Abdulbari is a popular animated Islamic cartoon series designed to teach young children about Islamic values, beliefs, and practices in a simple, engaging, and age-appropriate way. The main character, Abdulbari, is a curious and kind-hearted Muslim boy who loves learning about Islam. Each episode features him interacting with family, friends, and community members, asking thoughtful questions and discovering the beauty of Islamic teachings through stories from the Qur'an, hadith, and the life of Prophet Muhammad ﷺ.
00:00ये तो अब्दुल्मारी है, ये तो अच्छा बच्चा है, ये दुआए सिखता है, अच्छी बाते वताता है
00:10आउ सिखे अब्दुल्मारी के संग
00:30सर्पराज, तुम्हारे सॉक्स का रंग दो देखो, एक लाल, एक पीला, सरकस का जोकर लग रहे हो
00:48अरे सुबा जल्दी में गलक सॉक्स पहन लिया, इसमें हसने वाली क्या बात है
00:52नवेद, तुम्हें लगता है ये मजाख है, लेकिन दूसरों को शर्मिल्दा करना कभी मजाख नहीं होता
01:00ओ अब्दुल्बारी, मैं तो बस यूही मजाख कर रहा था
01:05दरसल हसे रुकी नहीं रही थी
01:09अब तुम बस करो नवेद, मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा
01:13ये बस एक मजाख था सर्फनास, जोकर वाली बात, बस एक मजाख
01:19मजाख वो होता है जो सब को हसाए, लेकिन किसी का दिल दुखा कर नहीं
01:23कुरान में अल्ला सुभानाओ थाला हमें हुकम देते है कि कोई किसी का मजाख न उड़ाए
01:28हाँ नवेद, मुझे अच्छा नहीं लगा जब तुमने मेरे सौक्स को लेगा इस तरह मजाख बनाया
01:33अस्सलाम अलेकुम
01:34वालेकुम अस्सलाम आपा
01:36कैसे हो आप सभी
01:37अल्हम्दो लेला, हम ठीक है आपा
01:39सर्फराज, ये तुमने शायद गलती से अलग अलग सौक्स पहन लिए
01:43जी आपा, वो मैं जल्दी में
01:45हाँ ऐसा होता है, हम भी कई मरतबा जल्दी में गलती से अलग अलग सौक्स पहन लेते हैं
01:50हम यही बात कर रहे थे
01:52नवेज सर्फराज के सौक्स का मज़ाग उड़ा रहे थे
01:54और मैं समझा रहा था कि दूसरों का मज़ाग उड़ाना गलत है
01:58बिल्कुल सही, प्रॉफित मुहम्मद ने फर्माए
02:02मुस्लिम वो है जिसके हाद और जबान से दूसरे लोग महفوظ रहे
02:07हम अगर कोई मज़ाग भी करे तब भी ऐसी बात करे जो सब को खुशी दे
02:11हमारे मज़ाग से किसी का दिलना दुखे
02:14मैं समझ गया आपा, मुझे माफी चाहिए सर्फराज
02:18क्या तुम अपने दोस्त को माफ नहीं करोगे
02:20मैं फिर ऐसा नहीं करूँगा
02:23आएंदा में इस बात का खयाल रखूँगा
02:25कि मेरे मज़ाग से किसी को बुरा ना लगे
02:28ओके, ओके, चलो माफ किया
02:30अब मिलकर खेलते हैं और कोई अच्छा सा मज़ाग करते हैं
02:34लेकिन सौक्स को छोड़कर कोई भी साफ सुतरे मज़ाग हो तो ठीक है
02:38और याद रखो कि मज़ाग में भी दूसरों को खुश करने के लिए कोई जूट अड़ करना
02:43या बातों को बढ़ा चड़ा कर कहना गुना है
02:47ठीक है आपा, हम सबी आएंदा इस बात का खयाल रखेंगे
02:50दूसरों का मज़ाग उडाना जिससे उनका दिल दुखे ये गलत है
02:56और एक गुना भी, खास कर जब हम दूसरों को अपने से कम
03:00और खुद को ज्यादा और बड़ा साबित करने के लिए उनका मज़ाग उडाते है
03:04मज़ाग किये भी, तो अच्छे मज़ाग हो
03:06जिससे सबको खुशी मिले और दिलों में महब्बत बढ़े
03:10ना कि किसी का दिल दुखे
03:11फिर मिलेंगे लाइक और सब्सक्राइब करना ना भूले
03:14और शेयर भी करे
03:16असलाम उलेकुम
03:36जिससे सब्सक्राइब करता है
04:06जिससे सब्सक्राइब करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी करना भी क