00:00ये गटना कनाडिया थाना चेतर की है, मूर्तिकार बेस्पंगॉल के हैं, अमूमन ये परंपरागत तरीके से मूर्तियां बनाते हैं, लेकिन संभावतार नवाचार के चक्कर में इन्होंने धार्मिक भावना को चोट पहुचाने का कारे किया है, सिकायत आई है, निशित और
00:30किसी को भी, किसी भी धर्मिसे, इसकी धार्मिक भावना को ठेस पहुचाने का अदिकार नहीं है, अगर इसमें क्रिमिनल्टी इन्वाल्व होती है, तो क्रिमिनल केस भी रजिस्टर किया जाएगा।
01:00कहीं से भी आये हों, किसी भी धर्मिसे को, किसी दूसरे धर्मिसे के धार्मिक भावना को ठेस पहुचाने का कोई अदिकार नहीं है, उनकी स्वतंतरता वहां समाप्त हो जाती है, ये सारे फैक्ट और फीगर की विविशना की जा रही है, और प्रतम दिस्टे अगर अपरा
01:30के निशे तोर पे सभी को इसका विशेश ध्यान रखना चाहिए, जब भी आप धार्मिक, समाजिक, सांस्कतिक, मुद्धों पर जुड़ी हुई कोई भी सिल्फकारी करते हैं, तो उस धर्म विशेश के बारे में जानकारी भी रखनी चाहिए, भारत में रह रह रहे हैं, �
02:00का भाव रखना चाहिए, निशे तोर पे इसी से ही peaceful coexistence जो भारती संभिधान का लक्ष है और मूल्य है, उसकी हम पूर्ती करते हैं और उसको प्राप्त करते हैं.