:42के खानदान में सब बेस्ती हो सके कि रिया ने खुद तलाक मांगी है और तलाक हो गई है लेकिन तलाक नहीं होगी और कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालूम है कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी औ
25:12करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे और असमा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा कि वो क्या करे क्योंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
25:42उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आव कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
25:47कबीर रिया के बगार अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है
25:52और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है
25:56उसकी दोसटाती है और कहती है कि कबीर जैसी महब�ut कोई بھی नहीं कर सकता भो ता तुमसे इशक करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुशोँ जाती है क्यूंकि उसे मालुम है कि वाके ही कवेर उसे महबबत करता है और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी �
26:26बेहनोई की इजद करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे असमा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के सामने खड़ी होकर रो रही होगी और कह रही होगी कि कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है वो �
26:56तलाक कम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कभीर ऐसा नहीं है वो उससे सची महबत करता है इस्य वज़ासे वो भी चुब करके बैठ गई है वो भी खामोश है वो कुछ नहीं कैर पा रही क्योंकि उसे मालम है कि उसे वेहन और उसका भाई तलाक जलबाना चाहते है त
27:26कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालूम है
27:30कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो अस्मा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी
27:39और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है
27:42और अस्मा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा
27:47और रिया से मिलकर जाया करेगा हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे
27:50और अस्मा तो बोलती ही रहती है लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा कि वो क्या करे
27:56क्योंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे
28:01इस वज़े से वो सकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
28:04और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी
28:09और जब उसकी माँ को मालम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी
28:14क्योंके उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है
28:18और इसी वज़े से आप कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
28:22कबीर रिया के बगएर अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है
28:27और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है
28:31उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता
28:36वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है
28:41क्योंकि उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महाबत करता है
28:44और इसी वज़ा से अभी तक उसने तलाक नहीं दी ना ही दिया
28:49उससे तलाक रेना चाहती है उसकी बेहन बहुत जोर लगा है
28:52कि उनकी तलाक हो जाए लेकिन तलाक नहीं होती
28:56और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोई की इज़त करना नहीं आती
29:03तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता
29:06अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे
29:10अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी
29:14और कहर ही होगी के कबीर अब रिया के सूरत में बदला ले रहा है
29:20वो बहुत जदा रोएगी अपने माबाप की तस्वीर के सामने
29:24ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताकि रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो
29:30और वो उसे तलाक कम तालबा करे
29:32लेकिन रिया को पता है के कबीर ऐसा नहीं है
29:37वो उसे सची महबद करता है
29:38इसी वज़ासे वो भी चुप करके बैठ गई है
29:41वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही
29:44क्योंकि उसे मालुम है
29:46कि उसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाहते है
29:49तला कुर्ण दूलबाना चाजते है
29:50ताके उनके खांदान में सब बेस्ती हो सके
29:54कि रिया ने खुद तलाक मागी है
29:56और तलाक हो गई है
29:58लाकिन तलाक नहीं होगी
30:00और कबीर रिया को वैसे भी नहीं चोड़ने वाला
30:04उसे मालुम है
30:05कि अगर उसे एकेला छोड़ दिया तो वो अस्मा और स्कंदर के बातों में आ जाएगी
30:13और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है और अस्मा कहती है
30:19हम लोगों के सामने बो रोज आया करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा
30:24हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे
30:25और असमा तो बोलती ही रहती है
30:28लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
30:30कि वो क्या करे
30:31क्योंके रिया खुद चाहती है
30:34कि वो कबीर के साथ खुश रहे
30:36इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
30:39और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी
