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  • 7/6/2025
ईरान- इजरायल में फिलहाल युद्धविराम, क्या फिर होगा संग्राम? देखें रणभूमि

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00:00नमस्कार रंड़भूमी के स्पेशल एडिशन में आपका बहुत-бहुत स्वागत है।
00:30क्या इरान और इसराइल दुबारा से युद की शुरुवात कर सकते हैं।
01:00ये इसलिए क्या रहे हैं कि लगातार अब अमारिका से ही खबरे निकल कर सामने आ रही है कि इरान की फैसलिटी पर जो अटाक हुए थे वो इतने परभावी नहीं थे और करीबन एक से दो साल के बाद इरान दुबारा से इन शम्ताओं को हासिल कर लेगा।
01:30बड़ा सवाल ये भी क्या पाकिस्तान अपने सबसे मजबूत दोस्त चीन को एक बार फिर से धोका देने की तयारी कर रहा है या नहीं ये चारों बड़ी खबरों पर हमारी नजर होगी हमारे साथ हमारे साही होगी भी जोड़े रहेंगे लेकिन सबसे पहले बात आपको ए
02:00क्या अमेरिका और इस्राइल दोबारा इरान पर हमले की योजना बना रहे हैं ये सवाल इसलिए क्योंकि इरान और इस्राइल के बीच सीसपायर भले ही हो गया हो लिकिन सब जानते हैं कि ये तूफान से पहले की शांती है
02:20इस तरह से इरान ने अचानक अपना एर स्पेस बंद किया उसके बाद उसके विदेश मंत्री और सेना के कमांडरों ने दुश्मनों को धंकाया उससे सवाल उखता है कि क्या इरान पर दोबारा हमला होने वाला है
02:33दरसल एक के बाद एक ऐसे संकेत आ रहे हैं जिनको देखकर लगता है कि दोनों देश दोबारा जंग की तरफ पर रहे हैं या फिर इसकी तैयारी में जुड़ गए है
02:45पहला संकेत है कि सी स्पायर के बाद खबर आई कि अमेरिका इरान से डील करेगा उसे प्रतिबंधों में राहत देगा लेकिन फिर ट्रंप अपनी ही बात से पलट गए
02:57दूसरा संकेत जिस तरह से हूती विद्रोहियों के हमले ने सी स्पायर के दोरान इसराइल पर अचानक हमला बोला
03:04उसके बाद ये साफ हो गया कि इरान कभी भी अपने प्रॉक्सी संगटरों से इसराइल को हिला सकता है
03:10अमेरिकी हमले के बाद इंटरनाशनल एटॉमिक एनरजी एजेंसी से रिष्टा तोडने की बात इरान की संसद ने की थी
03:17लेकिन कल संसद से पास कानून पर इरान की राश्पती ने साइन कर आई ए ये से सहयोग ना करने पर मोहर लगा दी
03:25फिल्मी स्टाइल में बी-टू बॉम्बर से हमला करवा कर ट्राम्प ने दुनिया का खूब ध्यान खीचा
03:30लेकिन उसकी ही खुप्या एजेंसियों का हवाला दे कर मीडिया रिपोर्ट्स आईं कि इरान के परमारू ठिकानों को पूरी तरह से मिटाने में अमेरिका नाकाम रहा है
03:40इरान पर दोबारा हमला करने की वज़े अमेरिका और इसराइल के मकसद पूरे ना होना है
03:45ना अमरिका इरान के परमारू ठिकाने तबाह कर पाया और ना ही इसराइल हमिनई की सत्ता को उखाड पाया
03:52वैसे भी इसराइल अपने मिशन को अधूरा नहीं छोड़ता तो क्या बचानक इरान पर इसराइल का हमला होने वाला है
04:00इतार एरان ने अपने मद्ध और पस्चिमी इलाके में अलतराश्टी औड़ानों पर अचानक रोक लगा दी
04:07बड़ी बात ये है कि एरान के मध्ध और पस्चिमी इलाके में
04:11उसके सेना के वुक्याले मिसाईल बेस हैं
04:14यही नहीं एरान के सभी पर्मारू ठीकाने वो चाहे नतान्ज हो या फोर्ड हो ज्यादतर इसी इलाके में हैं
04:21तो सवाल यह है कि क्या एरान ने किसी हमने के डर्से ऐसा किया
04:26इस सही मुनिसमा और अमरिकाया कुष्की इंतिजार कशी बार अस अमले
04:34सवाल है कि एरान और इसराइल क्या पर एक दूसरे के खिलाफ अचानक हमला बोलने वाले है
05:02और अगर ऐसा हुआ तो क्या ये जंद यूक्रेन और रूस की तरह लंबे वक्त तक चलेगी
05:08आज तक बेरो
05:09इस बुलिटिन की शुरुआत करें लेकिन आप दर्शकों को एक बड़ी ख़बर बता दे जो अमारिका से आरी
05:16अमारिका इसराइल को नए हात्यारों की खेब देने जा रहा है जिया
05:20जानकारी लिक के मताबिक अमारिका इसराइल को बंकर बस्टर बम की एक बड़ी रसा दी एक बड़ा समान देने वाला
05:27और साथ में BLU 109 अमारिका इसराइल को दे सकता है
05:30ये इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि इसराइल अभी चाहता है कि वो इरान के किलाव या फिर अपने उन प्रोक्षी के किलाव लगातार बड़े अटाक करे
05:37जो गाजा में या फिर आप कह सकता है साउस लिबनेन में बैटे हैं यानि हिस्बूला के कमांडर्स और ये भी इसराइल चाहता है कि अभी उसका मिशन पूरा नहीं हुआ है
05:44इसलिए अमारिका की तरफ से बड़ी रसद इसराइल को दी जा सकती है जिसमें बंकर बस्टर कह सकता है बॉंब्स के साथ-कई और साजोसमान यानि B.L.U. 109 भी शामिल है
05:56दरसल इसराइल की सबसे बड़ी ताकत अमारिका ही है
06:05अमारिका वो मुल्क है जो इसराइल को हर समय मदद करता है
06:09चाहे वो युद प्रॉक्सीस के खिलाफ हो या फिर इरान के खिलाफ
