गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में बगैर किसी संदर्भ के कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि कोई हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता, अगले ही दिन सवेरे एक विशेष अदालत मालेगांव में 2008 के बम विस्फोटों में अभियुक्त सात हिंदुओं को बरी कर देती है। क्या यह केवल संयोग है? क्या देश के गृह मंत्री को किसी और धर्म पर गर्व नहीं है? #news #latestnews #newsanalysis #dailynewsanalysis #newspaperanalysis #dailynewspaperanalysis #malegaonblast #NIA #pragyathakur #hemantkarkare
00:00दो हजार आठ को दो हजार आठ में माले गाओं ब्लास्ट हुआ माले गाओं में जो बंब स्पोर्ट हुए एक मोटर साइकल में जो आडी एक्स रखा गया था मस्जित के पास उस पूरे मामले में कोई दोशी नहीं पाया गया
00:24इसमें भारती जन्ता पार्टी की पूर्व सांसद प्रग्या ठाकोर मेजर रमेश उपाध्याय करणल पुरोहित समेथ सारे जो साथ लोग थे उन्हें बरी कर दिया गया और यह NIA कोट ने किया
00:41और साथ ही साथ देखिए 31 तारिक को यह फैसला आता है और 30 जुलाई को राजसभा में खड़े होकर देश के ग्रिह मंत्री अब तक का सबसे बड़ा विभाजनकारी स्टेट्मिंट देते हैं
01:00कि मुझे इस बात पर गर्व है I am proud to say no Hindu can ever be a terrorist तो आप देखिए यह जो chronology है
01:13यह chronology अपने आप में सारे sequence को सारे तार को खोल कर रख दे रही है उदेड कर रख दे रही है
01:22है ऐसा लग रहा है कि ग्रिय मंत्री अमिशा जी को पता ही था वैसे यह तो हमें भी पता था कि NIA
01:30प्रग्या ठाकूर हो करनल पुरोहित हो रमेश उपरद्याय मेजर हो उनमें से किसी को भी दोशी करार देगी नहीं क्योंकि इसका फैसला 2016 में कर दिया गया था
01:45लेकिन यह सीक्वेंस एक सेकुलर देश में अभी तक अमिशा जी भारत अभी आप कॉंस्टिूशन नहीं बदल पाए हैं अभी तक हमारे कॉंस्टिूशन हमारे कॉंस्टिूशन की प्रस्तावना के हिसाब से देश धर्म निर्पेक्ष है और आपने आतंकवाद की रिली�
02:15मैं हूँ आपकी दोस्त भाशा आप देख रहे हैं बेबाग भाशा पे यूट्यूब लाइव रोजनामा जो सबसे बड़ी खबर विस्पोटक चल रही है जिस पर पूरे समया चर्शा होगी और संधन के भीतर कुछ भी हो रहा होगा उससे बड़ी खबर ये है कि माले गाउ
02:45पूर्ट ने और निये ने ही 2016 में पहले ही एडिशनल चार्शी दाकिल की थी और यह भारत के इतिहास में संभवता एक अपने आप में बहुत ही रेर ऑफ रेरेस्ट केस है कि निये जो गवर्मेंट एजनसी है उसने नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजनसी वह और उसने ए
03:15ATS के खिलाफ ही उसने अपनी जो सप्लिमेंटरी चार्शीट दी 2016 में उसने कहा कि ATS ही गलत था एक गवर्मेंट एजनसी दूसरी गवर्मेंट एजनसी के खिलाफ ओन रिकॉर्ड सप्लिमेंटरी चार्शीट में इस तरह का हलफ नामा दे यह अपने आप में रेर ऑफ रेर
