00:00बिहार का एक मशूर अस्पताल, बिहार की राज़ानी पटना में, अस्पताल के अंदर एक कुख्याद गैंक्स्टर का मडर और मडर करने वाले शूटर्स का फिल्मी अंदाज।
00:11इस पूरी वारदात के दोरान एक नाम निकल कर सामने आया है और वो है कुख्यास सुपारी किलर तोसीव बाश्शाग
00:18नमस्कार मैं हूँ परवेश सागर आप देख रहे हैं आज तक डिजिटल पर अपराद का जहां
00:23और मेरे साथ है मेरे सयोगी क्रायम तक के डिप्टी एडिटर चराग गोठी
00:28चराग बहुत-बहुत स्वागा था आपका
00:32तोसीव बाश्शाग पूरे पटना को धहला देने वाले पूरी पटना पुलिस को बिहार पुलिस को चुनोती देने वाला
00:38एक ऐसा चेहरा जो बिना नकाब किया आता है फिल्मी अंदाज में सीसी टीवी कैमरी की तरफ देखते हुए आईसी यू में दाखिल होता है चंदन मिश्रा का मर्डर करता है और बेखौफ होकर बाहर निकल जाता है। कौन है तौसीब बाश्शाह?
00:53देखिए इसको नया उभरता और डॉन कह सकते हैं जो ऑपोजिट गैंग है हम सब ने देखा कि किस तरह से पांच अपरादी आये और उन्होंने कोई अपनी पहचान नहीं छपाई और बीजेपी के नेता का ये अस्पताल है जहां तक मुझे जानकारी मिली है किसी मेंबर और
01:23और ऐसे में अब ये जो तस्वीर आ रही है ये लिटरली डरा रही है साथ साथ अब एक और डॉन का नाम एक नया डॉन इमर्ज हो गया है जिसको तौसीफ जिसका नाम है तौसीफ बाद्शा ये दरसल ऑपोजिट शेरू गैंग के लिए काम करता है और ये कहा जा रहा है �
01:53यह हमने देखा उसके इंस्टाग्रेम बगारा पर तो आप देखे किस तरह से खुली चुनौती पुलिस को खुली चुनौती दी और वहां अधिकारी बयानवाजी कर रहे है उल जलूल बयानवाजी जिसे मैं कहूंगा और यहां अपराधी जो है खुले आम घुम रहा है �
02:23यह इसको कहते हैं नहीं शुरू से इसको बदमाश बनना था यह एक इसकी वह सनक थी और इसलिए इस गैंक से भी जोड़ा जेल भी गया है यह जनकर निकल कर आ रही है और शेरू और यह दोनों कभी मिलकर काम कर रहे थे चंदन मिश्रा लेकिन आप देखे दस से जादा म�
02:53भागलपूर जेल में एक दूसरे के अगेंस्ट में भी उन्होंने कई बार ऐसे हमले करने की बार भीड़े वहाँ जेल के कई बार भीड़े करके अब यह जो नाम सामने आ रहे है नाम तो आगया है आरोपियों के लेकिन अभी भी आरोपी पुलिस के पास नहीं यह बड़
03:23उसे लोग बादशा के नाम से जानते हैं और वो जान बूज कर बिना किसी नकाब के बिना चेहरा ड़के बिना मास्क के वो उस अस्पताल में आया पारस अस्पताल में पहुँचा अपने शूटर्स के साथ और उसने बेखौफ तरीके से जिस तरह से पिस्टल निकाल करके
03:53हैं कि फुलवारी शरीफ का रहने वाला है और इसका जो और आरोपी उनके नाम भी बता दो मनू सूरजभान भिंडी ये और आरोपी को नामें बलवन्त ये बताते हैं कि इसका एक दोस इस दुरगटना में गंबीर जखमी होने के बाद पारस हास्पिटल आया था इसलिए
04:23पुलिस से आप शायद को लिया चलाना पुलिस भूल गी बिहार की और आप राधियों को जो है इस तरह से अगर दुस्साहस अप राधियों में आएगा और इस तरह की वारदातों को इंजाम देंगे तो इतो सवाल बहुत गंबीर खड़े होंगे आप सोची कि वारदात क
04:53अब ढूंड रहे हैं मिल जाएंगे यह पता चला है फुलवारी उसकी तलाश में फुलवारी शरीफ के यह बताते हैं खलील पुरा गुलिस्ता महॉला इसके अलावा पारस अस्पताल के समनपुरा में च्छापे मारी की गई है लेकिन ऑविसली शूटर्स गाइब है और �
05:23इस तरह की घटना दिल्ली में हो जाए या पहले तो जंगल राज बिहार को कहा जाता था लेकिन अब क्या है हमें कोई इसको पॉलिटिकल मूव नहीं बनाना कि अभी इलेक्शन ने तो हम इस तरह की सारे पॉलिटिकल पार्टीज वाले चिल ला रहे है उसको भी छोड़ �
05:53वो ऐसे आते हैं कोई भी हॉस्पिटल में चार जाते हैं पॉलिस तो बेबस लाचार बिलकुल एक दम ऐसी नजर आ रही है कि पुछ कुछ करी नहीं सकती है तो इसमें भी उमीद की जानीचे करेगी लेकिन अगर नहीं हो पाते है आरोपी नहीं पकड़ जाते तो बड़ी
