00:41this woman, the woman, the woman, the woman, the woman, the woman is like.
00:44He would like to tell you.
00:48Hussan had to ask you a little bit.
00:55Hussan, with her little love,
00:57He said,
01:27जब तुम सच बोलते हो, जुम के खिलाफ खड़े हो और मासुमों का दर्द महसूस करते हो, तुम जाहिर ही नहीं? हुसैन के स्पाही हो?
01:39पेगाम, महरम सिर्फ तारीख नहीं, ये एक जजबा है. ऐसा जजबा जो हमें सिखाता है कि जुम के खिलाफ खड़े होना ही असल एमान है. कुरबानी, सब्र और सच्चाई की राह अपनाना ही हसीनित है.