06:12इसलिए सबसे जादा जानने की ज़रुद है कि आखिरकार इसराइल के पास वो आखिर वो कौन-कौन सी ताकत है जो से अमेरिका से मिलिये हम आपको ग्राफिक्स की मदद से समझाने की कोशिश करते हैं कि आखिरकार इस समय इसराइल पे मौजूदा हालात में जो हत्यार है व
06:42ये बड़े ताकत या बड़े शम्ताये रखते हैं और ये इसलिए हम आपको बतारहें कि इसराइल जब भी किसी प्रॉक्सि के खिलाब बड़े Atax करता है
06:49तो इनी विमानों का इस्तमाल करता है इनी मिसालों का इस्तमाल करता है
06:52सबसे अब दूसरा हम आपको बताएं कि iron drone जैसे ये defense systems भी अमेरिका की तरफ से उनके shells मिलते हैं
06:58इसके लावा आप कह सकते हैं कि कई ऐसे M141, कई ऐसे bunker buster missiles हैं, bombs हैं
07:04जो अमेरिका की तरफ से इसराइल को दिये जाते हैं और ये सारी रसत वो है, ये सारे हत्यार वो है
07:09जो इसराइल इस्तमाल करता है, प्रोक्सी के खिलाब भी और अभी जब इरान पर हमले करने की बात हुई, तब भी इसराइल ने इन्हीं bombs का, इन्हीं आप कैसे हैं, weapons का इस्तमाल किया
07:19ये हम आपको लिस्त लिखा रहे हैं और आपको समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस समय इसराइल की सबसे बड़ी ताकत ये हत्यार नहीं, दरसल अमेरिका है, जिस अमेरिका की मदद से लगातार इसराइल बड़े अटैक्स इनिशेट करता है, इसराइल को उन सभी missions में ए
07:49इसराइल को अमेरिका से मिलने वाली ये रसाद ये साजो समान कितना महतपून है, ऐसे समय पर जब ये कहा जा रहा है कि इरान का युद तो रुख गया है, लेकिन अभी इसराइल के जो आटैक्स हैं, वो हिजबुल्ला के खिलाफ या फिर गाजा के अंदर बड़े ऑपरे
08:19पश्चिमेशिया के अंदर इसराइल को मजबूत मराय रखना चाहता है अमेरिका, इसलिए हत्यारों की मदद हो, चाहे सेंटकॉम और इंडो पैकॉम की तरफ से बढ़ाए गए विबान वहाख पोत हो, पूरी तरीके से इस पूरे अलाके के अंदर अमेरिका ये बता देन
08:49अंदर जिस तरीके से धमाके हुए हैं, जिस तरीके से कुछ ड्रोन अटाक्स हुमे हैं, यहां तक कि एरान के न्यूकलियर साइंटिस्ट के अलिमिनेशन या उनको मारने की जो कवायद है, या जिस तरीके की घटनाएं हुई हैं, वो भी बदस्तूर जारी हैं, इस तरीके
09:19साथ रिप्लानिश करने की बात चल रही है, क्योंकि पिछले कुछ समय से चल रही ही लड़ाई के अंदर, इसराइल का जो हत्यार खाना है, उसके अंदर काफी हत्यारों की कम ही आई है, काफी जो इसका डेविड स्लेंग हो, या आईरन डोम हो, या जो एरो सिस्टम है, उस
09:49काफ आप, आप कह सकते हैं, उनको चेक करना, चेक अंद बैलन्स वाली जो पॉलिसी थी, वो अब कुछ रहनी पाएगी इरान के पास, जी, बहुत धन्यवाद मुझे आमन तृत करने के लिए, सुमेत आप बिलकुल ठीक कह रहे हैं, देखिए, उससे अनिश्चिता और ब�
10:19निश्चे कर लिया है, जो इरान अपने को एक न्यूक्लियर वेपन स्टेट बनाना चाहता है, हलाकि देखिए, जो भी रिपोर्ट्स आई, आई एई की, जो भी इसने इरान ने कहा, जो हम उसकी तरफ बिलकुल कुछ काम नहीं कर रहे हैं, परन्तु फिर सभी ने यही बत
10:49चाहिए 20%, आप लेकर गए हैं, इसको 60% से उपर, वहां से आप 90% ले जाने का परयास कर रहे हैं, आपने जो फॉर्डो में अपनी फिसलिटीज बनाई हैं, कितनी नीचे बनाई हैं, 200 मीटर फुट आपने नीचे बनाई हैं वहां पर, आप किस लिए कर रहे हैं, देखिए
11:19तो मतलब उनका इंटेंशन एरान का, ये इसरेल और अमेरिका का कहना है, जो इंटेंशन उनका निउकलिर वेपन स्टेट बनना है, और इन्रिच्मेंट करना है, इसलिए आए ये के वहां पर निरीक शक हो या नहीं हो, वो तो यही समझेंगे, और वो देखते रहेंगे, �
11:49अशंका दोनों तरफ से हैं, इसलिए तैयारियां भी दोनों तरफ से उसी तरीके से की जा रही है, एरवाइस मार्शल शिर्वास्तफ सर, अगर देखा जाए, क्योंकि यूरेनियम की बात हो रही थी, आपने मुझे आता है, पहले भी मुझे बताया था कि देखे, इतना आ
12:19है, उनके पास लगातार अपनी तैयारियों को पूरा करने के लिए, बिल्कुछ सही, जैसे सजिनहार सर ने बताया कि अगर उनकी नियत ये होती कि मुझे पीस्फुल परपोस के लिए ही इस्तमाल करना है, तो 20% से ऊपर जाने का इंवर्श्मेंट का कोई सवाल नहीं था,
12:49बुशहर प्लांट जो है, वो जो नुकलियर पावर प्लांट है, बुशहर पोर्ट सिटी में, वो अभी भी ऑपरेशनल है, इसका मतलब जब स्किल लेवल की बात आती है, तो उस तरह के लोग जो नुकलियर सिस्टम या नुकलियर इन्रेच्मेंट वगरा को समझते हैं, �
13:19लेकिन इसराइल भी नियत बना चुका है, कि हमें ये केपैस्टी वहां नहीं लाने देनी है, क्योंकि अगर ये केपैस्टी आती है, ये अम्बरेला मिलता है, इस्बिल्ला को, हमस को और हुती को, नुकलियर अम्बरेला मिलता है, वो पूरे मिडल इसके लिए बहुत खतर
13:49और देखिए state of hormones के बारे में हम आपको बता रहे थे कि आखिरकार कितना ज़्यादा important है state of hormones
