00:00बाइस अप्रेल दो हजार पचीस को पहल गाम में आतंकी हमला और उसके बाद भारत और पाकिस्तान में हुए तनाओ के बाद
00:11घाटी में अब क्या माहुल है ये जानने के लिए राजस्थान पत्री का ग्राउंड जीरो पर पहुँचा तो काफी कुछ बदला बदला सा नजर आया
00:21श्रिनगर के लाल चौक पर रात 11 बजे भी कैमरे की फ्लेश चमक रही है पांच हफ्ते पहले यहां खामोशी की चादर ने सन्नाटा ओड लिया था
00:31पहलगाम जहां अप्रेल की गूली बारी के बाद जिन्दगी थम सी गई थी अब फिर से परेटरकों की आवाजाही से सब कुछ पट्री पर लोटता देख रहा है
00:4022 अप्रेल 2025 को वे पहलगाम आतंक की हमले ने कश्मीर की रगों में दोड़ते परेटन को पल भर में जकल लिया था
00:48ओपरेशन सिंदूर के दोरान चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बढ़ी घाटी एक बार फिर दर्ग के साय में सिमट गई
00:55सीच फायर के 51 दिन बाद कश्मीर में फिर से रौनक लोटने लगी है
00:59रेस्टोरेंट खुल चुके हैं मार्केट में लोगों की भीड है
01:03घाटी में परेटकों के जोश ने गोली के डर को जुका दिया है
01:07पहलगाम से लेकर गुलमर्ग तक श्रीनगर से लेकर सोनमर्ग तक परेटक लोट रहे हैं
01:13और उनके साथ लोट रहा है घाटी का खोया हुआ आत्मविश्वार
01:17कहानी श्रीनगर के लालचौक से शुरू करते हैं
01:21लालचौक जहां डर था वहां अब पोज हैं
01:25श्रीनगर का दिल लालचौक युद के दोरान सबसे ज्यादा खामोश था
01:29दिन ढलते ही अंधेरे और आशंका दोनों उतर आते थे
01:33शाम साथ बजे जो जगए सुनसान हो जाती थी वो अब रात ग्यारे बजे तक रोशन है
01:38वहां अब लोग टहलते हैं सैलानी फोटो के चुवाते हैं
01:42दुकानों के शटर अब देर रात तक खुले रहते हैं
01:45सुरक्षा की मौझूद्गी अब बैक्राउंड में हैं सेल्फी फ्रेम में नहीं
01:50नश्कार मेरा नाम है विकास और आप देख रहे हैं प्रत्रीका डॉट कॉम इस प्रत मैं मौझूद हूँ लाल चौक पर और यह स्री नगर का
01:56दिल कहा जाता है लाल चौक जब से पहल गाम हमला हुआ उसके बाद
02:00मिछले महिने में भी हाँ था उस टेम ही काफी सनाटा पसरा हुआ था इवें सामके साथ या आठ वाज तब भी लेकिन अभी घड़ी में बजने को हैं साड़े दस और अभी आप देख पा रहे होंगे कि आसपास कितनी भीड है और कुछ भाई लोग हमारे आ हैं यहां पर �
02:30बताई है कि पहलकाम हमले के बाद और जैसे भी आपर संच हिंदूर हुआ जैसे तेंसन था इंडिया और पाकिस्तान के बीच में तो अभी आप आये हैं तो आपके मन में क्या था जब आप निकले तो और यहां पर आगर आपको क्या दिफेंस मिला थ्ट्रा से था था था �
03:00पहलगाम की घाटी में परेटकों की चहल पहल एक बार फिर से शुरू हो गई है
03:2920 दिन से मार्केट में रेस्टोरेंट, घाटियों में गूंचती, कैमरे, क्लिक की आवाज, मैगी के स्टॉल पर लगी कतारे और पार्कों में लोगों की चलती, बेखौफ, फैमिली पार्टी
03:40ये सब बताने के लिए काफी है कि भै की घरफ्त अब धीली पड़ चुकी है और परेटकों का जोश हाई है
03:46कूपवड़ा के रहने वाले मुहमद इकबाल सेफ कहते हैं, पिछले 20 दिन से दुकाने और मार्केट खुलने लगे हैं
03:53हमले के बाद बंध होने की वज़े से सैलरी नहीं मिल रही थी
03:56अब पहल गाम में टोरिस्ट, नौकरी और उम्मीद तीनों की वापसी हुई है
04:01तीन जुलाई से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनात यात्रा शुरू होने वाली है
04:06हजारों श्रद्धालू अमरनात यात्रा के लिए घाटी की और रुक करेंगे
04:10ये यात्रा धार्मेक यात्रा के साथ साथ कश्मीर की एकोनोमी को भी बूस्ट करती है
04:15SENA paramilitary force की कड़ी सुरक्षा विवस्था के बीच यात्रा शुरू होने वाली है
04:21हालात सुधरे हैं लेकिन पूरी तरह नहीं
04:24बेसरन घाटी को अभी भी आम आवाजाही के लिए बंद रखा गया है
04:28ये वो इलाका है जिसे अकसर मेनी स्विट्जलेंड कहा जाता है
04:31लेकिन फिलहाल ये सैलानियों से नहीं सन्नाटे से भरा है
04:35इस्थानिय लोगों के मताविक सुरक्षा एजेंसियां इसे अभी sensitive zone मान रही है
04:40और अगला निर्ने उचे स्तरीय समीक्षा के बाद ही लेंगी
04:44पहलगाम हमले के बाद लगा था के सीजन तूरिस्टों से घाटी वीरान रहने वाली है
04:49लेकिन परेटकों ने डर के आगे जीत है की लाइन को फॉलो किया
04:53ये सिर्फ हालात के सामाने होने की कहानी नहीं है
04:56बलके उस जिद की कहानी है जो बंदूक और बारूद से भी ताकतवर है
05:01युद की गर्मी के बाद जो घाटी धंडी पड़ गई थी वो अब हर और से बता रही है