00:00राजा रगुवंशी हत्यकान को लेकर लगातार हम चर्चा कर रहे हैं, लगातार उस मामले से जुड़ा हर अपडेट हम आप तक पहुंचा रहे हैं।
00:08इसी बीच कई इसी तरह की वारदाते सामने आई।
00:12वो चाहे मेरट की मुस्कान हो या इंदौर की सौनम और फिर एक नया नाम सामने आया है और वो नाम है रोशनी का।
00:42और इसी बीच में कुछ और है घटना इस तरह की हुई जिसमें की पत्नियों ने या प्रेमिकाओं ने पती का कतल कर दिया या प्रेमिय का कतल कर दिया।
00:50लेकिन अब जो वारदार सामने आई है जिस पर हम चर्चा करने वाले हैं जिस किरदार का नाम है रोशनी।
00:55रोशनी की शादी को तो दस साल हो चुके थे पांस साल की मासूम बच्ची थी और उसने प्रेमिकी खातिर पांस साल की बच्ची का कतल कर दिया।
01:04क्या है ये बुरा मामला है।
01:34लगा दिया दो-ती महीने पहले जिसमें उसकी मदर-इन-लौ जेट ये तमाम लोग जेल पहुंच गए।
01:44और यह एकसर इस तरह के मामलों ऐसी होता है कि आप सोचे इसके बाद पती को मार-पीठ की पती के साथ पती थाने पहुंचता है मही के महीने में इसी साल तो पती
02:04पत्नी ने मेरे साथ मार-पीट की, मेरे पत्नी ने जो पहला मुकदमा दरच कराया वो गलत था मुकदमा. पुलिस ने पहले तो मुकदमा कैसे दरच कर लिया रखना उप लिस्ने. आपने डाورी के केसे बिना जाचे पर खञे आप सोचे उसके बाद ये तो चलिए दो मामल
02:34तक्रीबन चार-पांस साल पहले दोनों के बीच संबन स्थापित हो गए और ये हालात पैदा हो गए कि अब इसी वज़ा से जो अब बात सामने है ये कि इसने अपने इनलाउस के खिलाफ केस कराया, अपने पती के साथ मार पीठ की और उसके बाद अब रविवार की जब घ�
03:04कैसे प्रॉपर्टी पर कभज़ा करूं, कैसे अपने पती को फसा दूँ और क्योंकि इसका पती अब एक मातर था जो बाहर था, कैसे इसको फसा हूँ मैं
03:11इसने एक मासूम बच्ची को आप सोचिए उसका उसके च्छाती पर बैढ़ जाती है
03:17यह सारी कवायद इसलिए की गई कि शाहरुक को कैसे फ्रेम किया जाए, अपने पती को कैसे फसाया जाए
03:22तो बेटी के कटल के एलजाम में शाहरुक को फसाने का प्लान था
03:25और आप सोचिए कि उसको बच्ची को इतनी बुरी तरह उसके पेट के पर लात रखी उसको दबा दिया बुरी तरह से
03:31और उसके फिर ब्लीडिंग हो गई और बुरी तरह से मार के उसको एक बकसे में पैक कर दिया
03:37और उसके बाद भी इन्होंने खाना पीना हुआ किया, रवी बार की रात बीट गई, अब सुभा उठे अगले दिन, खाना खाया आप सोचिए, सोमवार को, और तब तक बेटी की लाश घर में पड़ी है, लाश घर में पड़ी है, इन्होंने ये भी सोचा कैसे अब इसको ड
04:07इन्तहा है एकदम कि जनून जो होता है, ये किस तरह का इश्ग है, ये किस तरह का जनून है, कि अधित की चाहत में उसने अपनी खुद की बेटी को, पांस साल की मासूम बच्ची की होती क्या है, पांस साल की मासूम बच्ची को इतनी बेरहमी से कतल कर दिए, सोचिए, और
04:37मेरी बिटी का कतल कर दिया, मेरे पती ने कतल कर दिया
04:40यानि शारुक पर इल्जाम लगा दिया, उधित को महां से भगा दिया
