कोटकासिम ञ्च पत्रिका. पंचायत समिति कोटकासिम की पूर्व प्रधान डॉ. विनोद कुमारी सांगवान को राजस्थान हाईकोर्ट, जयपुर खंडपीठ से बड़ी राहत मिली है। न्यायाधीश अवनीश ङ्क्षझगन ने निलंबन आदेश को रद्द करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से पद पर बहाल करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट के इस फैसले के बाद बुधवार को क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। पदग्रहण को लेकर पंचायत समिति परिसर में सुबह से ही प्रशासनिक गतिविधियां तेज रहीं। सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल तैनात किया गया। परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। मौके पर कोटकासिम एसडीएम रेखा यादव, थानाधिकारी नंदलाल जांगिड़, किशनगढ़बास थानाधिकारी, तहसीलदार धर्मेन्द्र मीणा तथा विकास अधिकारी श्याम सुंदर शर्मा मौजूद रहे। हालांकि, कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद प्रशासन ने डॉ. सांगवान को पदभार ग्रहण नहीं करने दिया। अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से दिशा-निर्देश लंबित होने का हवाला देते हुए कार्यग्रहण को टाल दिया। इस पर डॉ. सांगवान के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र चौधरी ने प्रशासन पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ’’हमने हाईकोर्ट के आदेश विकास अधिकारी और एसडीएम को सौंप दिए हैं, फिर भी कार्यग्रहण नहीं होने दिया गया। यह न सिर्फ अदालत की अवमानना है, बल्कि लोकतंत्र का मजाक भी। घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व कांग्रेस कार्यकर्ता पंचायत समिति कार्यालय पहुंच गए। हालांकि माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन स्थिति नियंत्रण में बनी रही। इस संबंध में कोटकासिम एसडीएम रेखा यादव ने बताया कि ’’डॉ. सांगवान का कार्यग्रहण आदेश जिला परिषद के ईओ को अग्रेषित कर दिया गया है। उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’