06:23मतलब कहना क्या चा़ते थे एडी जी वहां की बिहार पुलिस मतलब एडी जी एक बड़ा अफसर होता है कोई चोटा मुटा अधिकारी नहीं है कोई कोतवाल या इसचो नहीं है कोई दरोगा या इंस्पेक्टर नहीं है एक एडी जी एक IPS अफसर इस तरह ग्यार जिम में �
06:53पर आप बात करेंगों और अगर आप कोई रीजन दे रहे रीजन तो शोशल मीडिया पर बहुत अलग-अलग रीजन और अगर ये रीजन सच है तो ज़रूरी नहीं कि रीजन का बताना कि आप बताया जाए उस चीज को
07:02मैं यह निए किया रहे कि इस सच है मुझे नहीं पता इस सच है नहीं है
07:25किसी लिए अपराद हो रहा है तो बिहार कॉंग्रेस ने इस पर कहा है कि बिहार का गू एंडिया राज या नि गुंडा एंडिया राज पिछले 17 दिन में 46 मुर्डर अब राजना नहीं पटना के पारस हॉस्पिटल में बदमाश होएं जो मुर्डर किये ये वीडियो देख
07:55देख कर उसके मन में एक गुसा आएगा कि किस तरह की लॉइन ओर्डर वहां पर चल रहा है यहां मुर्डर होए जा रहे है ठीक है आप ही कह रहे हैं कि चली इसको गैंग वार का नाम दे दिया कॉपाल खिमका के इसमें क्या था बैक तो बैक तो बैक आप इस तरह की घटन
08:25बिहार सरकार के पूर मंत्री है विकाशी इनसान पाटी के प्रमुक हैं वो भी हमला कर रहे हैं और कह रहे हैं बिहार बना क्राइम क्यापिटल पटना की सड़कों से लिकर अस्पताल तक गोलिया चल रही है जनता दैशत में हैं यह बस सच है परवेज इसको आप इसी सेंस
08:55मतलब हम कहीं भी किसी भी राज्ये के रहने वाले हों लेकिन यह है कि जो सामने आया है जिस तरह से वारदा सामने आई है जिस बेख़ौफ तरीके से बदमाश अंदर दाकिल हो रहे हैं सीसी टीवी पे जान बुझ करके तौसीब बाश्या सबसे आगे चल रहा है उसकी ब�
09:25यहां सवाल किसी एक राज्ये का नहीं है किसी बिहार राज्ये का भी नहीं है यहां यहां यूपी की बात नहीं बात है कानून विवस्ता के बात है समिधान ने जो सुरक्षा के नाम पर पुलिस आपको दी है जो पुलिस लॉइन ओर दिया है वो कहां है वो किस तरह से तो
09:55तो ये साफ मेसेज जाएगा कि इस राज्य में या इस शहर में कानून विवस्था नाम की कोई चीज नहीं है और पुलिस यहां की नका रहा है
10:03बिल्कुल
10:04तो कुल बिलाकर के चिराग ये कहा जाए कि अभी तक पुलिस के हाथ खाली है
10:08पुलिस बयानबाजी के अलावा और दाओं के अलावा और कुछ नहीं कर रही है
10:11तो हमारे दर्शक भी जो है उनने भी हम एकबार बता दें कि जो शेरू और चंडन मिश्रा जो है
10:17ये दोनों मिलकर के, दोनों बच्पन के दोस्त हैं, दोनों साथ साथ जुर्म की दुनिया में इन्होंने कदम रखा, ये दोनों नाबालिक थे जब इन्होंने जुर्म करना शुरू किये, पहले छोटी मोटी चोरी चकारी करते थे, लूट खसोट करने लगे, उसके बाद हत्
10:47वहाँ अलग-अलग बैरक अलग-अलग वाट में होने के बावजूद इन दोनों के लोग जो हैं आपस में, इनके जो साथी थे वो भी वहाँ थे, आपस में अक्सर वहाँ खोनी कईबा जड़ब हुई, आपस में लड़े, मरे, इनकी मार पीट हुई, लेकिन बावजूद �
11:17और उसके बाद ये इतनी बड़ी वारदात अंजाम दी गई, बेखौफ बदमाशून है, अस्पिताल में घुसकर उसकी हत्या कर दी और वो सारे हत्यारे शेरू गैंग से जुड़े हुए बताय जा रहे हैं, और इस वारदात को अंजाम दिया तौसीर बाशान है, पिलाल
11:47तो वो डिरेक्ट उठाने के बजाए, और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से, तो वो क्या करते थे कि उस कंब्रे में आ जाएंगे या बाहर से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे, प्रात काल उठिके रगुनाथा, मात पिता गुरुनावई माता, त
12:17झाल झाल cा Movावई माता घो नहीं आएंगे, तो झाल भुजरु हमा तोильно जारु यांगे यहां माता, चौपाई झा नहीं वोगुनादाऑ हुजरुनाववार्वार्श।