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बेबाक भाषा के ख़ास प्रोग्राम Decoding RSS में लेखक और प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता राम पुनियानी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत और All India Imam Organisation (AIIO) की 24 जुलाई को हुई बैठक का विश्लेषण किया।
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Transcript
00:00दोस्तों बेबाग भाशा पर आपका स्वागत है
00:06डिकोडिंग आरेसेस की इस कड़ी में आज हम बात करेंगे
00:14आरेसेस उखिया, आरेसेस सरसंगचालक, मौहन भागवत
00:18और आरेसेस के बड़े पदादिकारियों के एक मीटिंग
00:22जो All India Imam Organization के साथ हुई
00:25अब इसमें कहते हैं कि करीब साथ व्यक्ति थे
00:29और इसकी पहल ये जो इमाम और्गिनाजेशन है
00:34उसके मुखिया इलियासी ने ली थी
00:36और ये एक क्लोस दूर मीटिंग थी
00:39करीब तीम गंटे चली
00:41और उसके बाद जो इसके प्रतिनी थी थे
00:44इमाम और्गिनाजेशन के
00:46उन्होंने कहा कि मीटिंग बहुत अच्छी रही
00:48और हमारे अच्छे संबन हम मानते हैं
00:51कि देश का इंट्रेस्ट सबसे उपर है
00:54और सामप्रदा एक सथ भावना रखना
00:56यह हमारा करतव है
00:57दूसरी और से RSS के प्रवक्ता ने भी यही बात कही
01:01कि बादचीत होना ज़रूरी है
01:03और यह बादचीत के माद्यम सही
01:05हम सबस्याओं का हल कर सकते हैं
01:07यह इसके लिए उपर से बादचीत से शुरुवात होकर
01:11बादचीत नीचे जाना चाहिए
01:13नीचे तक जाना चाहिए
01:15मदरस्य, मंदिर, मौलाना, पंडित
01:19इनकी आपस में बादचीत होना चाहिए
01:21और इसका हल निकलना चाहिए
01:23अब वैसे तो RSS के बड़े प्रदादिकारी
01:28जो हैं महान भागवत
01:31ये उनकी मुस्लिम संगठनों के
01:34प्रतिनितियों के साथ पहली मीटिंग नहीं है
01:36हमें याद है
01:37सन 2022 में भी इसी प्रकार के एक मीटिंग हुई थी
01:41जिसमें चीफ इलेक्शन कमिशनर
01:43S.Y. कुरेशी
01:44लेटेन जनरल जमीर अद्दीन
01:47और दिल्ली के लेटेनर गवर्नर नजीब जन्ग
01:51और दूसरे दो व्यक्ति भी शामिन थे
01:53इसके पहले
01:552019 में इनकी एक मीटिंग
01:57मौलाना मुहमद अर्शद के
01:59जो जमात हिंद की
02:01साथ भी हुई थी
02:03अब ये मीटिंग से जो उन 2019 से
02:06तो हम देख रहे हैं
02:07इसकी निश्पत्ति क्याने के लिए
02:09एक तरफ RSS
02:11ये एक दिखाता है
02:14कि ये समवाद के लिए
02:15खुला है और दूसरी सबसे
02:18अब देखते हैं कि
02:19मुसल्मानों पर होने वाले जो अत्याचार है
02:21उनका जो दानवी करण है
02:23इस्लामोफोबिया है
02:25और मुसलिम समाज के बीच में
02:27बैठने वाला डर को लगतार बढ़ते जा रहा है
02:30एक मुझे मज़े की बात याद आती है
02:33जब S.Y. कुरेशी साहब
02:35अपने चार साथियों के साथ उन्हें मिले
02:37तो उन्होंने भागवज जी को एक किताब भेट की
02:40The Population Myths
02:43इसमें उन्होंने बताया
02:44कि जो अभी का Propaganda है
02:46RSS का और सांगठनों का
02:49कि मुसलिम की Population बहुत बढ़ रही है
02:51और ये हिंदूों से जादा हो जाएगी
02:54आसाम में भी आजकल ये Propaganda चल रहा है
02:56तो इसमें मज़े की बात ये है
02:58कि ये बात उन्होंने मीटिंग में भी कही
03:01और मीटिंग के बाद
03:03एक जब बड़ी सभा को
03:05मौनधागवजी संभोधित कर रहे थे
03:07तो उन्होंने इसी बात को दोर आया
03:09क्या दोर आया
03:11कि ये जनसंख्या का जो
03:13डिस्प्रपोर्शन है
03:14जिसका संतुलन नहीं है
03:16इससे देश की जो सद्भावना है
03:19वो बिगड़ेगी
03:20यानि इन्होंने कुरेशी जी ने
03:23जो घड़े में पानी डालने की
03:25कोशिश की वो घड़ा उल्टा निकला
03:27पानी पूरा का पूरा बहार वाय गया
03:29और एक तरफ
03:31ये दिखावा किया जा रहा है
03:34कि RSS जो आज का सबसे बड़ा
03:36संगठन है
03:37सबसे बड़ा शक्तिशाली संगठन है
03:39जो आज की राजनीतिक पार्टी
03:41BJP के उपर है
03:43वो इस प्रकार की बात करने के लिए
03:46तयार है
