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PREDATORS - Season 1 | Episode 1 - CHEETAH | Nature’s Fastest Hunter! | Hindi Dubbed Documentary | Exclusive on Cinema Studio!

🏃‍♂️🔥 "When Speed Becomes a Matter of Life or Death!" – Witness the "cheetah’s" 110km/h hunt and survival saga!
"Cinema Studio Exclusive": Experience Earth’s fastest land animal in the wild – now in "thrilling Hindi dubbing"!

Episode Details:
✅ Channel: Cinema Studio
✅ Series: Predators (Documentary)
✅ Episode 1: Cheetah
✅ Focus: Female Cheetah "Zawadi" & Her Cubs
✅ Key Voices (Hindi Dubbing):
- Narrator: "See the jungle battle through a predator’s eyes!"
- Expert: "Cheetah tactics: Ambush attacks, escape artistry!"
✅ Genre: Wildlife, Nature Documentary
✅ Language: English (Original) | Dubbed: Hindi
✅ Subtitles: Available (Hindi & English)
✅ Quality: Full HD
✅ Duration: 40 Minutes

Why Watch on Cinema Studio?
- 🌍 Stunning Wildlife Footage: Rare close-ups of cheetahs hunting!
- ❤️ Emotional Struggle: A mother cheetah protects cubs from lions/hyenas
- 📈 Speed Paradox: Why 110km/h makes cheetahs vulnerable
- 🎯 Survival Masterclass: Camouflage + energy management secrets
- 🏆 Hindi Dub Magic: "Feel every chase in your language!"

Key Scenes:
1. Ambush Attack: Cheetah vs. impala – *split-second kill!*
2. Cub Rescue: Evading lions in tall grass 🌿
3. Speed Demo: 0-100km/h in 3 sec (slow-mo closeup)
4. Water Crisis: Sahara trek with starving cubs 💧
5. Hyena Duel: Injured mother’s last stand

Praise:
> "Heart-pounding cinematography!" – BBC Earth
> "The cheetah’s vulnerability will shock you." – Discovery Channel

Stream Now!
Only on Cinema Studio:

Audience CTA:
💬 "Who deserves 'Ultimate Predator' title?
✅ CHEETAH - Speed king! ❌ LION/TIGER - Raw power!"

#Predators #Cheetah #CinemaStudio #WildlifeDocumentary #HindiDubbed #NatureLovers #AnimalFacts #JungleAdventure