03:45जनता पार्टी तो और पहले से जानती है क्योंकि माले गाओं ब्लास्ट की आरोपी प्रग्या ठाकुर जिनने साधवी प्रग्या ठाकुर कहा जाता है उन्हें तो उन्होंने अपना कैंडियेट भोपाल से बना कर सदाने भी भेज दिया था लोकसभा में सांसती यानि बीज
04:15सारे लोग जमानत पर बाहर रहकर अपना काम बहुत आराम से कर रहे थे और जिस समय मैं आपसे बात कर रही हूं समय सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर हम जैसे लोग जो सवाल उठा रहे हैं इस फैसले पर उनसे पूछा जा रहा है कि भाईया अभी तो जो ट्रेन हा�
04:45सलमान थे तब तो आप लोग कह रहे थे कि यह सही हुआ और अब जब हिंदू आतंकवादी जिन पर आरोप लगा था उन्हें बरी किया गया है तो आप लोग उनको दर्द क्यों हो रहा है यही हमारा बुनियादी सवाल है और यही क्रोनोलोजी हम समझाना चाहते हैं कि दर
05:15वह भी देश की संसद में खड़े होकर कि उन्हें गर्व है कि कोई हिंदू आतंकवादी हो नहीं सकता है यह पूरा स्टेटमेंट इस सोच पर आधारित है जो सबसे ज़्यादा प्रचारित की गई है आरेसेज और भारती जनता पार्टी के द्वारा कि दरसल आतंकवादी
05:45उसी तरह से जैसे इसाई is equal to धर्मान तरण अब आप देखे यह definition जब देश की सत्ता पे शीर्ष पर बैठा व्यक्ती अमिशा जी सदन के भीतर कहते हैं अब लोग सवाल पूछेंगे ही ना लोग कह रहे हैं कि क्या क्रोनोलोजी है यस्टड़े अमिशा रासभा में बोलत
06:15अगले दिन माले गाओं ब्लास्ट में सारे आरोपी बरी हो जाते हैं अब आप देखिए कि यह जो है अपने आप में काफी दिल्चस्प है इसलिए भी क्योंकि prosecution has failed to establish the guilt beyond reasonable doubt यही आधार जो मुंबई ट्रेंड ब्लास्ट हुआ था उसमें जो 13 मुसल्मान थे उनके बारे मे
06:45और यह मामला जो हम बात कर रहे हैं इसमें जो basic difference है वह यह है कि माले गाओं ब्लास्ट केस में सिर्फ बीजे पी ही नहीं जो agencies हैं जो जांच agencies हैं सोचिए क्या मज़ेदार बात है कि NIA ही जांच कर रही है और NIA ही यह हलफ नामा दे रही है 2016 में clean shit दे चुकी है
07:15तो 2016 में already इस मामले का भविश्य तैय हो चुका था जब उसने कहा कि ATS ने इन लोगों के ऊपर evidence plant किये यह मैं नहीं कह रही हूँ यह NIA की जो chart sheet है 2016 की वह कह रही है
07:34और उससे भी बड़ी बात 2016 में प्रग्या ठाकुर हो या फिर कर्नल पुरोहित हो इन सब को सीधे सीधे उन्होंने बरी कर दिया था कि भाई इनके उपर आरोप साबित नहीं होता है
07:51इस पर सिर्फ और सिर्फ आज एक detail जो story है फैसले के आने से पहले वह बहुत एहम story times of India ने की है
08:02यहाँ पर एक और sequence बहुत important है ध्यान से सुनना चाहिए भक्तों को वह मैं पढ़के बता रही हूँ कि 2015 में जी हाँ 2015 में
08:14जो इस मामले की special public prosecutor यानि सरकारी वकील सरकारी वकील कौन था रोहनी सालियान थी एक हिंदू महिला थी ध्यान दीजेगा यहां मैं मुसल्मान हिंदू क्योंकि अब अमिशा जी ने इतनी बड़ी बात कह दिये तो हमें भी बड़ा ध्यान रख रख के बोलना चाहिए कि कौ
