00:00देखिए सभी दलों की अपनी अपनी सोच है अपना एजिंडा है पेशा तो हम लोगों की मांग थी हम लोग बराबर सदन में आवाज उठाते रहे हैं और जो भी बन सकता था हम लोग उसके लिए करते थे पेशा कानून की प्रख़दर है हमारी पार्टी परन्तु बहुत सो
00:30है लेकिन गुम दोस्त के अधार पर एक एशा कानून जिससे जन जाती है समाज को लाग पहुँचे और जो पुरानी व्यवस्था परंपरागत व्यवस्था है वो बहाल हो तो उसमें थोड़ा तुकी साउधानी पुरवक सरकार आगे बढ़ रही है तो थोड़ा वक्त ल
01:00अब कुछ समय का इंतजार करना होगा चुकि एक महतफुन विशय है आमूल चुल परिवर्तन होंगे उसके लागू होने से तो इस पर
01:11मुझे लगता है कि बस थोड़ी धैरत रखने के आवशकता है कांग्रेस हाल के दिनों में अग्रेसिव भी है अभी जिलास तर पर जगए जगए जगए पर यह हो ला है कांग्रेस मैंने बोला एकरास्ट्रियों पार्टी है उनकी सोच लिकल अलग है हमारी पार्टी की सो�
01:41हेमन जी से बराबर मिलना होता है तो वह सर बाते हो सकती है लेकिन अपनी पारटी है अपना है उनकी अपनी पारटी अपना है उसको कैसे वह जंता के समक्ष रखें जिससे कल होके अपके
02:09कलए और कि किसी तरह का कुई द्वाब बनाता भी है तो मैं उसे अनुचित नहीं मानता हूं जो एक अपनी बातों को
02:18रखेंगे वो लोग क्ली
02:21बाते हुंगी कैसे उसमें आजे बढ़ना यह तय होगा तो मैं अनुचित मानता हूं और सरकार 3 में