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  • 3 days ago
Archita Phukan का GB Road से क्या है Connection? Adult Industry की क्या है पूरी कहानी
एक तरफ एडल्ट स्टार संग वायरल तस्वीरें, तो दूसरी तरफ दिल्ली के रेड लाइट एरिया का वो काला सच जिससे कांप जाएगी आपकी रूह।
असम की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चिता फुकन, जो इंस्टाग्राम पर 'बेबी डॉल आर्ची' (babydoll_archi) के नाम से मशहूर हैं, इन दिनों सुर्खियों में हैं। हाल ही में अमेरिकी एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ उनकी तस्वीरें वायरल होने के बाद, यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह एडल्ट इंडस्ट्री में कदम रख सकती हैं। लेकिन उनकी इस ग्लैमरस दुनिया के पीछे एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली कहानी छिपी है। यह कहानी उस 'बेबी डॉल' की है, जिसे सिर्फ 14 साल की उम्र में उसके ही माता-पिता ने धोखा देकर दिल्ली के जीबी रोड (GB Road) स्थित वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल दिया था। वह 'सेव द ह्यूमैनिटी फाउंडेशन' नाम का एक एनजीओ चलाती हैं, जिसके जरिए वह रेड लाइट इलाकों में फंसे बच्चों को बचाती हैं और उन्हें नई जिंदगी देती हैं।

This news story covers the life of Archita Phukan, an Assamese social media influencer also known as 'Baby Doll Archi'. The video delves into her viral photos with adult star Kendra Lust, sparking rumors about her joining the adult industry. It uncovers her tragic past of being forced into prostitution at Delhi's GB Road at the age of 14, her escape, and her current life as a successful influencer and philanthropist running an NGO, 'Save The Humanity Foundation'.


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~HT.178~ED.110~GR.125~

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Transcript
00:00बेबी डॉल आर्ची का दिल्ली के जीबी रोड से क्या है कनेक्शन?
00:15अडल्ट इंडस्ट्री में एंट्री से पहले क्या करती थी बेबी डॉल आर्ची?
00:20क्या है अर्चिता फुकन की पूरी कहानी?
00:22असम की एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर अर्चिता फुकन इन दोनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है
00:28वे इंस्टेग्राम पर बेबी डॉल आर्ची नाम से एक्टिव हैं
00:32और हाली में उनोंने अमेरिका के एडल स्टार केंडरा लस्ट के साथ कुछ तस्वीरे शेयर की जो खूब वाइरल हुई
00:39जिसके बाद उनके फैंस ये क्यास लगाने लगे कि शायद अर्चिता भी एडल इंडस्ट्री में कदम रखने वाली है
00:45अर्चिता इस समय अमेरिका में रहती हैं और इंस्टेग्राम पर उनके एक मिलियन से भी ज्यादा फॉलोवस हैं
00:52लेकिन इस समय सोशल मीडिया की सेंसेशन बनी बेबी डॉल आर्चि कि एक कहानी जो है काफी दुख भरी भी है जो शायद आप सब नहीं जानते हों
01:01यह कहानी है एक नाबालिक बच्ची की जो सालों तक दिल्ली के रेड लाइट एरिया में फसी रही थी
01:07सालों तक दलदल में रहने के बाद एक दिन उसने वहां से निकलने का फैसला किया और वहां से निकलने के लिए उसे इसकी कीमत तक चुकानी पड़ी थी
01:15यह कहानी एक ऐसी महिला की जिसने जिन्दगी के सबसे काले दौर को देखा
01:19उससे बाहर निकली और अब दूसरों के जिन्दगी में उजाला भी भर रही है
01:24अब आप सोच रहे होंगे कि अडल फिल्म इंडस्ट्री में वो जा रही है इसमें दूसरों की जिन्दिगी में उजाला भरने की क्या कहानी है
01:30खेर इस पूरी रिपोर्ट में आपको ये बात भी पता चल जाएगी
01:35बेबी डॉल आर्ची यानि अर्चिता फुकन के जिन्दिगी का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है
01:40बल्कि साहस की एक अद्बुद मिसाल भी कह सकते हैं
01:43जब अर्चिता सर्फ 14 साल की थी तो उनके अपने ही माता पिता उन्हें मुंबई लेकर आये
01:48लेकिन नियती ने कुछ और ही खेल खेला उनके साथ
01:52उन्हें धोके से वैश्यावृति के उस दलदल में धकेल दिया गया
01:56जहां से निकलना लगभग नामुम्किन ही होता है
01:59ये सुनकर शायद आप चौक जाएंगे कि अर्चिता किसी गरीब परिवार से नहीं थी
02:04फिर भी उन्हें भवानात्मक ब्लैक मिल और परिस्तितियों के जाल में फसा कर इस भयावध दुनिया में खीच लिया गया
02:11अर्चिता ने अपने उस नरक जैसे जीवन को छोड़ दिया है लेकिन उसके लिए उन्हें एक भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ी थी
02:18कल्पना कीजी इस दल्ल से बाहर निकलने के लिए उन्हें लग भग 25 लाक रुपए देने पड़े थे
02:24एक ऐसी कीमत जो उनकी आजादी के लिए थी एक नई जिन्दिगी के शुरुआत के लिए थी
02:29यह उनके द्रिट संकल्प का ही नतीजा था कि उन्होंने उस अंधेरे से निकलने का रास्ता बनाया
02:34उन्हों न उस अंधेरे से खुद को निकाला बलकि अवे उन बच्चों की मस्सीहा बन गई हैं जो रेड लाइट इलाकों के दल्दल में फसे हुए हैं
02:43वह Save the Humanity Foundation नामक एक NGO चलाती हैं जिसके मादियम से वह ऐसे बच्चे को बचा कर उन्हें एक नया जीवन देती हैं
02:51अपनी कहानी में उन्होंने अपने 7-8 महिलाओं को भी उस दल्दल से बाहर निकाला था
02:56इसके साथ ही वह बेजुमादन जानवरों के कल्यान के लिए भी काम करती हैं
03:01उन्हें आश्रय और देख भाल प्रदान करती हैं
03:04अर्चिता फुकन की अनुमानित संपती अब लगभव 50 करोर रुपय है
03:08जो की एक कड़ी महनत और लगन की राह पर चलने का प्रमान है
03:26जाएंगे कि वैश्यावरिती की दल्दल से निकलने के बाद उन महिलाओं के पास जीवन यापन के क्या कोई और आप्शन बचते हैं
03:34पहले तो एक बार उस दल्दल में फस जाने पर वहां से निकलने के दरवाजे लगभग बंध ही हो जाते हैं
03:40लेकिन अर्चिता फुकन जैसी कुछ महिलाएं अगर बाहर आ भी जाएं तो क्या समाज उन्हें स्विकारता है
03:45पिलावल इस खबर में इतना ही मैं रिचा और आप देख रहे हैं One India Hindi

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