"Watch on Cinema Studio" ➔ Where wild meets wonder! 🐆

Category

🐳
Animals
Transcript
00:00This video is brought to you by Mr. Shikari.
00:30The power of the RUNNITI, the RUNNITI, the RUNNITI and the Teamwork.
00:37It is easy to have to be a leader.
00:43As the world becomes a part of the world,
00:45we will have to make ourselves a man.
00:49TANZANIYA KEY SERENGETTI MEY IN CHEETO MEY EAK ALG HIKISM KA BHAI CHARA HAY
01:03ISS VISHAL SHIKAR KSHETR KI KAMAN YEE SAMBHAALTAY HAY
01:09POR AAB IS VARCHASM KO CHUNOTI DIJA RAHI HAY
01:15VIRODHI KARIB ARAHAY HAY
01:17LADAYI AP SIRF SHIRJ PARBANI RAHNAY KI NAHI HAY
01:22BALKI ZINDA RAHNAY KI HAY
01:24APNES SHAKTI SHALI KADBANTHAN SE JUDE RAHNAY KI HAY
01:47पिछले 6 सालों से नर्चीते, लूका और कोवू ने सरेंगेटी की इन दक्षिनी मैदानी इलाकों पर अपना कबजा बना रखा है
02:01कोवू की नाक पर एक जख्म का निशान है, ये एक चालाक और सचेच शिकारी है
02:13और इस खेल के पीछे का दिमाग भी
02:16जबकि लूका एक मजबूत कतकाटी वाला बेरहम और शक्तिशाली जीव है
02:22ये हमेशा एक दूसरे का साथ देते हैं, पर ये भाई नहीं है
02:31ये एक दूसरे से पचास बील दूर पैदा हुए थे
02:35युवावस्था से ही एक दूसरे के साथ हैं
02:39और कई सालों तक सवैना के नियमों को सीखते हुए इनका ये अटूट बंधन आज भी कायम है
02:45मादाएं अके लिए रहना पसंद करती हैं जबकि नर्चीते साथ रहना
02:56लूका की जिस्मानी ताकत और कोवू के तेज दिमाग ने मिलकर
03:06इन्हें एक बेमसाल जोडी बना दिया है
03:09अपने सारे विरोधियों को पच्छाड कर इन्होंने यहां अपनी धाक जमाई है
03:14आठ साल की हो चुकी इस जोडी ने बहुत तेजी से अपना वच्छस वो बनाया है
03:36सवना के बीस वर मील के इस मैदानी इलाके में इनका राज चलता है
03:40यहां आश्रे के लिए पथरीली चट्टाने है
03:45पानी के लिए तालाव हैं
03:50हर साल ये इलाका, जीब्रा, विल्डबीस्ट और बारा सिंगों के जुन्डों से भर जाता है
03:56ये आस पास के नरों से अपने इस इलाके की रक्षा करते हैं
04:04ताकि जो भी मादाई यहां पर आएं वो सिर्फ इन ही के साथ संभोग करें
04:08एक सर्वोच्च शिकारी की ये बेहतरीन मिसाल है
04:12और अपनी पूरी की पूरी नसल की सफलता इन मजबूत नरों पर ही निर्भर करती है
04:17इनके संभोग करने और अपने जीन्स को आगे बढ़ाने पर
04:21लूका और कोवू इस खेल के उस्ताद बन चुके हैं
04:28लेकिन उनकी दुनिया के नियम बदल रहे है
04:32अगस्त का महीना है और सेंगेटी में सूखे का मौसम अपने चरम पर है
04:39सूरज ने घास को छुलसा दिया है
04:45जुन्ड पानी खोजने उत्तर की ओर जा रहे है
04:48और बजे हुए शिकारी खाने की घटी मातरा के लिए लड़ रहे है
04:53और इससे भी बुरी बात ये है
05:03कि तीन साल से ये इलाका सूखे की मार चेल रहा है
05:06जुन से अक्टूबर तक चलने वाले सूखे के ये महीने लगाता गर्म होते जा रही है
05:12लूका और कूवु की दुनिया में घुस पैठियों की संख्या बढ़ने से
05:18इलाके की रक्षा करना और जरूरी हो गया है
05:21इसलिए इनके नियम साफ है
05:27घुस पैठिये अंदर आए तो मारे जाएंगे
05:32लेकिन इन से पांच मील दूर
05:38इनके इलाके की पश्चमी सीमा पर एक घुस पैठ हुई है
05:45चार ताकटवर बेटों का एक जुन जिनका नित्रित्व उनकी मा करती है
05:56ये कहलाते हैं सुलारो परिवार
05:58इनकी अकड़ और ताकट की वज़े इनकी गिंती है
06:02लकड़ बगगे भी इनकी ताकट महसूस कर सकते हैं
