00:00कहते हैं इश्क अंधा होता है इश्क ना तो उम्र देखता है ना जात ना पार ना धर्म और इसी वज़ा से जब इश्क होना होता है तो वो हो ही जाता है और ऐसा ही कुछ हुआ उत्तरपरदेश के बाकपजिले में जहां एक इश्क का मामला सामने आया लिकिंग ये इश्क �
00:30अज तक डिजिटल पर अपराद का जहां और मेरे साथ है मेरे सयोगी क्राइम तक के एडिटर चिराग गोठी चिराग बहुत-बहुत स्वाधत है अपका रही क्यों कि चिराग हम लोग लगाता है इस तरह की खबरों पर बात कर रहे हैं जिसमें प्रेमी काएं या पतनियां �
01:00प्रेट की मुसकान हो प्रगती हो या सोनम हो या सुश्मिता हो तमाम तरह के नाम इस तरह के बहुत सारी कलंबी लिस बनती जा रही है लेकिन एक मामला ये बागपत सीले से सामने आया है जिसमें एक ऐसा इश्क जो अभी परवान भी नहीं चड़ा था लेकिन जाती धर्म
01:30की कीमत चुकानी पड़ी इश्क की कीमत चुकानी पड़ी तो पूरी कहानी बहुत हिर्देविदारक है बहुत बेरहमी से उस लड़की का कतल किया गया पूरा मामला क्या है चिराग और कैसे ये बागपत में गाउं हैं जहां पर ये दोनों रहते थे और सागर और सानिया �
02:00से है और धीरे-धीरे बहुत इंटिमेसी बनी एक वक्त ऐसा आया कि वो यह कसमे खाई कि शादी साथ में करेंगे और जल्दी करेंगे शादी हलाकि परिवार को उनका जो रिष्टा था इस बारे में कोई जादा भनक नहीं थी जो सागर था हमाचल में काम करता था और वो आय
02:30बीते जब यह बताते हैं कि दोनों गए थे परिवार को इस बात का पता चला परिवार ने आपजेक्ट किया और वापस लेकर आयो इसको तेईस तारीक को फिर दुबारा जगडा हुआ परिवार में और आप सोचिए
02:46सानिया उनकी बच्ची थी और बलकि माबाब सानिया के चाहते थे कि जो उसके रिष्टदार है ना मारे आप सोचिए कि आउनर यानि कि अपनी जूपी शान की वज़े से ना सिर्फ माबाब बलकि और भी परिवार के सदर से इसमें लग गए और तरह इसको मार पीट हुई
03:16में अकसर देखा है कि माबाब का बनता है और आप अब रिष्टदारी इतनी दूर की रिष्टदारी भी बच्ची को मार रहे हैं और बुरी तरह से मारा बेहमी से पीटा बलकि उनके माबाब ने बोला बीच में कि बच्ची को इतना ना मारा जाए उसकी चोटे लग रही �
03:46सानिया के पिता हैं, उनका बहुत दबदबा था, और वो मुस्लिम बहूल इलाका है, तो वहाँ पर उनके अगेंस्ट में कोई नहीं बोलता और बात दबा दी जाता, उनके ताहुचा इतना दबंग ताईप है और इतना प्रभाव है परिवार का कि उनके दादा भी सानिया क
04:16इहां, गला दबाकर तो उसको मारा ही, इतना ही नहीं उसको डफन कर दिया गया, उसकी कबर घर में बना दी गई, इस तरह की जान करे निकल कर साम नहीं, और इमामला काफी दिनों तक छिपा रहा, वहां हिमाचल में सागर परिशान, उसके पिता को भी बात पता चली, साग
04:46शेयर करते ही और एक वक्त ऐसा है कि जब बिल्कुल
04:50कम्मिनिकेशन जीरो हो गया तो उनके पिता का नाम उन्हों
04:55ने ये तै किया कि मैं इस केस को टेक अप करता हूं उन्हों
04:59ने पुलिस में कंप्लेंट की शुरवाद में पुलिस ने भी सीरिसली
05:02नहीं लिया क्योंकि मामला भी काफी पुराना हो गया उनको लगा कि नहीं
05:05पुलिस ने भी ज़्यादा इसमें इंटरस्ट शोनी किया लेकिन उन्होंने किसी तरह
05:09दबाव डलवा कर इस मामले को उजागर करवा और आप सोची है
05:14परिवार अपनी बच्ची का गला दवा कर हत्ते हैं तो हमने कई सारी कानिया देखिये
05:21बचने के लिए या कानून के डर से उसने वहीं उसकी कबर बना दी और वहाँ उसको दफना दिया
05:31तो यह बड़ी हिदे विदारक घटना है और इसको लेकर अब बहुत चर्चाए महां हो रही है
05:36बलकि मैं तो कई जगा देख रहा था एक गाउं दो दिल दो मजभ और फिर एक महबबत कबर में दफने