03:46और दूसरी तरफ उनका जो एजेंडा है
03:49जो सडकों पर उनका एजेंडा है
03:52वो बिल्कुल उसी प्रकार का दिखता है
03:55जो 2014 से चल हुआ
03:57धीरे धीरे बढ़ता गया
03:59ऐसे किसेज भी आए
04:01जहां हमने देखा
04:02कि लिंचिंग के घटनाएं अभी भी चल रही है
04:05लिंचिंग के घटनाएं अभी भी चल रही है
04:08और अगर आपको याद होगा
04:10तो कोरोना के समय
04:11कोरोना जिहाद के नाम पर
04:13कई तब्लीकी जमात के लोगों
04:15को अरेस्ट किया गया
04:16और इतने सालों बाद
04:19अभी उनको छोड़ा गया
04:20कान जजमिंट आया
04:22कि उनका इसमें कोई अपराद नहीं था
04:24जबकि आरेसेस परिवार की तरफ से
04:27ये फैलाया गया था
04:29कि ये जो कोरोना देश में फैला है
04:31वो तब्लीकी जमात की तरफ से फैला है
04:33और देखिए समाज में आज
04:35नौकरियों का हाल है
04:36उसमें खास दोर से
04:39मुसलमान नौजवानों को बेराज बेरोजगारी ज़्यादा है
04:44तूसरा जो हिंदू तेवारों को मनाने का एक तरीका है
04:49उसने एक आक्रमक रूप ले लिया है
04:52ज्यादा तर तेवारों में
04:54राम नौमी का तेवारों
04:55कोई और प्रोसेशन निकलने वाला हो
04:58तो यह जो प्रोसेशन्स हैं
05:00यह मंदिर के वहां नहीं जाते हैं
05:03मंदिर मस्जिद के पास
05:05मस्जिद के पास जाएंगे
05:07वहां डोर से डीजे बजाएंगे
05:09मस्जिद के उपर छत पर चड़कर
05:11हरा जंडा निकालकर
05:13भगवा जंडा लगा देंगे
05:14ये तरीका तो ही है, चार-पाइश साल से तो RSS कह रहा है, सब बाद होना चाहिए, और आज अभी जब कावण यात्राएं निकल रही हैं, कावण यात्राएं किस प्रकार से लोग उनको प्रताडित कर रही हैं, और खास तोर से उनका तो प्रताड़ सब के खिलाफ है, पर खा
05:44रोपने के बावजूद इस प्रकार की चल रही है बाते, आसाम के मुख्य मंतरी हीमंत मिश्व सर्मा, वो भी एक नफरती स्पीच फैलाने के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं, तो ये जो RSS का मुख्य अजिंड़ा है, कि हम हिंदू राष्ट्र हैं, इसमें तो कोई परिवर
06:14नंबर दो के लीडर ने होसबाले बोले कि समीधान से धर्म प्रेक्ष शब्द और समाजवाज शब्द निगाला जाना चाहिए, और ये सब उस समय हो रहा है, जब एक तरफ दिखावा किया जा रहा है, कि मुसलमान संगधनों से भी बातचीत करने के लिए तैयार है, उनक
06:44केवल राम की है, हमारी संस्कृति में राम भी है, अल्ला भी है, गुरुनानक भी है, कबीर भी है, निजामुदिन अलिया भी है, तो केवल एक धर्म के प्रतीक को पुरी राश्ट की संस्कृति से जोड़ना सही है, रसेस इस इन बातों पर कभी समझावता नहीं करेगा, �
07:14कुरानों को स्कूल में पढ़ाया जाए, अगर ये बात है, तो फिर कुरान को क्यों नहीं, गुरुगरंद सहाब को क्यों नहीं, कभीरवानी को क्यों नहीं, गौतमुद्ध की रचनाओं को क्यों नहीं, गौतमुद्ध की तो रचनाएं दूसरे फॉर्म में हैं, उनके ज
07:44कहेंगे हम हिंदु राश्ट्र हैं और हिंदु राश्ट्र में राम हमारे किवल संस्कृतिक प्रतीख है और जबकि हमारी जब जवारलाल नेरु कहते हैं यहां की संस्कृति मिरे जुली संस्कृति है मात्मा गांधी कहते हैं इश्वर अल्ला तेरो नाम उसके विरोध में आ
08:14क्या होगी मुझे लगता है कि इसकी निश्पति कुछ नहीं होगी किवल कुछ मुसल्मान नेता मुलावे में रहेंगे कि वो अपनी शिकायत आरसेस तक पहुचा सके अब खैर थोड़े दिन की तसलिह होगी पर बाद में उसी प्रकार की निराशा जैसे पहले दो टीम्स को ह
08:44प्रकार की बात नहीं की अलपसंख्यक हैं दबे हुए हैं एक कोने में रहे दोटे घड़े पर गई गई और उनको जो सलाह देते हैं कि आप दूसरों को काफिर मत कहो इससे इसको भावना पीरित होती है पर कोई मुसलिम संगठन या मुसलिम के जो बड़े लोग हैं वो हि
09:14में हुए हैं और यही RSS का उद्देश है तो इस प्रकार की बातचीत मेरे ख्याल से केवले दिखावा है अच्छा दिखावा है चलने दो पर इसकी निश्पत्ती कुछ नहीं होगी जब तक हम भारती समिधान के रास्ते पर नहीं चलेंगे यह ऐसी प्रकार के बातचीत से
09:44अच्छा दिखावा है

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