06:07मा को बारा सिंगा का पीछा करते देख
06:18बेटे तेजी से शिकार के पेंतरे सीख रही है
06:48फिलहाल ये चारों बेटे मा के साथ ही रहते है
06:54मगर कुछ समय बाद भाईयों का ये जुन्ड एक साथ निकलेगा
06:59और अपना इलाका खुद बनाएगा
07:02लूका और कोवु किसी भी हाल में सुलारो जुन्ड से अपना इलाका साजह नहीं करेंगे
07:15और इस सुखे में इन सब के लिए तो परियाप्त खाना भी नहीं होगा
07:20हालाकि चार नरों के खिलाफ जोर आजमाना हत्रे से खाली नहीं होगा
07:25एक चीज जो उनकी मदद कर सकती है वो यहां से बहुत दूर है
07:31यहां से सौ मील दूर उत्तर में नदियों और घाटियों के बार
07:38पंधरा लाख चनली विल्डबीस्ट और सीब्रा का एक विशाल जुंड तेजी से आगे बढ़ रहा है
07:56गर्बवती मादाओं को दूद बनाने के लिए लगातार चरना पड़ता है
07:59तो जब बरसाथ लोटेगी तब लूका और गूव के इस इलाके में साल की सबसे मीठी घा सुगेगी
08:10इसलिए जुंड को वहां चाना ही होगा
08:14इन जुंडों के आने के बाद चीतों के लिए इस इलाके में खाने के लिए परियाप जीब्रा और विल्डबीस्ट होंगे
08:25और सुलारो परिवार को घुसपैट नहीं करनी पड़ेगी
08:37पर ये इतना असान नहीं है
08:39क्योंकि इन जुंडों को पहुँचने के लिए एक बड़ी मुसीबत का सामना करना होगा
08:43इस मारा नदी का
08:47उचे किनारे
08:50गहरा पानी
08:52दूसरा कोई रास्ता नहीं
08:54जैसे जैसे किनारे पर भीड़ कठा होती है
08:59इनका बढ़ना उतना ही मुश्किल होता जाता है
09:01अगर ये जुंड दक्षिनी मैदानों तक ना पहुँचे
09:07तो लुका और कोवु को सिर्फ भूख ही नहीं
09:10सुलारो भाईयों के साथ भी चंग लड़नी पड़ सकती है
09:13पर इस वक्त
09:19इनके सामने उससे बड़ी समस्या है
09:22धूआ
09:31सूखे मौसम ने घास को सुखा दिया है
09:37ये आसानी से आख पकड़ लेती है
09:40लुका और कोवु ने पहले भी जंगल में आख देखी है
09:45उन्हें पता है कि ये आख बहुत तेजी से फैल सकती है
10:01लेकिन जैसे जैसे कर्मी बढ़ती है
10:06ये सिर्फ इस आख को बढ़ते हुए देख सकते है
10:09कुछ कर नहीं सकते
10:13इन्हें सुरक्षित ठेकाने की और बढ़ना होगा
10:18इस आख के बेकाबू हो जाने पर जो भाग नहीं सकते
10:25वो छिप जाते है
10:26सफेज सारस आख से भागने वाली कीडों को अपनी खुराग बनाने उतर दे है
10:35लुका और कोवु के इस इलाके को आख की लपने बीचों बीच से चीरती है
10:52शायद उनकी अभी तक की सारी मेहनत पर पानी भेड़ जाए
10:57सुभा होते होते आख खुद बखुद बुच जाती है
11:15और इनका पूरा इलाका बदल जाता है
11:18अब सिर्फ जुलसी हुई धर्ती बची है
11:27एक लकड बग्गा आग में जलकर जुलसे हुए
11:32शुतुर मुर्थ के पके अंडों को खा रहा है
11:35नेवले बाहर निकल कर खाली मैदान देखते हैं
11:44बचे कुछे बारा सींखे भी जा चुके हैं
11:48और बारिश के लौटने तक
11:50कभी जानवरों से भरा ये इलाका वीरान रहेगा
11:53इन दोनों को भी ये इलाका छोड़ना ही होगा
11:58अपने इलाके के बिना
12:02शिकार ढूनना इनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी
12:05और मादाओं को आकर्शित करने की ख्षमता भी नख के बराबर होगी
12:09अब इन्हें एक नया इलाका ढूनना होगा
12:13पर ये एतना असान नहीं है
12:16अगर ये पूर्व की और मुड़े हैं
12:19तो ये घास के मैदानों से आगे निकल जाएंगे
12:21जहां मवेशियों की रक्षा के लिए किसान चीतों को मार देते हैं
12:25इनका एक मातर विकल्प पश्च्चम की और जाना है
12:29सेरंगेटी के इस जंगल के बीच ओ बीच