13:54अब हम आपको graphics की मदद से समझाते हैं कि अगर इस इस इलाके को इरान बंद कर देता है
14:00यह स्कारी को बंद कर देता है तो उसका प्रभाव कैसे होगा
14:03यह नक्षा जो आप देख रहे हैं मैप जो आप देख रहे हैं दरसल अगर आप यह पीछे यह इलाका देख रहे हूँ
14:07यह है state of hormones का इलाका करीबन 33 से 35 किलो मीटर का यह वो state of hormones है
14:12जहां से ज्यादातर मिडलीस के आप कह सकते हैं जो ओल जो देश हैं वो लगातार वहां से उनके शिप्स उनकी जो कंटीनर से वो मूव करते हैं
14:21इसके लावा कई ऐसे देश हैं जो लगातार यहाँ अपने बड़े एक्सपोर्ट के लिए यहाँ से नाच्रल गैस या दूसरी चीज़े भी यहाँ से जाती है
14:27और कहा यह जाता है कि स्टेट ओफ हॉर्मूस अगर बंद कर देगा इरान तो उसका असर मिडलीच के तमाम देशों पर होगा
14:33और इसका सबसे बड़ा असर चीन पर भी होगा इसी वज़े से शायद इरान अभी ऐसा नहीं कर रहा
14:38लेकिन अगर इरान को जुरत पड़ी तो इरान के पास यह ऐसी चीज़ है जिसको इस्तमाल वो कभी भी कर सकता है
14:44और यही सबसे बड़ा मेजर कंजन है दुनिया भर के देशों के लिए हमारे साथ हमारे सायोगी पने उपाध्याय भी जुड़े हैं
14:51पने अगर देखा जाए क्योंकि आप स्टेट ऑफ हॉर्मून्स को पहले भी कई बार अच्छे से एक्स्प्रेइन कर चुके हैं
14:56नाच्रल गैस किस तरीके से कौन सा देश ज़्यादा एक्सपोर्ट करता है अभी अगर दुबारा से इस तरीके की जंग चिड़ती है
15:03दुबारा से इस तरीके का महौल बनता है तो फिर स्टेट ऑफ हॉर्मून्स में जो एक्टिविटीज अभी देखी जा रही है
15:08क्या ही एक मेजर कंसर आने वाले वक्त के लिए
15:10बिल्कुल ठीक का सुमित आपने
15:12दुनिया के लिए ये चिंता का एक फ्लेश पॉइंट बना रहा है
15:15आज से नहीं बरसों से और जब जब इरान के साथ में जो अमेरिका का तनाव बढ़ा है
15:19हमेशा चाहे 2017 हो उसके पहले हो
15:22तो इवन एरान एराक वार जो थी उस दौरान भी लगातार ये चिंताय आती रहीं
15:26कि क्या हो कि अगर एरान इसे ब्लॉकेड कर दे
15:28क्योंकि ये दुनिया की उर्जा सप्लाइ लाइन का रास्ता है
15:31क्योंकि ओमान की खाड़ी फारस की खाड़ी से जो भी जो एनरजी सप्लाई जाती है
15:35खास तोर पर एशिया के इलाके में भारत हो चीन हो दक्षन कोरिया हो जपान हो
15:39ये वो मुल्क हैं जो सबसे ज़ादा LNG पेट्रोलियम इस इलाके से लेते हैं
15:43और उनके लिए सबसे बड़ी चिंता बढ़ जाती है कि अगर यहाँ पर इरान ब्लॉकेड लगाता है
15:47आप नक्षा अच्छी तरीके से समझाई रहे हैं हमारे दर्शक भी उस चीज को देख सकते हैं
15:50किस तरीके से इस पूरे इलाके के अंडर इरान के पास में एक नैच्रल एडवांटेज है
15:54एक भोगौलिक उसके पास में वैंटेज पॉइंट है क्योंकि वहाँ पर एक बेंड बनता है
15:58जिस तरीके से जहाज उस जगह पर मुडते हैं
16:00और वहाँ पर समंदर के बीच में दो छोटे-छोटे से द्वीप हैं
16:03जिन्हें greater tomb और lesser tomb कहा जाता है
16:05जहाँ पर इरान की नौसेना की मौजूदगी है
16:08उसके नौसेनिक base है वहाँ पर
16:10लेकिन ये बात भी सच है कि इरान के लिए उतना आसान नहीं है
16:13इरान की submarines हैं लेकिन इरान के पास में जो submarine fleet है
16:16वो उतना अप ताकतवर नहीं है जितना की अमेरिका के पास में है
16:19शिर्वास्तर सर अगर देखा जाए अभी proxy इतने मजबूत नहीं है
16:23और इरान भी इतना ज़्यादा मजबूत नहीं है
16:25लेकिन अगर परमाणू शक्तियां आ गई
16:27या अगले पिछले कुछ सालों के अंदर
16:28इरान ने उकाबलियत हासिल कर ली
16:30तो फिर proxies भी बहुत ज़्यादा अक्टिवेट हो जाएंगे
16:32और मुझे लगता है कि इस्राइल के लिए
16:34फिर चौतरफा दिक्कते पैदा हो जाएंगे
16:36बिल्कुत सही कह रहा है सुमित
16:38और मुझे पूरा विश्वास है कि
16:40जहां तक इस्राइल और अमेरिका का संबंध है
16:42इरान कितनी भी कोशिश कर ले
16:45उसके पास ये शक्ती नहीं आने वाली है
16:48उसके लिए जो भी ज़रूरी कदम उठाने होंगे
16:50उठाए जाएंगे
16:51और जैसा सर्जाहास साब ने बताया
16:53बुशहर की जो हम बात कर रहे थे
16:55बुशहर में इसलिए भी अटैक नहीं किया सकता
16:57कि किसी भी nuclear power plant में अगर आप अटैक करते हैं
17:00तो जिसको हम dirty bomb बोलते हैं
17:03वो उस तरह का radiation का dispersal होता है
17:05तो radiation dispersal जिस तरह हवा चलती ही वहाँ पर
17:08बुशहर नॉमली इरान से ओमान वग़रा की तरफ
17:11या सौधी एरिबे की तरफ हवा चलती है
17:13तो उसका बहुत बुरा असर allied forces पॉपलिशन पड़ेगा
17:17तो वो बात नहीं है
17:18लेकिन बात जो आपने कहिए कि एरान के पास
17:21एरान हमेशा अपने power को असर्ट करता रहा है
17:24through proxy forces