08:44रोनी ने 2015 में कहा था आरोप लगाया था और चोरी छुपे नहीं पबलिक में जाकर हिम्मत दिखाई थी रोनी ने या कहने की कि यह जो एनाईय है न यह मुझ पर दबाव डाल रही है कि मैं यह एक्क्यूस्ट पर सौफ्ट हो जाऊं ज्यादा तफ्तीश ना करूं ज्या�
09:14है वह हैं हेमन्थ करकरे हेमन्थ करकरे वही व्यक्ति जिनके बारे में जिनकी बहादुरी का चर्चा जब बॉंबे में आतंकी हमला हुआ था चबबिस ग्यारा उस समेख लिया गया था जब कसाब को पकड़ा गया था
09:35याद है आपको उसमें इंचार्ज कौन था वन आफ दे इंचार्ज लीडिंग ऑफिसर वाज हेमंत करकरे और यही हेमंत करकरे
09:47माले गाओं ब्लास्ट में इंचार्ज थे ATSK और इन्होंने एक बहुत डीटेल इंटर्व्यू भी दिया
09:57राना आयूब जो बहुत ही चर्शित पत्रकार तहलका के लिए इंटर्व्यू दिया गया तहलका मैगजीन में वो काम करती थी
10:09अपनी मौत से पहले यह इंटर्व्यू हेमंत करकरे दिया और बहुत ही इंपॉर्टन्ट लीड्स हैं उसमें
10:17जिसमें करनल पुरोगित का जिक्र है जिसमें उस संस्था का जिक्र है जिस संस्था के ऊपर हिंदू आतंकवाद पहलाने का आरोप लगा था
10:29और हेमन्त करकरे का इंटर्व्यू जरूर पढ़ना चाहिए हम अपने लिंक में भी देंगे जो राना आयूब ने उस समें लिया था
10:37अभी राना आयूब ने उसे एक्स प्लेट फॉर्म पर जो अपनी पोस्ट डाली उसमें भी डाला है
10:43और उसमें उन्होंने सीधे सीधे सवाल उठाये थे बहुत गंबीर सवाल उठाये थे
10:48हेमन्त करकरे ने हेमन्त करकरे ने कहा था कि जिस तरह से यह पूरे ब्लास्ट को अंजाम दिया गया
10:59जिस बाइक को क्योंकि साधवी प्रग्या ठाकूर बाइक की बहुत शौकीन है और यहाँ पर जो प्रोसिक्यूटर है प्रोसिक्यूशन है वो बियॉंड रीजनेबल डाउट यह प्रूव नहीं कर पाया कि माले गाओं बंबलास्ट में जो बाइक इस्तमाल की गई थी जि
11:29आई थी वह काफी इंपोर्टन्ट है ध्यान देने योग्य है लेकिन हेमंत करकरे की जो मौत होती है आपको याद है उस समय साधवी प्रग्या ठाकूर भारती जनता पार्टी की दग्रेट सांसर हिंदू महिला एक हिंदू हेमंत करकरे की मौत जो आतंखवादी की गोली से
11:59यह हिंदू औरत जो सांसर थी उस समय जो उस समय पूरे के पूरे मामले में जेल में थी और बाद में सांसर बनी हाला कि उन्होंने बाद में भी अपना यह स्टेट्मेंट दोहराया था
12:16वह हेमंत करकरे की मौत के समय कहती हैं उसे मेरी बद्दूआ लगी होगी इसलिए वह मरा क्योंकि उसने मुझे गिरफ्तार करवाया था
12:30इसलिए हेमंत करकरे जिसे देश शहीद मानता है क्योंकि वह आतन की हमला हुआ था बॉंबे में मुंबई में ताज होटल में 26 ग्यारा को उसमें एक लीड थे
12:50तब आप देखिए कि यह जो सारा नफरत का खेले किस तरह से चल रहा है किस तरह से चलाया जा रहा है इसे देखना समझना बहुत इंपॉर्टन्ट है और यह मैं इंटर्व्यू की बात कर रही हूँ जो राना अयूब ने हेमंत करकरे का इंटर्व्यू लिया था वह काफी
13:20in 2011, in 2015, ये Times of India की जो प्रकाशित स्टोरी है, मैं उससे पढ़ रही हूं, ताकि भक्तों को यह ना लगे कि सिर्फ मैं अपने मन से पढ़ रही हूं, यह सारी चीजें on record हैं, दस्तावेज हैं इंको लेकर,