12:32एक ऐसी जग है जहां लकडबगे, शेर और दूसरे चीते भी एक ही शिकार की होड में है
12:39अब इस जोड़ी का भाग ये पूरी तरह से
12:45विल्डबीस्ट और सीब्रा के आगमन पर टिका हुआ है
12:48नब्बे मील दूर उत्तर की और जुंड अगली चाल का हिसाब लगाता है
12:58बचने के लिए इन्हें नदी पार करनी होगी
13:04लेकिन मगर बच्चों का एक जुंड इनके इंदजार में है
13:09ये पानी की दुनिया के सबसे बड़े शिकारी है
13:14और इन्होंने महिनों से कुछ नहीं खाया
13:17इस दौर में पहले हिस्सा ले चुके बुज़र्ब जानते हैं टाइमिंग ही सब कुछ है
13:24जिन्दकी दूसरा मौका नहीं देगी
13:44गीली चटानों पर फिसलन से पैर और दूसरी हड्डियां टूच सकती है
14:12गिरते पड़ते ये किसी तरह आगे बढ़ रही है
14:20जो ज्यादा जखमी है वो पास आते मगर मच्छों के आगे बेबस हो जाते है
14:28और जब तक मगर मच्छों का मूँ भरा है
14:44तब तक लाखों बच कर निकल जाते हैं
14:48हवा के रुख के साथ ये जुन्ड दक्षिन की ओर बढ़ता है
14:58इस जुन्ड को लुका और कोवु तक पहुंचने में अभी वक्त है
15:12अभी सितंबर का महिना है और सुखे का प्रकोब बढ़ता ही जा रहा है
15:20शेर दोपहर की धूप से बच रही है
15:26लुटेरे लकडबगे मैदान में गश्ट लगा रही है
15:30सोलारो परिवार भी धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है
15:35अब वो लुका और कोवु के पुराने जुलसे हुए मैदान से गुजर रहे है
15:39पीछे से आ रहे खत्रे से बेखबर
15:46ये जोड़ी यहां के जीवन को अपनानी की कोशिश करते हुए
15:50एक नए घर की तलाश में है
15:52आम तोर पर इन्हें जरूरत भर का पानी अपने शिकार से मिल जाता है
16:00लेकिन शिकार के इतने कम मौके होने की वजह से दोनों नर्ब बुरी तरह प्यासी है
16:08समस्या ये है कि जो भी पानी के तलाब सूखे नहीं है
16:14उन पर अब शेरों का कबजा हो चुका है
16:17और ये किसी भी हाल में चीतों के साथ इसे नहीं बाटेंगे
16:25आखिरकार इन्हें खाली तलाब मिल जाता है
16:41सूखे का असर हर चीज़ पर हुआ है
16:44एक बूंध ही लूका को ये बताने के लिए काफी है कि पानी खराब है
16:52और पीने के लिए सुरक्षित नहीं है
16:54यहां इन दोनों को कुछ नहीं मिलेगा
16:59धूल हवा को दूशित करती है
17:09और जिराफ पेट पर बची हुई हरी पतियों को नोचता है
17:14नए अलाके की तलाश इस चोड़ी को पहाडी मैदान पर पहुँचा देती है
17:23जहां इनके शिकार बारा सिंगों का नाम और निशान तक नहीं है
17:28खालाकी इस से फर्क नहीं पड़ता
17:31ये भूख है नर अब जो कुछ पकड़ पाएंगे उसे खा लेंगे
17:35कोवु को शिकार के छेपे होनी का आभास होता है
17:40दोनों सुराख की खोज में जहाडियों में छान बीन करते हैं
18:01इनके आँखों के नीचे की काली धारियां सुरज की चमक बेयसर करती है
18:07जिससे इन्हें सब साफ दिखता है
18:08जरा सी हरकत इनके अंदर के शिकारी को जगा सकती है
18:16इसलिए अगर खरगोश थिर है
18:22तो शायद उस पर इनका ध्यान न चाहे
18:26नस्दी की मामला है
18:38पर को वो कबेने जुटा
18:40तो शायद नहीं चूबता
18:42बिजली की रफ्तार वाला खरगोश भी इस धर्ती के सबसे तेज जानवस्य नहीं बच साथ
18:50बिजली की रफ्तार वाला खरगोश भी इस धर्ती के सबसे तेज जानवस्य नहीं बच सकता
19:13काफी तो नहीं होगा
19:27पर लुका और कोवो को जीवित रखने में इस खरगोश का बड़ा हाथ है
19:31इससे उन्हें जरूरत की उर्जा मिलेगी
19:36इनका सफर इन्हें सोलारो परिवार के एक मील के दाइरे में ले आया है
19:41अगर ये कभी टकरा गए तो बहुत पुरा होगा
19:48अगर पलायन करने वाले जुन्ड जल्दी ही आ जाते हैं