04:42वो तो पुलिस ने जाच की, जब पता चला कि ये तो शारुक के पैर पर चोट है
04:46उपर कैसे आ सकता है CCTV चेक है तो उसमें कोई मौजूदगी नहीं नजार आ रही थी उसकी उसका मॉबाइल लोकेशन चेक है उसमें कोई लोकेशन नहीं आ रही थी तो ये इतनी एक तरह से कहूंगा बेहुकूफ और क्रिमिलल थी जिसको इतनी तमाम चीजों की अकल नहीं थ
05:16से ये लगा कि भई ये तो कोई डाल में काला है ये तो कुछ और है जब इससे सकती से पूछा चीजों पर लाश इतनी समय रखे रही तो पुलिस को तुरत बद लाए और सीसी टीवी में कोई लोकेशन नहीं आ रही है शारुक की शारुक और ये चौथी मंजिल का फ्लैट
05:46का कितना बड़ा दुरूपयोग है आप सोची और पुलिस के आंख बंद करके मुकदमे दर्ज करे जा रही है उनको दिखाई नहीं दे रहा कि एक अगर लेडी इस तरह के इल्जाम लगा रही है कम से कुन तहकीकात कर ले पुलिस ये कह सकती है कि ठीक है कानून से हम बंद
06:16कर रहे थे इन लॉज ये सोची इस तरह के अजीव से और बच्ची को मारने का मोटिव आप सोची क्या सामने आ रहा है कि इसलिए मारा क्योंकि दोनों को उदेत और इसको देख लिया था उसने फिजिकल कंडिशन में तो उनको था कि ये बच्ची आगे बता देगी इसलि�
06:46अब इस मामले में दोनों के गिरफतारी होगी है तो मतलब बड़ा विचितर और बड़ा ही दुखधाई ये घटना देखकर इतना
06:52बेहद दुखधगटना है चिराग के दुखधाई में मां से बढ़कर कोई रिष्टा नहीं होता कहते हैं कि जो मां होती है मां का अपने बच्चे के साथ जो संबंद होता है वो बेहद पवितर बेहद मश्बूत होता है इस दुनिया में सारी दुनिया आपकी दुश्मन �
07:22अपनी मासूम बच्ची को ही इती बेरहमी से उसने मार डाला
07:26तो चिराग मतलब आगे अब क्या लग रहा है इसमामने पुलिस अभी
07:29क्या इसमें कुछ और भी चीजें हैं जिनको अभी सामने आना बाकी है जिनका
07:33देखे ये एक्जाक जो घटना लगनो में लाल बाग में खंदारी बाजार है वहां ये अपाटमेंट है जहां पर ये पूरी घटना हुई और उसकी चौथी मनजिल पर ये लोग रहते थे और पुलिस जब पहुंची नोटिस लगा तो पत्मी ने तो पहले आरोपी बना दि
08:03जो बयान पड़ोसियों का भी DCP West है विश्वजीर श्रिवास्ताव उनका बयान भी सामने है उनोंने बताया कि बेटी को मार कर और पती को जेल भेज कर दोनों साथ में रहना चाहते थे ये इनका मोटिव था इसके बाद अपरेल के महिने में प्लैनिंग चल रही है अपरे
08:33उसके बाद सारे सबूतों को साफ किया फिर इसकी बॉड़ी को एसी के पास रखा वहां समेल आना लगी तो उस पर पर्फ्यूम चुड़क दिया दो दिन तक तो आप लाश के साथ बैठे रहे है आप सोचिए कितनी बहरेमी से अत्या की इसमें तो कड़ी से कड़ी सज़ा
09:03के नाम पर बिल्कुल कलंग है इस रिष्टे को पुरी तरह से शर्म सार कर दिया रौशनी ने और ये कहा जाए कि मतलब ये रौशनी नहीं एक अंधार था जो बच्ची के लिए अभिशाब बन गया बेहत दुगदाई हटना है चिराग जो राजा रगोशी केस है चिराग