17:28जैसे हजबुल्ला है, हमस है, सीरिया मिलिशिया है
17:33इराकी मिलिशिया है, हूतीज है
17:34तो इनके हाथ में अगर वो dirty bomb भी आ गया
17:37मालजिए प्रवाणू बंबी नहीं बना, dirty bomb भी आ गया
17:40तो वो अपने आप में बहुत खतरनाक होगा
17:42पूरे middle list के लिए
17:44discussion बहुत हो रहे हैं पने, लगातार गाजा को लेकर
17:46अमेरिका भी कोशिश कर रहा है कि इसराइल को मना ले
17:49इरान भी, इरान को मनाने की भी कोशिश की गई
17:51लेकिन हुआ कोछ नहीं
17:52अशोक सर्थ जिस तरी के सब पने बता रहे थे
17:55कि पूरी priority इस समय इसराइल किया
17:57कि हमास को खतम कर दे
17:58करीबन डेट साल से उपर का वक्त हो चुका है
18:01हमने अभी ये खबरे देखी थी कि 20,000 से जादा लड़ा
18:03के हमास ने दुबारा से रिवाइव कर लिया गाजा में
18:06अगर 65 फी सदी इस हिस्से पर कब्जा हो भी जाता है
18:09तो क्या हमास का खतमा मुमकिन हो भी पाएगा
18:12जी देखिए मैं समझता हूँ जो इस में इसरेल की जो अपनी फिलोसफी रही है
18:17इसमें जो अगर आतंक वाद से लड़ना है तो हमें कैसे लड़ना चाहिए
18:21हमास हिजबुल्ला वगेरा से लड़ना है तो कैसा लड़ना चाहिए
18:25तो उनका फिलोसिफी है मोईंग दग्रास ये जो आतंकवाद है टर्रिजम है ये घास की तरीके से है
18:33आप इसको पूरी तरीके से कभी नहीं खत्म कर पाएंगे जब ये उकती रहेगी आपको फिर इसको उपर से आपको मोग करना पड़ेगा इसको फिर से आपको काटना पड़ेगा तो इसके लिए आपको तयार रहना पड़ेगा और मैं कहूंगा भारत के लिए भी ये सोच ल
19:03चैनल्स के ओपर काम नहीं कर रहा दरसल एक खबर इसी से जूड़ी अपने दर्शकों को बता दे कि मध्यपूर में जहां इरान अपने मुस्लिम ब्रदर हुट के एजंड़ा पे लगातार बढ़कर काम कर रहा है
19:11तरकल चार जुलाई को औरंज अजरवैजान में मुस्लिम देशों की एक बड़ी बैठक हुई जिसमें इरान और पाकिस्तान समेट कई मुल्ग देशों के राश्टर देक्षों भी शामिल हुए
19:22इरान की राश्पती मसूद पेश्कियान से पाकिस्तान के प्रदान मंतरी शेवाज शरीफ ने मुलाकात भी की
19:28मुस्लिम देशों की इस बैठक में तुर्किय की राश्पती एर्दुगान भी शामिल हुए
19:32खबर है साफ है कि लगातार अब इरान इसराईल के खिलाफ मुस्लिम देशों को अपने साथ एक मूर्चे पर लाकर खड़ा करना चाहता है
19:40वो चाहता है कि जहां अमारिका इसराइल को सपोर्ट कर रहा है बाकि दूसरे मुल्क जो है मुस्लिम ब्रदर हुट के नाम पर इरान को सपोर्ट करे और शयाद ये बड़ा चैलेंज इस समय इसराइल के सामने इरान खड़ा करना चाहता है
19:53मुस्लिम ब्रदर हुट एक ऐसा कार्ड है जो इरान पहले भी खेल चुका है और इरान को लग रहा था कि समर्थन मिलेगा लेकिन हमने इस युद के दौरान देखा इसराइल इरान जुद के दौरान अमेरिका के जो अटैक हुए कि सिर्फ स्टेट्मेंट के अलावा कुछ न
20:23एक बहुत ही इल्यूजिव आइडिया रहा है जिसको लेकर लगातार चर्चाएं तो बहुत होती रही लेकिन अगर आप इस्लामिक वर्ल्ड को पूरा देखें चाहे आप OIC जैसे संगठन को भी देखें ये एक संगठन है जो बयानों के लिए तो साथ में आता है कई बार
20:53इरान ये कहता है कि हमलों से कोई फर्क नहीं पड़ा अमेरिका कहता है कि हमलों से बहुत फर्क पड़ा है और कम से कम दो साल के लिए तो इरान के कारेकर रुग गए है लेकिन सच्चा ही क्या है ये जानने की कोशिश की हमारे समधा था अंकित कुमार ने और उन्होंने बत
21:23इन जगों की बात करें, अगर ये दो निशान यहां गिरे होते, यहां गिरे होते, यहां गिरे होते, तो कह सकते थे कि अंदर कोई नुकसान, खासा नुकसान नहीं हुआ होगा परमानु करेकरम को, क्योंकि सेंटर फ्यूज कैस्केट जहां पे जो सबसे महत्वपूर्ण किस
21:53हैं अब इसके आधार पर इस डिजाइन के आधार पर हम कह सकते हैं कि इन दो जगहों पर impact हुआता यह जो आपको दिख रहा है बेस में यह actual तस्वीर है एक
22:03अब इन दो जगहों पर क्यों हुआता हम यह समझने कोहिश कर रहे हैं यह अगर हम बात करें दरसल उन दो जगहों पर उस पूरी पहाड़ी का सबसे कमजोर पॉइंट है अगर आप देखें यह वेंटिलेशन शाफ्ट हैं किसी अंडरगाउंड फैसिलिटी में हवा के आने क
22:33यह 2009 की तस्वीर है 2009 में ही जब यह अंदर कंस्ट्रक्शन था वहां पर जब काम चल रहा था तो यह शाफ्ट दिक रहे थे यह जो शाफ्ट थैं यह दिक रहे यानि पहाल को अगर हिट करना है तो कमजोर पॉइंट कौन सा होगा यह कमजोर पॉइंट था यह कमजोर पॉ�
23:03अमेरिकी B2 Bombers ने निशाना बनाया, यह जो निशान है, यह जो बीच वाला छेद है, इससे करीब 6 Bombs एक साथ गए हैं, जो दो अलग अलग डॉट्स हैं, वो शाफ्ट के शाफ्ट के निशान है, इसी तरीके से यह जो बीच वाला आपको क्रेटर दिख रहा है, यहां से 6 B2 Bom