13:35इन 2015, special public prosecutor रोहनी सालियान, publicly alleged that NIA has instructed her to go soft on the accused, leading to change in prosecution, NIA supplementary charge sheet in May 2016,
13:53अब आप सोचिए, 9 साल पहले, आज की बात नहीं है, 2025 में यह फैसला आया है, 9 साल पहले NIA ने clean chit दे दी थी, और यह फैसला आज की तारीख में आया है,
14:07यहां पर NIA supplementary charge sheet in 2016, accused atheist of planting RDX, to frame पुरोहित, and notably gave clean chit to ठाकुर, प्रग्या ठाकुर, and others citing insufficient evidence,
14:24अब आप देखिए, यह सब होने के बाद भी, यह मामला चलता रहा, क्योंकि NIA ने कहा कि भाई, अभी UAPA पर मामला है, और हम समय पर पैसला देंगे,
14:34और chronology बहुत interesting है, यहां chronology इतनी interesting है, कि देश के ग्रिहमंत्री सदन के भीतर खड़े होकर बयान देते हैं,
14:43और सीधे सीधे, यह कहते हैं, कि किस तरह से इस पर बात है, यह देखिए साकेद गोखले,
14:51यह मैं नहीं कह रही हैं, यह तमाम लोग यह सवाल उठा रहे हैं, जो बहुत important है अपने आप में,
14:56कि साकेद गोखले, जो सांसद हैं, वो किस तरह से इस मामले में देख रहे हैं,
15:02और वो कह रहे हैं, साकेद गोखले, कि क्या यह coincidence है, क्या यह महज जित्तफाक है,
15:09कि एक दिन पहले, देश के ग्रिहमंत्री आतंक वाद को धर्म से जोड़ते हैं,
15:15और एक धर्म के अनुयाईयों को क्लीन चिट देते हैं, रुके ही रहिएगा, मेरे साथ बने रहिएगा, मैं बताऊंगी,
15:22कि जिस समय एक देश के ग्रिहमंत्री यह बात कह रहे हैं, उस समय देश में चल क्या रहा है,
15:27और हम किसे आतंक की घटना मानते हैं और किसे नहीं मानते हैं, यह भी एक बड़ा सवाल है,
15:34और साथ ही साथ देखिए कि यहां पर जो पूरी की पूरी बात चीत हुई है, जिस तरह से लोग यह सवाल उठा रहे हैं, उसमें अवेसी, असुवदीन अवेसी ने जो सवाल उठाए हैं, वह बहुत इंपोर्टन्ट हैं, आप उनकी राजनिती से सहमत हों, नहीं सहमत हों
16:04जिन्हें कोई मीडिया नहीं दिखाएगा, बेबाग भाशा के अलावा, इसलिए आप सबसे अपील है, जो लोग देख रहे हैं, हमारे चैनल को सब्सक्राइब कीजिए, हमारे वीडियो को शेर कीजिए, और अगर आप सही सोचते हैं हमारे काम को, तो हमें आर्थिक मदद
16:34रहते हैं और इसी बेबाकी के साथ अपना काम करते रहते हैं, यहां देखियो, वेसी क्या कहते हैं, पहला पॉइंट, यह इन्होंने जो पूरी पोस्ट की है, इसमें इन्होंने पाँच पॉइंट रखे हैं, और पाँच ओ पॉइंट बहुत इंपोटन थें, नमाले गा�
17:04आतंकवादियों ने धर्म पूच कर हत्या की थी और यहां पर OVC सहाब कहते हैं कि यहां पर भी धर्म जानने के बाद जान बूच कर नमाज अता करने वाले लोगों को निशाने पर लिया गया था
17:1917 years after the blast the court has acquitted all the accused of latter of evidence