09:33जसा ही है सबका कि सबका मकसद एक ही था कि अपने प्रेमी के साथ जाए रहना और अवैट समय किस तरफ जा रहा है चिराग समाज बड़ी ही अजीब सी बात हैं कि इस तरह के तमाम जो केसिज हैं एक तो इसके पीछे फिजिकल नीड समझ में आ रही है प्लस पैसा कि आपक
10:03हैं मेहनत किसी ने नहीं करनी है तो यह वही यह सारी अगर सारी चीजों को क्लब कर दिया जाए तो यही रीजन समझ में आते हैं फिर आपकी अब ब्रिंगिंग किस तरह की होई है जैसे हमने देखा सोनों कि केसमें अब ब्रिंगिंग तो बहुत अची थी लेकिन उसके बा
10:33और यह भूलते हैं पूलिस ने बहुत सारी चीज़ें वहांसे बरामद की ने कपड़े बरामद की है कुछ शराप की बोतले बरामद की हैं वहां सिग्रिट्स बरामद हूए यह तमाम चीज़ें बराम र häuf लिग और वहां यह सब चीज़ें कसिवन कर रहे थे वह doğru और नश
11:03प्रच करती है तो शायद यह गढ़ना नहीं होती लेकिन वही होती है पुलिस निगर नहीं होती है लेकिन अधिकानश इस तरह की खबरें देखने को मिलती है और पुलिस पर हमेशा उट्टिया आपको बता दूँ आप ने भी देखा उस मामले को के पत्ना का जो मामला है अ�
11:33मैनेजर था उस मामले में परिवार का रोप है कि पुलिस वहां गई लेकिन पुलिस नहीं नहीं तलाश ही नहीं किया गोपाल खिंट हो जाती तो जाकर के उसमें लाश मिल जाती और शायद उसकी जान बश सकती थी देखिए पुलिस के एक्टेव होने का सबसे बड़ा जो
12:03तो उन्होंने बोल दिया कि सीम साब का वी आईपी का रिक्रम लगा वा इसलिए उसमें हमारा जाना हमें अभी हम देंग निमाएंगे और घरवालों ने खुद अभीशेग वरुन की लाश जो है वहां पुए से बरामत की मितलब वहां देखी जाकर के तब पुलिस को बला
12:33पुलिस के पास जाता है कि मेरा भाई ऐसे मारपीट कर रहा है और आत में एक बाई तक थाने में बैठे रहते हैं और पुलिस कर भी उनको कहते हैं कि जी जब आई ओ को फोन करते हैं जब कॉल पर के बही हम यह थाने पर खड़े तो उसना का कि मैं तुम्हारे के लिए बै�
13:03फिर्व में हमारे देश की पोलिसिंग वडि कि पुलिसंग में एक से बारिता या कि सुझार की चाइब एक पुलिस चौह कि भाउन想 करे ब्लसुञरगों दूप dirfish ₹
13:33पिर बता दें कि वहाँ पर रोश्मी नाम की एक महिला ने जिसकी शादी दस साल पहले शाहरुप के साथ कुई थी दोनों ठीक ठाक रहे लेकिन कुछ सालों बाद उनके बीच में जगड़े शुरू हो गए दरार आ गई इस पीच उनकी एक बेटी भी हुई पास साल की बच्
14:03पिया ड्रिंक किया और उसके बाद जब पकड़ी गई तो उसने इस कत्ल का एक्जाम अपने पती शाहरुप पर लगाया लेकिन पुलिस की जाच में दूद का दूद और पानी का पानी हो गए और इसके बाद उसने अपने आपको बचाने की तमाम कोश्य भी की लेकिन प�
14:33तो वो डिरेक्ट उठाने के बजाए और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से तो वो क्या करते थे कि उस कंबरे में आ जाएंगे या बाहर से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे
14:43प्रात काल उठीके रगुनाथा मात पिता गुरु नावई माथा तो अभी कोई में गुस्से में उठकर के रहे पापा चौप चला इस प्रस्किया और सो गया उनका अम्मा उठाने