19:52तो इस युद्ध को टालने के लिए यहां परियाब खाना होगा
19:55जुन्ड अब उत्तर की दिशा में सिर्फ सतर मील दूर है
20:04पर रास्ते में एक रुकावट है
20:07दक्षणी मैदानी इलाकों में पहली बारिश के बाद
20:11ताजा खास उगना शुरू हो जाती है
20:14पर बारिश अब तक नहीं आई
20:17इसलिए जुन्ड बीच रास्ते में रुख गए हैं
20:21पिछले कुछ दशकों में यहां बारिश का मौसम बिना इंतजार किया जाता है
20:25लेकिन वो दिन बस याद बन कर रह गए हैं
20:32लुका और कोवू के लिए
20:38ये किसी आपदास से कम नहीं
20:43जुन्डों की तलाश में उत्तर की और बढ़ना फिलहाल विकल्ब नहीं है
20:47ऐसा करने के लिए इन्हें कई विरोधी जीतों के खतरनाके लाखों से गुसरना होगा
20:53खाने की कमी के साथ
21:00अब इनके विरोधी भी
21:01करीब आते जा रहे हैं
21:13इस वक्त
21:14चारो सुलारो बेटों की नजर
21:16उनकी माँ पर है
21:17वो उसके शिकार करने के पैंतरे सीख रहे है
21:22इन्हें भी खरगोश से ही संतुष्ठ होना होगा
21:28लेकिन एक खरगोश
21:31पांच बड़ी चीतों का पेट नहीं भासकता
21:33इसे अपने लिए छीन लेना उसके बेटों के लिए एक संकेत है
21:39उनके जाने का और खुद का इलाका ढूने का वक्त आ गया है
21:44वो इतने बड़े हो गए हैं कि खुद के लिए शिकार कर सके
21:51हालाकि इस भयानक सूखे में
21:54मा जैसी शिकारी के बिनाईं का बचना मुश्किल है
21:56भूखे वेटे इसका विरोध करते हैं
22:11मा पीछे हट जाती है
22:12इनकी ये उभरती हड्डियां बदाती हैं
22:19कि ये शक्तिशाली परिवार भी इस सूखे की चपेट से नहीं बच सका
22:23इनकी खाल का फटना बीमारी का संकेत है
22:34बेटों के वापस ताकत वर होने तक इनकी मा को इनका साथ देना होगा
22:38लेकिन ये ज्यादा समय तक इनका पेट भरा नहीं रख पाएगी
22:43अक्टूबर के तब दिद्यन गुजरते हुए जमीन से जीवन निचोड़ लेते हैं
23:02प्यासे हाथ ही पानी की तलाश में लंबे सफर पर निकर पड़ते हैं
23:07लुका और कुवू अब लगभग पूरी तरह से खरगोशों पर ही जिन्दा हैं
23:17हर बैठक के बाद ये एक दूसरे का चहरा साफ करते हैं
23:25खाने का हर दिन का बहुत कींदी है
23:28एक दूसरे के प्रती निष्ठा दिखाने के लिए एक रिवास की तरह ये ऐसा हमेशा करते हैं
23:35दूसरी तरफ सुलारो परिवार के लिए हालात पहले से ज्याता बत्तर हो गए हैं
23:54इनकी बीमारी बहुत ज्याता पढ़ गई है
23:56सबसे दुबला बेटा अब सिर्फ चमडी और हड़ी का एक जरजर शरीर मात्र है
24:01चीतों में भाईयों के बीच एक टूट बंधन होता है
24:27इसे छोड़ कर जाने की बात ये सूच तक नहीं सकते
24:30इन्हें चलते रहना होगा
24:40पर हर कदम के साथ ये कमजोर होता जा रहा है
24:44परिवार पूरे धैरिय से भाई के आने का इंतजार करता है
24:51पुकार कर उसका होसला बढ़ाता है
24:54मा खाना ढूणने की कोशिश करती है
25:04पर इस सूखे में इनकी धीमिकती के साथ शिकार करना ना मुम्किन है
25:07पूरा परिवार धीरे धीरे भूख से मर रहा है
25:12पुकार करता है
25:42इसके मां और भाई अब कुछ नहीं कर सकते
25:48क्यूंकि खुद को बचाने के लिए उन्हें शिकार करना होगा
25:55अब ये चाहें या ना चाहें इन्हेंसे यहीं छोड़ कर आ के जाना होगा
26:12Oh
26:14Oh
26:16Oh
26:18Oh
26:38Oh
26:40This is a good time.
27:10Luka and Kovu have been warned of this.
27:16And with December of the beginning,
27:19the end of the year will be able to find the way.
27:36Every year, four weeks,
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