17:35will the Modi and the Fadnabi's government appeal to the judgment the way they swiftly demanded a stay in the Mumbai train blast acquittal
17:44will Maharashtra secular political parties demand accountability who killed the six people
17:51यहां देखिए जो सवाल उठाया OVC ने यह दरसल देश के सारे धर्म निर्पेक्ष लोगों को उठाना चाहिए
18:00जो लोग इस वतन से इस constitution से इसके आईन से प्रेम करते हुने उठाना चाहिए
18:06कि भाईया जब Bombay train blast मामले में तेरा मुसलमानों को Bombay High Court ने छोड़ दिया
18:18तब तुरंट चुठकियों में महाराश्ट के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपील करेंगे इसके खिलाफ
18:28वह तुरंट सुप्रीम कोट पहुचे क्या यहां माले गाओं blast मामले में इन साथ लोगों को छोड़ा गया है
18:39इस फैसले पर चैलेंज करने के लिए रोक लगाने के लिए
18:45क्या मुंबई के देवेंद फडनवीस या NIA जाएगी उपर वाले कोट में हमें आपको जवाब तो बहुत अच्छे से पता है
18:55क्योंकि जैसा मैं आपको बता रही हूँ यह दिमाग में जरूर रखेगा
18:59फैसला दो हजार पच्छिस में आया है लेकिन फैसला लिख दिया गया था
19:04दो हजार सोला में ही क्योंकि जो जाच एजेंसी है इस पूरे मामले में
19:09NIA वहाँ तो दो हजार सोला में ही यह लिख चुकी थी कि ATS गलत है
19:15प्रग्याठा को ठीक है और बाकी लोग ठीक है तब सवाल यह उठता है कि क्या इस मामले में
19:23हाई कोट जो वहाँ की सरकार है चुनी हुई डिवेन पड़नवीस की सरकार है
19:30AI वह जाएगी और देखिए यहाँ पर तीसरा पॉइंट वही है जो मैं आपको दो बार बता चुकी हूँ
19:37लेकिन ध्यान रखना जरूरी है 2016 में जो एक सहासिक काम रोहनी सालियान जो
19:44सरकारी वकील थी उन्होंने कहा था ओन रिकॉर्ड गई थी अगर वो ओन रिकॉर्ड ना गई होती
19:50तो शायद आज हम आप और बाकी लोग यह important सबाल नहीं उठा रहे थे
19:56कि कैसे जो जाच करने वाली एजनसी है जिसके काम पर जाच है यह उसी तरह से है
20:02कि डॉक्टर पेशिंट को मारना चाहता है और वह कहता है एनिस्थीसिया देने वाले को कि ज़्यादा एनिस्थीसिया दे दो
20:10इसी तरह से रोहनी को NIA ने सीधे सीधे कहा कि भाईया तुम सॉफ्ट हो जाओ ज्यादा फड़पडाओ नहीं ज्यादा जाच ना करो
20:21सॉफ्ट हो जाओ और यह ऑन रिकॉर्ड का यही ओवेशी भी कह रहे हैं और फिर देखिए 2019 में वही व्यक्ति क्योंकि ये तो जो बड़ा सवाल है यह हम सब लोगों के भीतर है मैंने भी संसत के भीतर 2019 में जब प्रग्या ठाकुर चुन के आई और हम बतौर पत्रकार दे
20:51कि एक जो टेरर एक्क्यूस्ड है उनके उपर आरोप लगा है उन्हें आप पॉलिटिकल पार्टी जिसकी सरकार है मोदी जी की सरकार है और मोदी जी का उस समय नारा था सबका साथ सबका विकास वह सरकार वह पॉलिटिकल पार्टी एक टेरर एक्क्यूस्ड को जो खुले �
21:21उन्हें आप सांसत बनाते हैं तो आपको तो यह पहले से
21:25indication है और फिर जो चौता बात है करकरे
21:29has uncovered the conspiracy in Malagao and was
21:33unfortunately killed by Pakistani terrorists in 2611