23:33इस तरीक को देखिए, यहां पर कोई अक्टिविटी नहीं है, पंखा गिरा हुआ है, शाफ्ट खुले हुआ है, बॉम्स अंदर गए हैं, 29 तरीक को क्या होता है, 29 तरीक को हम देखते हैं कि वहां पर क्रेन आ जाता है, शुरू में लोगों को उम्मीद थी कि शायद इरान
24:03अगली कहानी है, नतांस्की, जहां पर यह दूसरा ठिकाना, जहां पर दूसरे बीटू बामबर्स ने अमेरिका के बंबर्स आयते हैं, यहां पर भी आप देखें, यह ढखने का काम लगभग पूरा हो चुका है, यहां पर एक क्रेटर था, गोल, इसे भी ढख दिया गया ह
24:33और एक उसके बगल में यह प�하ाड़ियां, यहां पर अमेरिका ने B2Octive नहीं बर्सा हैं, अमेरिका ने यहां पर टौमाहा क्रूज मिसाइल्स बरसा हैं, उन क्रूज मिसाइल्स हैं, तबाही तो बहुत मचाई, तबाही इतनी मचाई, जिसको आप देख सकते हैं इन तस्�
25:03जो हमने देखा है फॉर्डों के पास देखिए टनल्स यहां भी है टनल्स के इंट्रेंस को नुकसान पहुंचा है लेकिन इस तस्वीर में एक खास बात है जो बाकी के दो तस्वीरों में नहीं है अगर आप यहां की सड़कों को देखें और इसके आस पास की फसिलिटीज को
25:33परमानू बंब बनाने के एरान बेहत करीब है यह दुनिया भर के सामने यह सवाल अभी खड़ा गया है इसराइल से जुद के तुरान अमेरिका ने भी इरान के कई परमानू सेंत्रन उपर बंकर बंब का इस्तमाल किया और उन पर हमला भी किया इसराइल और अमेरिका समे�
26:03को बहुत पीछे चल रहे हैं लेकिन वो बहुत जल्दी उनको रिवाइफ कर लेगा अब सवाल ये है कि क्या परमाणू बंबनाने की देहलीज पर खड़ा है रान
26:11इरान और इसराइल के बीच 12 दिन तक चला युद और फिर अमेरिका की इंट्री के बाद युद विरान का ऐलान
26:27अब सवाल ये कि आखिर इस युद में इसराइल और अमेरिका का मकसद कितना पूरा हुआ
26:35क्या इरान के परमाणू हत्यारों का खत्रा पूरी तरह से टल गया है अगर हाँ तो फिर इन सैटलाइट की तस्वीरों को देखकर अमेरिका और इसराइल की टेंशन बढ़ सकती है
26:46मेकसर सैटलाइट की ओर से जारी ताजा तस्वीरे चौकाने वाली है
26:5329 जून की तस्वीरों में अमेरिकी बंकर बस्टर बमो ने जिस छेत्र को टार्गेट किया था अब तेजी से काम होता दिखाई दे रहा है
27:02सैटलाइट तस्वीरों में खुदाई की यांत्र और क्रेम जाते हुए दिख रहे हैं
27:08पहड़ी के नीचे एक गोल्डोजर और ट्रक भी नज़र आ रहा है
27:11निर्मान से जोड़ी मशीने, एंट्री गेट और परिसर के पूर्वी हिस्से वाली इमारत पर भी काम कर रही है
27:21ये वही इलाका है जिसे अमेरिका ने पूरी तरह से तबाह करने की बात कही थी
27:26अब सवाल ये कि अगर अमेरिका ने इरान के परमाणू केंदर को तबाह कर दिया है तो फिर सैटलाइट तस्वीरों में क्या काम होता नज़र आ रहा है
27:36खबरों की माने तो अमेरिका के हमले के बावजूद एरान के परमाणू के इंदर फूरी तरह से तबाह नहीं हुए है
27:44वहीं अमेरिका की लगातार चेतावनी के बावजूद एरान दुबारा से परमाणू हत्यारों पर काम तेजी से कर रहा है
27:51एक्सपर्ट की माने तो एरान कुछी महीनों में यूरेनियम संवर्धन फिर से शुरू कर सकता है
27:58सैटलाइट तस्वीरों में नतांज के पास एक रहसमई परमारू साइट पिकेक्स माउंटेन का भी खुलासा किया है
28:05ये साइट सतह से खरीब 100 मीटर नीचे बनिर हुई है और इतनी मजबूत है कि इसे अमेरिकी बंकर बस्टर बं नश्ट नहीं कर सकते है
28:13एक्सपर्ट का मानना है कि एरान में अपने 400 किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम को यहीं छुपाया हुआ हो सकता है
28:20इरान परमाणू उडजा संगठन के प्रमुक महम्मद इस्लामी पहले ही घोशना कर चुके हैं कि इरान का परमाणू कारिकरम बिना रुकावट के फिर से शुरू होगा
28:30एक तीसरा परमाणू संवर्धन पहले ही सुरक्षित स्थान पर स्थाफित हो चुका है जो जल्द ही सक्रिय हो सकता है
28:37वहीं अंतराश्टिये परमाणू उडजा एजेंसी के महान इदेशक राफेल ग्रोसी ने चेताबनी दी है
28:44कि एरान कुछी महीनों में सेंट्रिफ्यूज का उप्योग करके यूरेनियम संवर्धन शुरू कर सकता है
28:51हम लों ने एरान की तक्नीकी विशेशग्यता नश्ट नहीं की है और एरान के पास परमाणू शम्ता अभी भी बरकरार है
28:59ये खुलासा ऐसे वक्त में हुआ है जब अमेरिका लगातार एरान पर परमाणू संद्धोते का दबाव बना रहा है
29:08तो वही दूसरी और एरान बाचीत को लगातार तालने की कोशिश कर रहा है
29:12इसराइल और एरान के बीच युद्र की वज़े ही परमाणू केलर थे
29:29लेकिन एरान की ये तस्वीर बताती है कि तनाव इतनी आसानी से खत्म होने वाला नहीं है
29:35आज तक बेरो
29:36एरान के फूर्दो न्युकलियर प्लांट पर अमेरिका ने बंकर बस्टर बम गिराये थे
29:44अमेरिका का दावा तो बहुत बड़ा है लेकिन बंकर बस्टर बंग से इरान के प्लांट को कितना नुपसान पहुचा है
29:50जमीन से 90 मीटर नीचे आखिरकार क्या हुआ है बता रहे हैं हमारे सयोगी संधीप उनित
29:5522 जून को अमरीका ने इरान के नुपलियर फेसिलिटीज को एटाक किया था
