प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पिछलों दिनों मालदीव (Maldives) दौरे पर गए थे, प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के दौरे से मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी खासा उत्साहित हैं...हालांकि कुछ समय पहले भारत और मालदीव के संबंधों में कुछ खटास सी आ गई थी....लेकिन अब दोनों देश एक दूसरे के सहयोग की बात कह रहे हैं...वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर सिंह ने भारत और मालदीव के रिश्तों में सुधार की वजह क्या रही..इसे लेकर मालदीव (Maldives) में भारत के उच्चायुक्त जी बालासुब्रमण्यम (G Balasubramanian) से खास बातचीत की। आपको बता दें कि पीएमम मोदी (PM Modi) को रिसीव करने के लिए माले एयरपोर्ट पर खुद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ पहुंचे थे...इस दौरान पीएम मोदी के स्वागत में किसी तरह की कसर नहीं छोडी गई।
00:00प्रतानमंत्री नाइदर मोदी का मौल्दीव दौरा पूरा हो चुका है, हमारे साथ बात करने के लिए मौलदीव में भारत के उच्चायुक्त जी बाला सुब्रमन्यम जी हैं, आपका स्वागत है सर, नमस्ते, ये जो दौरा हुआ है, इसकी क्या उपलबधी रही, क्या काम
00:30ये आवसर अक्चुली दो चीज के ऊपर हैं, दो बड़ा चीज है, एक तो इनका साथवाँ, साथवाँ इंडिपेंडेंस डे भी हैं, और हमारा दोनों देशों के बीच में डिप्लमाटिक रिलेशन्शिप बनाने का साथवाँ अनिवर्सरी भी है, फस्न नोंबर से शु
01:00उन्होंने प्रेजडेंट मुईज के साथ अपना वारतालाब किये हैं, लोगों से मिले हैं, और बहुत सारा प्रोजेक्स जो इंडिया का असिस्टेंस के दोरान बनाया गया है, वो सब को हैंड़ोवर किये हैं, कुछ 72 वेहिकल्स भी इनका अमोडी के लिए, इनका मिनिस्
01:30कि अक्टोबर में जो प्रेजडेंट मुईज इंडिया स्टेट विजिट पर आये थे, आट वईना के अंदर हमारा प्रतान मंतरी इदर जो विजिट पर आये हैं, ये दिखाता है कि हमारा दोनों देशों के बीच में इंटराक्शन और लीडर्शिप का लेवल पर बहुत
02:00पीछे भीता की जो दोनों देश जो हैं भारत की तरफ से जो दिप्लमाटिक कोशिश हो रही थी वो तो हमें पता है लेकिन मौलदीप की तरफ से क्योंकि आप यहां पर उचायुक्त हैं, क्या ऐसी वजहें रही कि जो एक रिष्टा बिलकुल बिखरा हुओ लग रहा था �
02:30पड़ा है जब भी इंडिया मालदी उसको अपना मित्र समझा है, मित्र समझते रहा है, कंटिनू भी करेगा, जब भी इनका जरूरत पड़ा है, इंडिया फस्ट रेस्पॉंडर रा चुका है, तो हमारा दोनों देशों के बीच का जो संबंध हैं, उसको बरकरार रखने म
03:00करें कि आर्थिक सिति अगर मालदीव की बात करें तो अच्छी नहीं हो, सबको पता है, लेकिन क्या सिर्प आर्थिक वज़े हैं, या जो आपने कहा, डीप रूटेट जो एक प्रिष्ट भूमी रही है, वो भी एक वज़ा है कि रिष्टा जो है, वो मजबूती से आगे �
03:30सवन किलो मीटर लॉंग ब्रिज ओपन सीस में बना रहे हैं, बहुती इंजिनेरिंग मालदीव है, वो बन रहा है, जब वो बन जाएगा तो इनका आर्थिक स्तिती जो है, अनलिश होने का पूरा चांस है, एकनोमिक सिच्वेशन इंप्रूव करने का, सिमलरली हमने हमने हन
04:00इस भी किया था, जिसमें इनका द्वीपों के बीच में जाने के लिए आर्टील फेरीस का हमने बारा फेरीस को जो हमने अनूंस किये हैं, वो हम पैसा दे रहे हैं उसको बनाने के लिए, तो आर्थिक स्तिती और आर्थिक सपोर्ट बीच बिट्वीन दे टू कंट्री बह�
04:30तो एक ऐसे पिष्ट भूमी में अगर कोई तीसरा देश आके यहां पर प्रहावजवाना चाहता है, तो शायद इनके लिए मुम्किन नहीं है, लेकिन मेरा सवाल जो है, वो है सहलानियों से जुरा हुआ, टूरिस्ट से जुरा हुआ, बहुत ज़्यादा हमने यहां पे द
05:00जून तक तो 60,000 के उपर इंडियन आ चुके हैं, हाँ माना कि इनके पास 2,000,000 टूरिस्ट पिछले साल आये थे, उसमें हमारा कॉंट्रिबूशन भी अच्छा कासा है, इस साल भी हमारा 1,000,000 टूरिस्ट, 10,000,000 टूरिस्ट तो इंडियन ही निकला इस साल, जून में जब
05:30इनका इनका MMPRC इंडिया में कुछ शोज कर रहे हैं, टियर वन, टियर टू सिटीज को अलावा और भी जगा जा रहे हैं, फुड फेस्टिवल्स कर रहे हैं, इनको इन्होंने एक इंडियन आक्टर्स को ब्रांड अमबास्डर भी बनाए हैं, और नया टर्बिनल बिल्ड
06:00इनका इंडियन आग्रिमेंटेशन अग्रिमेंट भी साइन हुआ है, बिट्वीन टू कंट्रीज, तो यह सब देखेंगे तो जरूर और परियटन पर टूरिस्ट आने का चांस ज्यादा है, आखरी सवाल मेरा यह कि एक क्योंकि अहिन महासाग शेतर का बहुत एहम देश है
06:30थीन सव से ज्यादा मिलिटरी ओफिसर्स को इंडिया में हम ट्रेनिंग दे रहे हैं, रीसंटली हमने इनका जो हमने दिया हुआ एक कोस्ट गाट शिप है उसका भी हमने रीफर्बिश करके वापस दिये थे, ट्रेनिंग एक्सराइसेस बिट्वीन टू बिलिटरी अच्छ
07:00बी एक फांडिंग मेंबर हैं, तो हम हर एरिया में हमारा को आपरेशन मारिटेम सेकूरिटी में माल्डेवस के साथ अच्छा है, वह शुक्री हमको, थान्यवाद, दन्यवाद,