05:43इस तरह की बातें लोग वहां कह रहे हैं और इजद के नाम पर एक और कतल हुआ और ये बड़ा ही हृदे विदारक जैसे आपने शुरुआती करी
05:51लेकिन इसमें भी कई सवाल भी बरकरार है जिसमें चिराग इस तरह की चीजें भी सामने आई कि जब सानिया चली गई
06:01वो आया और उसके साथ बिना घरवालों को बताया चली गई
06:04जब घरवालों को इस बात का पता चला कि उनकी बेटी जो है सागर के साथ भाग गई है
06:07और वो उसे हिमाचल बखा के ले गया
06:10तो इन्होंने इसका पीछा किया घरवालों का
06:12और बताये जाता है कि ये उसे दोनों को वहां से लेकर आया थे
06:15सागर को भी और सानिया को भी
06:17जो सानिया का परिवार है ये लोग लेकर के आया
06:19और इनों ने उनके साथ में खूँ मार्पिट की
06:21और इसमें फिर रामपाल को भी बुलाया गया
06:24और तमाम लोग थे तो 23 तारीक को यह सब हुआ था और उसके बाद 3 दिन बाद इनके सारे रिष्टदार इकटा हुए
06:29सानिया के जो घर परिवार के लोग थे ताउ, चाचा, फूपा और भी तमाम जो रिष्टदार थे वो सब इकटा हुए
06:35इन सब इकटा होकर के इन लोगों ने फिर से सानिया को पीटा, और लेड़ी सानिया पहले से घायल थी कि उसकी पटाई बटाई बहुत हो चुकी थी
06:43और सागर उसके अरिवार के पास पहुँच गया था, लेकिन उस दिन फिर से सागर को वहां बुला करके और रामपाल को भी ये बताई जाता कि रामपाल भी वहां मौझूद थे, इनकी मौझूदगी में सानिया की बहुत भेंगर तरीके से पिटाई की गई, और इसकदर �
07:13मर जाएगी, लेकिन उनने सच में सो मार दिये गला दबा करके मार दिये इस तरह का आरोफ है, इस तक ही जो कहानी निकल के सामने आ रही है, और मारने के बाद की सब लोग चल गए और पूरे गाउं में ये बात पहला दी गई कि टीवी की बिमारी से मरी है सानिया, अच्छ
07:43किसी ने कुछ नहीं बताया, और देखे कमाल की बाद ये जो आपने बताया भी कि रामपाल जो है, मैं बड़ा एप्रिशेट करूँ रामपाल को कि रामपाल ने हिम्मत दिखाई, जबकि वो सागर का पिता है, उसे पता है कि उसके बेटे की जान को खत्रा है, और उसे भी
08:13नहीं इंसाफ का एक जग चुकी थी, कि उसे लगा कि नहीं उस बच्ची को इंसाफ मिलना चाहिए, उसकी तुकी गल्ती नहीं थी, उसको इस तरह से मार दिया गया, तो उसने एक वीडियो बना करके, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंतरी योगी जी को सम्मधित एक वीडिय
08:43इस पूरे मामले को अजागर करने का च्रह है, वो रामपाल को जाना चाहिए, जिसने की वीडियो बना करके हिम्मत दिखाई, और इतना खत्रा होने के बावजूद के जिस गाउं में वो लोग हैं, उस गाउं में भी उनके संक्या बहुत कम है, उनका परिवार छोटा सा ख
09:13रहा है, सबको पुलिस ने उठा लिया है, इसमें छे लोग गिरफतार हुए है, और तीन लोगों के अभी तलाज जा रही है, हलांकि पुलिस सागर से भी इसमें पूश्टाच करेगी, और उसको संबन भेजा गया है हिमाचल में, ये थाना दो घट शेतर लगता है, जिसक
09:43कहानियां देखते हैं, लेकिन इस कहानी में दिल्चस्प क्या है, दो या तीन चीज़ें, एक उसका वीडियो बनाना, सीधा सीएम से गोहार लगाना, और वहां प्रशासन का एक्टिवली इंवाल्व होकर डिरेक्शन देए, डियम ने आदेश्ट किया कि जाओ कर बाते है
10:13जो रास्क्री सुरक्षा कानों है, वो भी उसके तहट कारवाई की जाएगी, यह पता चला है कि जो सानिया का प्रेमी है, यानि सागर, हिमाचल में इलाज हिरत है, उसकी हालत में सुधार होते ही, उससे बात पतलाया जागा, उसका भी कोई ट्रीटमेंट चल रहा है, उसक