30:05और इरान के जो तीन यूरेनियम एंरिच्मेंट साइट्स या रिसर्च रियाक्टर्स थे उनको पुरी तरह से नश्ट कर दिया था
30:13ये अमरिका का कहना है तीन लोकेशन्स पे अमेरिका ने बॉम गिराए फोर्दो, नतान्स और इस्वाहान
30:26फोर्दो एक स्पेशल फेसिलिटी है जो जमीन के 90 मीटर गहराई पे इरान की एक नुक्लियर फेसिलिटी थी यहां पे उरेनियम 238 को एन्रिच करके उरेनियम 235 बनाया जा रहा था
30:53यहां यह जो फेसिलिटी है जमीन के 90 मीटर डीब थी और यह करीब 35,000 स्क्वेर फुट की एक फेसिलिटी थी या यानि कि एक आधे फुटबॉल फील्ड के साइस की एक फेसिलिटी थी जमीन के बिलकुल नीचे
31:10यूएस का कहना है कि उन्होंने पूरी तरह से इसको धुस्त किया बॉम गिराए थे
31:16GBU-57 जो कि दुनिया का सबसे शक्तिशाली बं माना जाता है
31:23कन्वेंशनल वेपन है जो कि यूएस ने B-2 स्पिरिट बॉमर्स से गिराए
31:28साथ ऐसे B-2 बॉमर्स यूएस से उड़के यहां के बं गिराए थे इन दोनों फेसिलिटी पे
31:34फोर्दो और नतांस पे और इस वहां पे जो एक रिसर्च फेसिलिटी है वहां पे बहुत सारे तौमाहक मिसाल से उन्होंने अटाइक किया था
31:43अब यूएस का मानना है कि उन्होंने इरान की जो पूरी जो यूरेनियम प्रोसेसिंग फेसिलिटी से सारे उनको नश्ट कर दिया इन तीन लोकेशन पे अटाइक करके
31:54फोर्दो और नतांस पे इरान की जो है सेंटर्फूज लगे थे
32:00ऐसे बड़े-बड़े हॉल्स में ऐसे साथ फुट उन्चाई की जो सेंटर्फूज है वो स्पिन करती है और यूरेनियम 238 से वो यूरेनियम 235 उसको प्यूरिफाई करके उसकी जो प्यूरिटी है उसको इन्हांस करती है करीब
32:2060% तक अगर आपको नुक्लियर वेपन बनाना है तो आपको यूरेनियम इस यू-235 को 90% तक लेके जाना है अब जो है यूएस का कहना है कि यह सारे जो फेसलिटीज उन्होंने द्वस्त कर जा लेकिन इरान की जो शमता है इन सेंटर्फूज को बनाने का वो अभी भी कायम
32:50लगार को यूरेनियम इंडरिज कर रही थी सतर से लेकर नबे तक जाने की उनके प्लान थी जिससे पहले कि उन्होंने बाउम किरा थे नतान्स पर करीब 50,000 इस तरह के संटर्फूजिस इरान चला रही थी यूरेनियम को इंडरिज करने के लिए तो क्या आगे चलकर और इ
33:20क्या वो दूबारा बना सकती है रक्षा विक्षेश�že कहना है कि यह बिलकुल कर सकते हैं क्योंकि जो सारी जो शम्ता है technical expertise है एरान अभी भी बना सकते हैं यह centrifuges चला के दूबारा वो
33:35इसे कुछ साल लगेंगे, कुछ महीं नहीं, कुछ साल लगेंगे, वो दुबारा ऐसे फैसलिटी बना सकती है, और इरान के पास जो है अभी 400 किलो, ये बॉमिंग से पहले इस जो highly enriched uranium है, 400 किलो, उन्होंने ये हमें बताय जा रहा है कि उन्होंने इस फैसलिटी से निकाल के कह
34:05नूकलियर बॉम, आठ नूकलियर बॉम बना सकते हैं, आगे चल कर
34:35हत्यार की मार्किट लगातार बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है, और ये इसलिए भी क्यूंकि अमेरिका लगातार अपने हत्यारों की खेब हर यूद्शेतर में खपा रहा है, अब आपको ग्राफिक्स के मदद से समझाने की कोशिश करते हैं, कि आकरकार इस समय अमेरि
35:05अईरिका की हत्यार लगातार वहाँ पर इस्तमाल हो रहे हैं, बन्धेपूर, और एशिया के कई देशों में इनका निर्याद भी किया जा रहा है, यानि middle east के कई देश भी अमेरिका से हत्यार लेते हैं, और उनकी जो security provider है, वो अमेरिका ही है, यहां तक कि अमेरिका को lock-in-
35:35ये भी बता दे कि ये वो कंपनिया है जो हर यो शेत्र के अंदर अपने साज़ों समान बेच रही है अमेरिका की 30 ऐसी बड़ी कंपनिया है जिनकी कमाई में इजाफा बहुत जादा हो गया हमारे साथ हमारे एक्सपर्ट भी जुड़ है अशोक सर हमेशा से कहा जाता है कि अम
36:05सुमित जो इनका military industrial complex है अमरीका का वो बहुत ही परिपक्व है और आपने अभी रेथियोन का नाम लिया आपने लॉकीड मार्टिन का नाम लिया तो मैं समझता हूँ अगर देखा जाए पूरी दुनिया में जितने निर्यात होते हैं अस्त्रशस उसमें सबसे ज्यादा proportion percentage �
36:35अपनी वेपनरी के लिए अपने आम्स के लिए एफ सेक्स्टीन है उसके पास एर क्राफ तगरा अब करीब 81 प्रतिशत जो उसका पाकिस्तान आयात करता है वो सब उसके जो वेपनरी है वो सब उसके जो ऐसा असला है वो सब अब चीन से आता है तो अभी अमने operation सिंदूर म
37:05के एर क्राफ सारे चीनी उसमें आये हुए हैं तो अब चीन भी एक उभर कर आ गया है वेपन्स मार्केट में परन्तू सबसे ज्यादा अभी भी देखा जाए तो अमरीका का ही उसमें रोल है तो इसलिए यही कहा जाता है जो युद बढ़ाने के लिए जो अमरीका है वो प
37:35इसमें अपने डिफेंस में कॉंटिब्यूट करेंगे तो उनको मतलब बहुत ज्यादा अपने लिए अपनी सुरक्षा के लिए बहुत वेपनरी इंपोर्ट करनी पड़ेगी और उसमें फाइदा केवल अमरीकी कमपनियों का ही है
