Kanwar Yatra 2025: सावन का महीना आते ही देश में एक अलौकिक ऊर्जा फैल जाती है — और इसी ऊर्जा का सबसे बड़ा प्रतीक है कांवड़ यात्रा। करोड़ों श्रद्धालु हजारों किलोमीटर की पदयात्रा करके भोलेनाथ को गंगाजल चढ़ाते हैं।
इस वीडियो में हम आपको दिखा रहे हैं —
- कांवड़ यात्रा की भक्ति और भावना - सेवा शिविरों और डॉक्टरों की मानवता - सरकार की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था - और वो एकता, जो इस यात्रा को सबसे ख़ास बनाती है।
यह सिर्फ़ एक परंपरा नहीं... यह आत्मा की तपस्या है। वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और चैनल OneIndia Hindi को सब्सक्राइब करें।
00:30जहां टकराओ की खवरें सुर्खिया बन दी थी आज वही हर मोड पर सुरक्षा का अभेद दिन्तिजान है।
01:00करोणों भोले भक्तों की भीड लेकिन हाथ से लगबख शोन और यह एंसियार ही नहीं।
01:07हरद्वार से गाजियाबाद और बरेली का रास्ता हो या वारानसी से विर्याग राज का सभी जगए विवस्था दुरस्त है।
01:15तो कि प्रदेश के मुक्वंत्री आस्ता को सम्मान देकर भोले के भक्तों पर जब उश्प बरसा करें तो सरकारी अमले को सबसंदेश मिल जाता है कि आस्ता का कैसा सम्मान करना है।
01:27यह कोई समान यात्रा नहीं। यास्ता की तबस्या है। वो तबस्या इसमें चपले घिस्ती हैं, पैरों में ज्चाले पड़ते हैं लेकिन कोई नहीं रोबता।
01:36क्योंकि वो देश है, भोले नात पर जलजड़ा।
01:40पैरों में सबसे ज़्यादा प्रॉब्लम है ना क्योंकि पैरों से सारा काम है इनका तो छिले हुए पैर हैं ज्यादा तर पके हुए हैं इनके वूंड्स पके हुए हैं
01:48कावर यात्रा संयम दढ़निश्चे और एकागरता की परिक्षा है यही से सबसे अलग बनाता है कोई ज्छाकी लेकर चलता है कोई जूला कावर कोई पैदल कोई दोड़ते हुए माध्यम अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन भावनाय सेवा भक्ती निश्ठा इस यात्रा में समा
02:18दिनियत यात्रा सफल पूरे दिनरा चलता है जी 24 गंटे चलता है इसों के रोज हो गए हैं लेकिन कुछ चीज़ें हम लोग खुद भी अपने आप खरीद के ला रहे हैं और यहीं नहीं सरकार ने भी मुश्चा संभाला है चोड़ी सुड़की ट्रेफिक प्लानिंग, हैल
02:48यह है एक्ता की सबसे सुन्दर तस्मीर पढ़ाई करते हैं किस लेसे मेरा खुद का बिजनिस का रखा मैंने जॉब नहीं करता है इस से फिर्मार क्या विजनिस किया हुआ है मैं उपायुक्त महुद्य के कारियाले में अतीरिक्त प्रोग्राम ओविसर के पदबर कारियरत ह
03:18अपनी जाती लिखी हुई है बढ़िया बढ़िया चाटब जी हां कुछ लोग इस यात्रा को राजनीते चश्मे से भी देखने की कोशिश करते हैं लेकिन जो इसे नजदीक से देखता है वो समझता है कि सिर्फ भक्ति है सेबा है एक्ता का उत्सव है हर कावडिया सिर्फ
03:48और जब वो भोले नात पर जल चड़ाता है तो उसके चेहरे का जो सुकून देखता है वो हर सवाल का जवाब है कावड़ यात्रा सिर्फ यात्रा नहीं एक साधना है और आप भी इस यात्रा से जुड़े हैं तो इस वीडियो को शेर कीजिए और जुड़े रहिए मेरे सा