10:43यह जो अपना पशी मुत्रपरदेश भी जो बागपत वाली बेल्ट है, बागपत जिला खासकार पर्टिक्लिन, या बागपत के आसपास बड़ोत है, या और छोड़े से इंट्रियर इलाके जो लगे में हैं, जो कई जिलों से लगते हैं, मतलब मेरे ट्वीस में कुछ हि
11:13पिज्ञान के में तरकी कर रही है, हम इस पेस में घर बनाने का प्लान बना रही है, और कहां हमारे यहां अभी तक, यह ओनर की लिंग हो रही है, और खासकर एक पर्टिक्लिर इलाके में इस तरह के मामले क्यों सामने आते हैं, चराएंगे, इसका में रीजन जो है, वो ए�
11:43नहीं कहूंगा, कि उसको लेकर इतने जादा कॉंशन हो जाते हैं, उनको लगता है कि लड़की ने क्या कर दिया, हमारी इच्छा के विपरीथ, हम कोई उसका गलत थोड़ी सोच रहे थे, अगर उसने कोई पसंद कर लिया था, तो वो हमें बताती हम अपने हिसाब से सोचत
12:13है, ताओ है, मतलू, एक भाई है, शाहिद, रिष्टदार है, सादिक, अर्मान, शान, नसीम, ये छे आरूपी हैं, और तीन आरूपियों को भी अग्याद के खिलाब में मुकदमा दर्जए हैं, अरून के मामले में माता-पिता होते हैं, या भाई होते हैं, लेकिन इस बा
12:43जिनका कोई लेना या देना निमा है, तो साफ-साफ कहूँगा, कि भाई, पहली जो प्राइम रिस्पॉंसिबिलिटी है, माबब की होती है, और अगर पहले तो ये काम कोई भी करे, ये गलत है, चाहे माबब करे, चाहे रिष्टदार करे, लेकिन मुझे लगता है कि इनके
13:13हमारा गाओं में इतना जादा रसूख है, और इज़त चली गे, तो हम क्या मुझे दिखाएंगे, जैसे हमने देखा गुरगाओं केस वा राधिका वाला केस वा, वो भी ओनर किलिंग एक तरह से है, और उसमें तो अलग तरह का कि इसमें राधिका किसी से प्रेम संबन का म
13:43तची मैं बोलूँगा हो जाते हैं, या भावनात्मक रूप से अपने आपको एकदम दिल पर लगा के बैढ़ जाते हैं कि क्या कर दिया मेरी बेटी ने, अब राधिका वाला केस भी देखिए, उसमें भी एक तरफ इतना पैसा खरच कर रहा है अपने किता अपनी बेटी �
14:13अपनी बार के छे लोग अरेस्ट हो गए, तीन लोगों को और अग्या है, तो लोग समझते हैं इन चीजों को लेकिन इसका इंपक्ट देखिए, सुसाइटी में कितना गहरा असर पड़ता है इसका, और ये सिर्फ ख़बर आपने सही कहा कि उत्तर प्रदेश्यू जो बेल
14:43इसके लाबा भी बहुत चीज़ लेकिन यहां कि इस तरह की हिम्मत रामपाल ने दिखाई, उस तरह की हिम्मत है नागरी को दिखानी चाहिए, ये सोच करके कि मेरी जान को खत्रा है या वो है, रामपाल ने यहां एक पिता के तौर पर नहीं, बलकि एक जिम्मेदार नाग
15:13और पुलिस के पास भी इतने काम होते हैं, उनको लगा होगा कि ये तो परिवार का मामला है, हम क्या इसमें, और वो तो अपनी एक तरह से का जाना है, जिम्मेदारी से पीछे हटने की बहाना ढूंड़े हैं, बलकि बहाना मिल जाए कि हम, तो ये सब चीज़ें इसका पहल
15:43कर रहा है, बलकिल आप सीम से देखे, नहीं तो उसकी जान को खतर है, उसके बेटे की जान को गतर है, जिसका बेटा एक मजदूर के तोर पर काम करता है, एड भट्टे में, सागर जो है, और उसने इतनी हमत दिखाई तो वाकी ये बहुत काविल तारीफ है, मुझे लगता
16:13इसानिया की कहानी खتم हो जाती, सागर वहां हमाचल मैं इसे उपना काम करता रहता तो खिसे को बता दिखाई नहीं जलता, तो कूल मिलागर के इस तरह की जो ख़बर है, बहत दर्दनाक खबर है, जो कहीं न कहीं रिष्टो को जंजोरती है, और जो समाच का तानाब आणा ह
16:43बारदात होती है तो उसका असर केवल एक या दो परिवारों पर नहीं पड़ता बलकि उससे जुड़ेवे कई और लोग भी होते हैं जो इसकी चपेट में आ जाते हैं तो इकोल मिलाकर कर किस तरही खबर हम आपके लिए लाते रहेंगे हम नजर बनाए रहेंगे इस खबर प
17:13फ्रीज तो मैं उस समय तो कंटिन्यू नहीं कर सकता था तो फ्रीज फ्रेम टाइप का कसम पैदा कर लिए