मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. हिंदू पक्ष की अर्जी को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. कोर्ट ने मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित करने की मांग वाली एप्लीकेशन नामंजूर कर दी है. इसे हिंदू पक्ष के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है. आपको बता दें कि जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा की सिंगल बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही थी. फिलहाल, उनकी तरफ से सुनवाई की अगली तारीख दी गई है. अब 2 अगस्त, 2025 को अगली सुनवाई होगी. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा कि मौजूद तथ्यों और याचिका के आधार पर मथुरा की शाही ईदगाह को फिलहाल विवादित ढांचा घोषित नहीं किया जा सकता है. जबकि, हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया था कि ईदगाह का निर्माण श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर स्थित अति प्राचीन मंदिर को तोड़कर किया गया था. फिलहाल, सबकी निगाहें अगली सुनवाई पर टिकी हैं.
((A major update has emerged in the case of the Shri Krishna Janmabhoomi and Shahi Idgah dispute in Mathura. The Allahabad High Court has rejected the petition filed by the Hindu side. The court dismissed the application that sought to declare the mosque as a disputed structure. This is being seen as a setback for the Hindu side.It is worth noting that Justice Ram Manohar Narayan Mishra's single bench was hearing the case. The next hearing date has now been set for August 2, 2025. The High Court stated that based on the current facts and the petition presented, the Shahi Idgah in Mathura cannot be declared a disputed structure at this stage. The Hindu side had claimed that the Idgah was built after demolishing an ancient temple located at the birthplace of Lord Shri Krishna. For now, all eyes are on the next hearing.))
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00:12घुसे में कौन हुआ है लाल, फैसले से किसे मिली खुशी
00:30बना रहे, यह उस तरह का फैसला है, दूसरी बात है
00:33कि आपने हिंदू फरीग बोला है उसको, मैं इसको हिंदू फरीग नहीं
00:35कहता, मैं उसको देशरगर्द ग्रूप कहता हूँ, क्योंकि इन लोगों
00:40काम हो गया है बाखैदा, इस तरह की अप्लिकेशन हे डालना, कहीं न कहीं
00:46कोट को उस पर बादित करना, बई, आप कुछ न कुछ अप्लिकेशन डालोगों तो कोट को तो
00:51कुछ न कुछ देना पड़ेगा, उस में क्या है कि कोट के बहुत सारे काम
00:56पेंडिंग पड़ रहे हैं और उस से बढ़कर देश में जो नफरत का वातावरन पहल रहा है वो सब क्या है इनी की वज़ा से हो रहा है देशत गर्द भी देश में नफरत पहलाता है देश में देशत पहलाता है इन लोगों की वज़ा से भी देश में देशत पहल रही है इ
01:26एक है बाबरी मस्जिद का फैसला हो गया
01:27अब क्या हर मस्जिद में मंदिर ढूलना
01:30लेकिन लगे हुए उसी काम पे
01:32तो इन लोगों को मैं हिंदू फरीक नहीं मानता
01:36मैं इनको देशतगर्द गुरू मानता हूं
01:38ये देश में देशत खेलाना चाहते हैं
01:40देश का बटवरा चाहते हैं
01:42देश में गर्यू जैसी इस्तिप पैदा करना चाहते हैं
01:45कि हिंदू मुसल्मान आपस में लड़े
01:46मंदिर मस्जिद को लेकर
01:47नहीं तो ऐसे कुछ तथे नहीं मिलते
01:50आप देखें बाबरी मस्जिद का फैसला आया था
01:52बाबरी मस्जिद के फैसले में
01:54सुप्रीम कोड ने साफ तोर से कहा
01:57कि हमें ऐसा कोई शाक्ष नहीं मिला
01:59कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी हो
02:01तो उनको खामोश हो जाना चाहिए था
02:04जैसे हम खामोश होगे जब मंदिर को
02:07वो जगा दे दी गई
02:07हलाके फैसला हमारे पक्ष में है
02:10चार पॉइंट जो है उसमें
02:12एक तो उननीस सो नान्चास में
02:14जो मूर्तिया रखी गई वो गलत रखी गई
02:16बाबरी मस्जिद को
02:18इल्लीकल तरीके से तोड़ा गया
02:20मंदिर तोड़कर
02:22मस्जिद बनी ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला
02:24और जो लोग इसमें शामिल थे
02:26उनके खिलाफ कारवाई होनी चाहिए
02:28ये बाखेदा कोट के फैसले में
02:30आज भी मेंचन है
02:31तो इसके लिए एक उप्षन है
02:32जिन लोगों ने याची का दार की है
02:34उनको सुब्रीम कोट जाना चाहिए
02:36लेकिन चुकि ये मामला पहले
02:38नियायले में इसका निस्तान हो चुका है
02:41और जमीन का एक रजिस्ट्री करके साथ
02:4360 और 70 के दसक में जो है
02:46ये जमीन उनको दी गई है
02:48मस्जिद के लिए
02:48तो ये तकनिकी पॉइंट है
02:51और इसमें आपसी विचार विमर्स करके
02:54अगर इसको सुल्जाय जाया तो
02:55दोनों समाज के लिए अच्छा होगा
02:57स्वारदोर प्रेम पुरुन वातावन में जो है
02:59एक नयाय विवाद ना खड़ा हो
03:01लेकिन क्योंकि नियायले का निरने सब को मानने है
03:03तो जिन लोगों ने याची का दायर की थी
03:06उसको अगर इलावा धाई कोर्ट ने खारिज कर दिया
03:08तो सुप्रेम कोर्ट जाना चाहिए हो
03:10क्योंकि ये एक ऐसा परकरण है
03:15जहां कर्शन जनम हुमी का जो
03:17बिश्या है मत्रा में
03:19अगर प्रेम पुर्वक मेरा मानना ही है
03:22दोनों समाज के जो मुख्य लोग है
03:23नर्माचार ये बैठ करके इसको सुल जाते है
03:26और ये क्रिशन जनम हुमी अगर
03:28सनातन नर्मावले में उस्वांप दी जाती है
03:30तो मुझे आसा है कि दोनों पक्ष बैठ करके इसमें विचार जरूर करेंगे
03:41तो उसके लिए रस्ता आगे है
03:45कुछ नेहले में हुआ है तो उस्तम नेहले में जाना चाहिए
03:48शबस्क्राप मेंसे एक लाका गुचिए शबस्क्राप एक लागे ट्रमावले में जाना चाहिए