21:37attack. The BJP MP went on record
21:42saying she has cursed him and his death
21:45is consequence of his curse. यह वही बात है
21:49जो मैंने अभी कही कि हेमंद करकरे
21:52जो ATS के इंचार्ज थे जिन्होंने यह सारा का
21:55सारा मामला भारत के सामने रखा पहली बार
21:59पहली बार पूरे साहस के साथ हेमंद करकरे
22:03बताते हैं कि किस तरह से एक section जिसमें
22:07major भी major पुरोहित शामिल हैं
22:11colonel शामिल हैं और इन लोगों की जो
22:14trainings हैं arm training है उसको लेकर भी सवाल उठता है
22:17उसमें यहाँ पर जो BJP MP हैं वह on record कहती हैं
22:23कि वह मेरी वज़ा से मारा गया और मैंने उसे
22:25बद्दुआ दी थी कि उसकी मौत ऐसे होगी
22:29और देखिए यहाँ पर जो पांचवा पॉइंट उठाते हैं
22:33तो आप देखिए यह जो सारे सवाल ओवेसी ने उठाए हैं
22:53वह काफी important है और इस मामले में दो जो सांसद हैं उनके बयान सामने आये हैं
23:00यहाँ पर काफी interesting ढंग से अखिलेश जो समाजवादी पार्टी के हैं वह इस मामले में बोलते हैं
23:07यहां देखिए अखिलेश सीदे सीदे बोलते हैं कि जो आप बात समझ रहे हैं वहीं मैं कह रहा हूं और यहां पर इमरान प्रताब गिड़ी हैं
23:34कॉंग्रेस के सांसब उन्होंने सीदे सीदे कहा है दिस इस अडिसीजन यह एक फैसला है यह नहीं है
23:44दरजनों लोग मारे गए हैं इतना जगन ने बंवी स्पोर्ट और भाजपा के लिए तो वो कभी आरूपी थे ही नहीं
24:00लेकिन जो लोग मारे गए हैं उनकी रूप के साथ इंसाफ नहीं हुआ है अब देखना यह है कि उचली अदालत में जाती है या नहीं
24:10तब आप देखें कि यह जो पूरा का पूरा मामला है यह अभी आगे सुलकता रहेगा और यहां पर जिनलों की मौत हुई थी मैं उनके नाम पढ़ देती हूँ
24:20उनने साल के सेद अजहर 24 साल के मुश्ताक शेख यूसुफ 42 साल के शेख रफीक शेख मुस्तफा 10 साल की फरहीन 20 साल के इफ्रान जियावलुल खान और 70 साल के हारुन मुहम्मद शाह इन लोगों की मौत इस ब्लास्ट में हुई थी और जिस समय हम आप से बात कर रहे हैं य
24:50को बचरंग दलियों ने तंग किया और आज वह जेल में हैं चाहे यह मुस्लिम महिला पश्चिम बंगाल की मालदा की जिन्होंने बताया कि किस तरह से किस तरह से इनके खिलाफ सारा मामला बनाते हैं इनको टॉर्चर किया जाता है और आपको यह भी नहीं भूलना चाहिए
25:20अमिशा जी आप देश के ग्रिह मंत्री हैं इस बात का ध्यान रखिए प्लीज जब आप इस तरह की क्रोनोलोजी बनाते हैं तो हमारे दिमाग में बहुत से सवाल खड़े होते हैं और यह सबसे बड़ा सवाल है कि चाहे मुंबई ब्लास्ट हुआ हो ट्रेन ब्लास्ट हु
25:50माले गाओं ब्लास्ट में भी यह सवाल उठता है कि जाच एजनसी क्यों सौफ्ट जा रही थी और माले गाओं ब्लास्ट हुआ तो किसने ब्लास्ट किया यह पत्ते कभी खुलते क्यों नहीं हैं और इसमें हमेशा एक बड़ा सवाल कॉंग्रेस सरकार पर रहेगा जो 2004 से �
26:20आज है लेकिन फिलहाल धर्म और आतंखवात का कोई रिष्टा कम से कम देश के ग्रिह मंत्री अमिशा जी को नहीं जोड़ना चाहिए था शुक्रिया