37:49देखें बिलकुर यही बात कही जा रहे है कि अमरीका दुनिया भर में हत्यार बेचने वाले सबसे बड़े देश है
37:55सवाल है कि इन हत्यारों के सौदे में अमरीका को कितनी कमाई हो रही है
38:00हम आपको यह भी बता दे कि अमरीका को करीबन 317 अरब डॉलर यानि 26 लाग करोड रुपे की कमाई हुई है
38:07दुनिया की टॉप सौ कमपनीज में यानि सौ बड़ी कमपनीज में 41 कमपनिया सिर्फ और सिर्फ अमरीका की है
38:14और यह जो माकड़े हम आपको दिखा रहे हैं करीबन 317 अरब डॉलर यानि 26 लाग करोड रुपे की कमाई सिर्फ और सिर्फ और सिर्फ अमरीका को ही है
38:21और पिछले दो सालों में यह कमाई धाई फिस सिर्फ जादा बढ़ गई है
38:25यानि अमरीका को सिर्फ और सिर्फ फाइदा ही हो रहा है
38:29और यही अमरीका की सबसे बड़ी आपके सकते हैं इंडस्री है
38:32जो दुनिया भर में चल रही है यानि अमरीका को किसी और चीज़ को काम करने की जुरुत नहीं
38:37P.K. शिरवाफ्ता सर, अगर मान लिया जाए कि अमेरिका ये चाहा भी ले कि वो इस्राइल की मदद करे, या उक्रेन युद रुखाने की कोशिश करे, एरान इस्राइल युद को रुखाने की कोशिश करे, लेकिन ये इंडस्रीस का धंदा है अमेरिका का, इसको बडा सेट �
39:07अपने सुरक्षा के उपर, क्योंकि अब सिर्फ यूएस नहीं करेगा, आप अपनी सुरक्षा को खुद धयान दीजिए और ये जो अशान्ति है जो इसराइल जहां लेवरेश करके रहता है, उसमें अमेरिका का पूरा जो ध्यान रहता है, इसलिए कि खाड़ी के जो देश ह
39:37अरब ने और कतर ने सब ने खरीदा है
39:39तो जहां तक सवाल है
39:41military industrial complex का
39:43वो बहुत strong है
39:44अमेरिका में और एक बात
39:47और है अमेरिका की जो छोटी
39:49मोटी ट्रम्प की नाराज़गी भारत के साथ
39:51चलती है क्योंकि हमने नारा दिया है
39:53आत्म दिरभरता का और आप
39:55सिंदूर में आपने देखा
39:56कि हमने अपने अस्तरों के जरीए
39:58आप सिंदूर में विजय पाई
40:01और जहां तक Chinese equipment का सवाल है
40:03जब वो battleground में आए
40:05तो वो उसमें कारगर नहीं साबित हुए
40:08इसलिए Pakistan अब फिर
40:09अमेरिका के तरफ आगे बढ़ रहा है
40:11कि हमें अस्तरशास दीजे
40:13तो चाइनीज जो market था
40:15वो गिर गया डब गया
40:16आप नहीं सुन रहे हैं कि कोई चाइनीज
40:18अस्तरशास खरीदना चाहता है
40:19लेकिन American market बढ़ा है
40:21यहां पर भारत ने एक अच्छा
40:24उनके लिए एक role play किया
40:25अगर आप इसको मानते हैं
40:27कि वहां उनकी तरफ निगापड़ी
40:29कि जब तक हमारे पास पश्मी देशों के सामान नहीं होंगे
40:32अस्तरशास नहीं होंगे
40:33हम विजा नहीं पा सकते
40:34इस मामले में चाइना को एक setback मिला है
40:37और भारत को भी एक सबक मिला है
40:40कि हमें आत निर्भर रहना ही पड़ेगा
40:42अगर आत निर्भर नहीं रहेंगे
40:44जैसे अभी Sweden का मैंने पढ़ा था
40:46उनका आया है उन्होंने
40:47IBCS दिया है अमेरिका से
40:50वो हमारा ICCS के समान है
40:55वो थाई बिलियन डॉलर्स में लिया है
40:582.5 बिलियन डॉलर्स में
41:00इतना महंगा और जितने अमेरिकन समान है
41:02वो बहुत महंगे भी हैं
41:04और उनको महंगे हैं उनके पर
41:06बहुत सारे end use की restrictions आती हैं
41:08और उनके जो आप बाद में
41:10missiles खरीते हैं वो भी बहुत महंगे होते हैं
41:12तो एक लगाई बहुत महंगी लडाई हो जाती है
41:15या आपकी सुरक्षा बहुत महंगी जो आती है
41:17आपका defense budget आपको बढ़ाना ही पड़ता है
41:19और इसमें naturally military industrial complex जो US का है
41:22उसका फाइदा होता ही होता है
41:24वेलकुल और सर यही बात तो कही जाते हैं
41:26देखे हैं कि दुनिया में कहीं जंग हो
41:27फाइदा सीधे तोर पर या फिर indirectly अमेरिका कही होता है
41:31और यह आखड़े बता रहे हैं कि अमेरिका की defense industries को
41:34किस कदर किस हद तक फाइदा पहुश रहा है
41:36अब चलिए अगली ख़बर का रुक करते हैं
41:38यह ख़बर बहुत महत्पूर है क्योंकि इसका सीधा सारुकार भारत से है
41:41अब बात कर रहे हैं भारत के पडोसी देश यानि पाकिस्तान की
41:45पाकिस्तान जिसके air force चीफ इस समें अमेरिका दोरे पर है
41:48और यह तैमाना आ जा रहा है कि पाकिस्तान air force का
41:51ये सबसे वरिश रदिकारियों का एक दल अमेरिका में हत्यारों की खरीद के लिए पहुचा है
41:55और खास बात ये भी कि अमेरिका का जिस तरीके से चो क्लोसनेस बड़ी है
42:00पाकिस्तान और अमारिका की दर्शार रही है कि पाकिस्तान को अब चीनी हत्यार उस पर ज़्यादा भरोसा नहीं है
42:07वो चाहते हैं कि अब अमेरिकी हत्यार भी उनके जखीरे में और ज़्यादा आ जाए
