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21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति के तौर पर इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया. संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. विपक्ष जो जगदीप धनखड़ की ज्यादातर समय आलोचना किया करते थे और उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव तक लाया था, इस फैसले से चौंक गए. विपक्षी दलों का कहना है कि मामला कुछ और है, जो साफ नजर नहीं आ रहा. ये सही है कि जगदीप धनखड़ बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे और हाल में ही हृदय संबंधी समस्याओं का इलाज करवाया था. मानसून सत्र के पहले दिन ही उनके इस्तीफे न सबको चौंका दिया. एक विपक्षी दल के नेता ने तो कहा कि जब इस्तीफा ही देना था तो सत्र शुरू होने के पहले ही दे देते...धनखड़ के इस्तीफे को लेकर 3 थ्योरी राजनीतिक हलकों में घूम रही है.


((On 21 July, Jagdeep Dhankhar surprised everyone by resigning as Vice President. On the very first day of the Monsoon Session of Parliament, he submitted his resignation to President Draupadi Murmu. He has resigned citing health reasons. The opposition, which used to criticize Jagdeep Dhankhar most of the time and had even brought an impeachment motion against him, was shocked by this decision. Opposition parties say that there is something else going on, which is not clearly visible. It is true that Jagdeep Dhankhar was ill for some time and had recently undergone treatment for heart related problems. His resignation on the very first day of the Monsoon Session surprised everyone. A leader of an opposition party even said that if he had to resign, he should have done it before the session started... 3 theories are circulating in political circles regarding Dhankhar's resignation.))


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~HT.178~PR.87~ED.108~GR.125~

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Transcript
00:00जगदीब धनकर ने अचानक क्यों छोड़ा पद?
00:04धनकर के स्तीफे के पीछे क्या चल रही तीन थियोरीज
00:0812 दिन पहले धनकर ने आखिर क्या कहा था?
00:1221 जिलाई को जब संसद के मौनसून सद्र का पहला दिन खत्म हुआ
00:15सब कुछ सामान्य था लेकिन अचानक एक खबर ने सब को चौका कर रख दिया
00:20खबर ये कि उपर आश्ट्रपदी जगदीब धनकर ने स्तीफा दे दिया है
00:24खबरों की दुनिया से लेकर राजनीतिक हलकों में अचानक ही तेजी आ गई
00:28हर कोई चके तसलिय था क्योंकि जगदीब धनकर ने अचानक ही अपने स्तीफा बम फोड दिया था
00:34वितेराज से ही लेकर अभी भी लोगों के मन में ये सवाल है कि उन्होंने ये फैसला अचानक क्यों लिया
00:39हलाकि उनकी लेटर में ये जरूर लिखा हुआ है कि खराब हल्थ की वज़े से उन्होंने ये फैसला लिया है
00:44लेकिन कोई ये बात मानने को तयार नहीं है
00:48क्योंकि 21 जुलाई को तो सब कुछ ठीक था
00:50जगदीब धनकर ने संसर की कारेवाई में 21 जुलाई को हिस्सा लिया था
00:54जहां उनके स्वास्त में कोई परिशानी नहीं दिखी थी
00:57साथ ही 12 दिनों पहले ही उन्होंने ये भी कहा था कि
01:00227 में रिटायर हैं तो ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने तुरंत प्रभाव से
01:04स्टीफा दे दिया हलां कि राजनीदी खलोकों में सब अपने अपने
01:07हिसाब से बयान दे रहे हैं जिन पर गौर करें तो अंदाजा ही सही
01:11इस स्टीफे के पीछे तीन थियोरिस बताई जा रही है
01:14पहली थियरी है बिहार चुनाव के लिए रास्ता
01:18पहली थियरी है कि क्या जगदीब धनकर के जरिये बीजेपी ने
01:22बिहार विधान सभा चुनाव के लिए अपने रास्ता बनाया है
01:25क्योंकि कहा ये जा रहा है कि धनकर के बाद अब नितिश कुमार को प्रास्टपती बनाया जाएगा
01:31क्योंकि बीजेपी इस बार ज्यादा से ज्यादा सीटे जीतने की कोशिश में है
01:34और बिहार की राजनीती पर अपना कबजा पूरी तरह से करना चाहती है
01:38इसलिए जब नितिश कुमार को प्रास्टपती बना दिये जाएगे तो बीजेपी के लिए बिहार की राह जादा आसान हो जाएगी
01:44इस अटकल को बीजेपी विधायक हरीभूशन ठाकों ने भी हवाल दे दी है
01:48क्योंकि उन्होंने कहा है कि अगर नितिश कुमार को प्रास्टपती बनाया जाए तो ये बिहार के लिए बहुत आच्छा होगा
01:54क्या अपमान बनी स्तीफे की वज़े?
01:58दूसरी थियारी चल रही है कि 21 जुलाई को मौनसुन सत्र के पहले दिन जो घटा
02:02कहीं वही धनकर के स्तीफे की वज़े तो नहीं बनी
02:05जिसके जड़ में जेपी नड़ा का एक बयान है
02:07जेपी नड़ा ने ये कहा था कि रिकॉर्ड पर केवल वही आएगा जो मैं बोलूँगा
02:12हाला कि जेपी नड़ा ने इस पर बयान भी दिया है
02:14कि उन्हें ने ये बात विपक्षी सांसदों को ले कर कही थी न कि उपराश्ट्रपती को ले कर
02:19ये विवाद धनकर की तरफ से उस नोटिस को स्विकार किये जाने पर उठा था जिसमें 68 विपक्षी सांसदों ने जज यश्वद्वर्मा को हटाने की मांग की थी
02:28कहा जा रहा है कि जिस्टिस यशुद्वर्मा को महावियोग प्रस्ताव के जरिये हटाने का श्रय बीज़पी को नहीं मिला
02:34इसलिए ये सारा विवाद हुआ जो कि धनकर के स्तीफे तक जा पहुँचा
02:38न्यायपालिका से निरंतर टकराओ
02:42ऐसा कहा जा रहा है कि उपरास्ट्रपती धनकर के अच्चानक स्तीफे की तीसरी थियरी न्यायपालिका के गलियारों में घूम रही है
02:50वजह है कि धनकर ने सुप्रिम कोड की तरफ से NJAC यानि National Judicial Appointments Commission कानून को रद किये जाने के निंदा की थी
02:59साथ ही नियायपालिका की तरफ से समयधानिक सीमाओं के उलंगन का आरोब भी लगाया था
03:04हलाकर यहां यह साफ कर दें कि यह तीनों थियरी गलत भी हो सकते हैं और सही भी
03:10हो सकता है कि हेल्थ वाला मामला पूरी तरह से सही हो लेकिन एकदम से दिये गए स्तीफे ने कई अटकलों को हवा दे दी है
03:17जिसकी रुख में तकरीबन सभी बही रहे हैं
03:20सच क्या है शायद कुछ दिनों में बाहर आ जाए इसका इंतजार हर किसी को है
03:25अब इस ख़बर में बस इतना ही बाकी अपडेट्स के लिए जुड़े रहेवान इंडिया हिंदी के साथ धन्याबाद

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