30:44और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत सदा खुश होगी
30:49क्योंकि उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है
30:53और इसी वज़ा से आब कबीर और रिया की तलाग नहीं होने देगी
30:56कबीर रिया के बगार अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है
31:01और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबबत करता है
31:06उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबबत कोई भी नहीं कर सकता
31:11वो तो तceğ تم से इश्G करता है,
31:13उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुशो चाती है,
31:16क्यूंकि उसे मालूम है क्युक्ष्ब prestigious के वाके ही कबीर उसके महाबबत करता है,
31:20और इसी वजह से अभी तक उसने तलाक नहीं दिया,
31:24उससे तलाक रेना चाहती चाहती है,
31:26उसकी बेहन ने बहुत जो लगा है कि इनकी तलाग हो जाए लेकिन तलाग नहीं होती
31:31और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोईों बेहनोई की इज़त करना नहीं आती
31:38तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता
31:41अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे
31:45असमा जान बुझ कर अपने माबाब की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी
31:49और कहर ही होगी कि कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है
31:55वो बहुत जदा रोएगी अपने माबाब की तस्वीर के सामने
31:59ये इनकी प्लैनिंग का हिस्सा होगा ताके रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाक कम तालबा करे।
32:08लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है
32:11वो उसे सची महबद करता है
32:13इसी हो जासे वो भी चुप करके बैठ गई है
32:16वो भी खमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही
32:19क्योंकि उसे मालूम है कि उसकी बेहन और उसका भाई
32:22कबीर से दूर करना चाहते है ताके
32:26उनके खांदान में सब बेस्ती हो सके
32:29कि रिया ने खुद तलाक मांगी है
32:31और तलाक हो गई है लेकिन तलाक नहीं होगी
32:34और कबीर रिया को वैसे भी नहीं चोड़ने वाला
32:39उसे मालूम है कि अगर उसकेला चोड़ दिया
32:43तो वो अस्मा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रोज ही रोज रिया से मिलने के लिए आता है
32:51और अस्मा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा और रिया से मिलकर जाया करेगा
32:58हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे
33:00और असमा तो बोलती ही रहती है
33:03लेकिन सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
33:05कि वो क्या करे
33:06क्योंके रिया खुद चाहती है
33:09कि वो कबीर के साथ खुश रहे
33:10इस वज़े से वो सिकंदर कुछ नहीं कर पा रहा
33:13और रिया भी अब माँ बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी माँ को मालुम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी क्यूंकि उसे पोते की बहुत ज़रूरत है वो उसे देखना चाहती है और इसी वज़ा से आब कबीर और रिया की तलाक नहीं होने देगी
33:31कबीर रिया के बगएर अब नहीं रह सकता रिया दुबारा अपने घर आ जाती है और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबत करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबत कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है �
34:01बहुत जो की तिलाग हो जये लेकिन तिलाग नहीं होती और उल्टा कभीर आ कर कहता है कि तुमें बहनोई यों बहनोई
34:11की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर को सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और असमा प्लैन बनाएंगे असमा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के खड़ी होकर रो रही होगी और कह रही होगी कि कबीर अब रिया की सूरत में बदला ले रहा है वो बह�
34:41कम तालबा करें लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो उससे सची महबद करता है इसी वज़ासे वो भी चुप करके बैठ गई है वो भी खौमोश है वो कुछ नहीं क्यार पा रही क्योंकि उसे मालुम है कि इसकी बेहन और उसका भाई कबीर से दूर करना चाते ह
35:11कबीर रिया को वैसे भी नहीं छोड़ने वाला उसे मालूम है कि अगर उसे अकेला छोड़ दिया तो वो असमा और सिकंदर के बातों में आ जाएगी और वो रोज रोज रिया से मिलने के लिए आता है और असमा कहती है कि हम लोगों के सामने अब वो रोज आया करेगा और रि
35:41क्योंके रिया खुद चाहती है कि वो कबीर के साथ खुश रहे इस वज़ज़ से वो इसकंदर कुछ नहीं कर पा रहा और रिया भी अब मा बनने वाली हो जाएगी और जब उसकी मा को मालूम होगा कबीर की तो वो बहुत ज़दा खुश होगी क्योंके उसे पोते की बहु
36:11और वो यही सोईती है कि कबीर उसे सची महबद करता है उसकी दोस्त आती है और कहती है कि कबीर जैसी महबद कोई भी नहीं कर सकता वो तो तो तुम से इश्ग करता है उसकी दोस्त जब कहती है तो रिया खुश हो जाती है क्योंके उसे मालम है कि वाके ही कबीर उसे महबद
36:41और उल्टा कबीर आकर कहता है कि तुम्हें बेहनोई हो बेहनोई की इज़त करना नहीं आती तो सिकंदर कुछ भी नहीं कर पाता अब सिकंदर और अस्मा प्लैन बनाएंगे अस्मा जान बुझ कर अपने माबाप की तस्वीर के सामने खड़ी होकर रो रही होगी और कहर ही हो
37:11रिया के दिल में कबीर के लिए नफरत पैदा हो और वो उसे तलाक कम तालबा करे लेकिन रिया को पता है कि कबीर ऐसा नहीं है वो उसे सची महाँ

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