42:11अशोक सर पाकिस्तान का ये जो मूव है चीन को छोड़ कर भागने का या फिर आप कह सकता है कि अमारिका का रुख कर देना क्या चीन भी इसको बहुत गौर से देख रहा होगा चीन भी जानता है क्योंकि पाकिस्तान की कई ऐसे स्ट्रेडिजिक चीजें हैं जो चीन के हातों
42:41कोई उसके पास अपनी डिफेंस सेक्टर नहीं है कोई उसके पास ऐसी ताकत नहीं है और सारी चीजें जो है को करीबान असी फिसेदे स्यादा चीन की है जी आप बलकु ठीक कह रहे हैं सुमेद पर देखिए मैं ये समझता हूँ जो पाकिस्तान ने हमेशा अपना जो जो �
43:11पाकिस्तान एकनामिक कोरिडर हो और अगर अमरीका है तो वहां पर उसे एकसेस चाहिए अफगानिस्तान की तरफ या फिर अभी चाहिए था एकसेस अगर अमरीका जैसे एरान के उपर हमला करना है तो पाकिस्तान के एर बेस चाहिए हो पाकिस्तान का एर स्पेस चाहिए हो
43:41अपना फिफ्ट जेनरेशन स्टेल्थ फाइटर्स 20 उसने उसको अफर किया है
43:47जो कि बिलकुल गेम चेंजर होने वाला है
43:49पहले जब अमरीका उसको दिया है F-16
43:52तो उन्होंने हमेशा ये कहा है जो ये आतंकवाज से लड़ने के लिए उनको दिया गया
43:58आप सबको वालों है जो F-16 की आपको आवशकता नहीं है आतंकवाज से लड़ने के लिए
44:03और अभी जब आसिम मुनीर वहाँ पर गया तो उसको बताया गया जो आप हमारा F-35 ले सकते हैं
44:09तो देखिए मैं समझता हूँ अमरीका का यही है जो हमारा कैसे डिफेंस एक्विप्मेंट हमारा सेल किया जाए
44:16तो हमको इसके बारे में बिलकुल सचेत रहना पड़ेगा और देखना पड़ेगा जो ये किस तरफ जा रहा है
44:24क्योंकि अभी आसिम मुनीर गया उनका लांच हुआ और उसके बाद एक दम जैसे आप बता रहे हैं
44:30पाकिस्तान एर चीफ हाँ पर है तो बहुत ही हमको इसको कोशिसली वाच करना पड़ेगा
44:35परंतु पाकिस्तान अपने को दोनों को आफर करेगा चीन को भी और अमरीका को और दोनों से फाइदा लेने का प्रयास करेगा
44:43बिल्कुल सर देखे यही बात है कि ऐसा नहीं है कि ये फाइदा पाकिस्तान इसी समय उठा रहा है
44:48पाकिस्तान ऐसा पहले भी करता है तरहसलम अपने दर्शकों को ये भी बता दे कि आखिरकार ऐसे कौन-कौन से वो हतियार है साज-उ-समान है जो लगातार पाकिस्तान ने अमेरिका से लियो ये लिस्ट काफी लंबी है लेकिन पाकिस्तान के फाइटर जेट से लेकर उनके ड
45:18समय पाकिस्तान ने इनको इस्तमाल किया तो फिर अमेरिका से बहुत ज़्यादा फटकार पाकिस्तान को खानी पड़ी थी क्योंकि ये
45:24anti-terrorist operations के लिए पाकिस्तान को दिये गए थे हवा से हवा में मार करने वाली 500
45:30AMRM मिसाइले भी हैं पाकिस्तान के पास जो अमेरिका से मिली थी और ये सारी चीजे पाकिस्तान को अमेरिका से दी गई है
45:37और ये important इसलिए है क्योंकि हम आपको ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, हम आपको समझाने की कोशिश कर रहे हैं, जैसा अशोक सर भी बता रहे थे कि पाकिस्तान अपने आपको बेचने के लिए हमेशा तैयार रहता है, 115M-109 Self-Propriet Gun आप कह सकते हैं, इसको 2000 Pounder के करीबन �
46:07पेले भी पाकिस्तान को अमेरिका से ही दी गई है, और ये सारी हम आपको ये बता रहे हैं कि कैसे पाकिस्तान ने पहले अमेरिका से साजो समान लिया, लेकिन जब पाकिस्तान के उपर अमेरिका का डंडा पड़ा तो फिर वो चीन के पास गया, इस समय चीन से भी करीबन 80%
46:37अगर पाकिस्तान के पास अमेरिका के हातियार आ जाते हैं, तो फिर भारत के लिए कितना मेजर कंसर्ण यह होगा?
46:46सुमित भारत के लिए पाकिस्तान पर निगाह रखना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि जो भी एक्विप्मेंट आता है, उसका काउंटर करना पड़ेगा.
46:53लेकिन आपके माध्यम से एक बात मैं दर्शों को बता दूँ, कि अगर आप देखेंगे, आप सुन्दूर में जो हमारे सबसे काम आया था, वो हमारी मिसाइल चमता थी, एर डिफेंस जो हमारा सिस्टम था, और मिसाइल की जो अटैक का जो सिस्टम था, जिसने ब्रमोज �
47:23उसमें पेलोड भी 500 किलोग्राम्स तक का है, तो आपको एक समझने वाली बात यह है कि हमें अगर किसी टार्गेट को डेसिमेट करना है, तो हमारे पास दो चीज़े होनी चाहिए, पहली टार्गेट की इंफॉमिशन होनी चाहिए, वो टार्गेट कहां पर है, उसके लिए
47:53उनने जो एक काम क्या बैकबॉन बनाई आकाश्तीर जो हमें इस सारी पिक्चर का एर सिचुएशन का फ्यूज वर्जिन देता है, जिसको आए सेसे में फीट करते हैं, फिर हम रिलेवेंट वेपन को बताते हैं, अगर इस चंपताओ को बढ़ाएंगे, तो जो इंपक्ट ह
48:23बिल्कुल और यही बात हैं कि अब आपको यह दिहान देना होगा कि आखिरकार आपकी तैयारिया कैसी है, और रनभूमी के स्पेशल शो में इतना ही सामरिक और कूटनीतिक मोर्चे पर हमारी यह स्पेशल कवरेज हमेशा जारी रहेगी, आपसे जल्दी मुलाकात होगी, �

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