Nagchandreshwar Mandir: नाग पंचमी आज मनाई जा रही है. नागों से संबंधित उज्जैन (Ujjain) में एक मंदिर स्थापित है जिसका नाम नागचंद्रेश्वर मंदिर है. नागचंद्रेश्वर मंदिर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) की तीसरी मंजिल पर स्थापित है और खास बात यह है कि इस मंदिर को सिर्फ 24 घंटे के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है.और फिर पूरे एक साल के लिए बंद हो जाता है ..
00:00हर साल सावन की शुकलपक्ष की पंचमी दिती को नाग पंचमी की रूप में मनाय जाता है।
00:30शिव की पूजा और उनका रूद्राविषय करना बहुत ही शुब माना जाता है। दरसल ऐसका करने से जातक काल शर्प दूश से मुक्ध हो जाता है।
00:59से एक उजयन जिले का श्री नाग चंद्रेश्वर मंदिर है जो कि साल में समात्र एक बार श्रावण सुक्ल पंचमी यानि नाग पंचमी के दिन खुलता है और वो भी सिर्फ 24 घंटे के लिए खास बात यह भी है कि यह मंदिर उजयन के प्रसिद महाकाल मंदिर की तीसरी मं�
01:29चंद्रेश्वर मंदिर के पट बीती राद 12 बजे खोली गए इसके बाद महा निर्वानी अखाड़ा के महंत ने त्रिकाल पूजन किया इसके बाद स्रधारूं के लिए दर्शन का सिलसला शुरू हुआ
01:39श्री नाक चंद्रेश्वर मंदिर में 11 सताब्दिक की एक अध्भूत प्रतिमा है इसमें फन फैलाए नाक की आसन पर शिव पारवती बैटे हैं कहते हैं प्रतिमा नेपाल से यहां लाई की थी उज्जैन के अलावाद दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है पूरी
02:09शिव संभू के गले में और भुजाओं में भुजंग लिप्टे हुए हैं जो अपने आप में अलोगिक हैं वहीं पौराणिक मानताओं की बात करें तो शर्पराज तक्षक ने भगवान शिव को मनाने के लिए घोर तपस्या की थी तपस्या से भोले नात प्रसन हुए औ
02:39अताब वर्सों से यही प्रथा है कि मात्र नाग पंचमी के दिन ही वे दर्शन के लिए उपलब्ध होते हैं फिलाल के लिए बस इतना ही बाक्ति के ब्रेक लिए रहे वन इंडिया हैंदी के साथ