00:00मस्कार स्वागत है आपका आप देख रहे हैं विशेश आपके साथ वो मैं निहाबातम विशेश में आज हम बात करेंगे मौनसून की मुसीबतों की और आस्मानी कहरती खास तो और फिर माशुर प्रदेश में बादल फटने से वो तस्वीरे देखने को मिल रही है वो खौ�
00:30कर देख जाना था आज और लेट होगे आपका डेलिटी से आज राजविता आज है आज मानी आफद से मंडी में मचा कोहरां सैलाब लाया तबाही अब जिन्दगी बचाने का संग्रा यह जल प्रलय है
01:00हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने के बाद पानी अपने साथ मलवे को लेकर जिस रफ़तार से गुजर रहा है उसकी यह तस्वीरें डरा रहे हैं तबाही मचा रहे हैं और हर दिन जान का जोखिम बढ़ा रहे है एक तरफ नदी का रौद रूप दिख रहा है �
01:30में बादल फटने के बाद से नदिया मुफान पर है उपर से लगातार होती बारिश ने हालात को और खराप कर दिया है इधर पंडो डैम पर दबाव बढ़ा तो वहां से करीब देड़ लाग तूसे पानी छोड़ना पड़ा पंडो की कुपलाह नदी में बादल फटने के
02:00कि आजमानी आफद में किस कदर तबाही मचाई होगी इस इलाके में कई जगा बादल फटने की वज़ा से तबाही की तस्वीरें लगातार आ रही है नदी के आसपास रहने वाले कई लोग लापता बताए गये हैं पुलिस प्रशासन की कोशिश है कि लोगों को सुरक्षि
02:30कर लिया गया और सेफ प्लेस पे उनको शिफ्ट कर दिया गया इसके साथ साथ जो हमारा थुनाग है वहाँ पे अभी हमारी क्योंकि कॉम्मिकेशन लाइन ब्रेक अप हो गई है तो उसकी अभी स्टेटस रिपोर्ट हमारी अवेटेड है बट हमें इंफोमेशन आ रही है कि
03:00बादल फटने से सबसे जादा तबाही कुल्लू के बाद मंडी जिले में ही होती रही है इस बार भी मंडी में कई बार बादल फटे हैं जिससे लोगों में गहशत लगातार बढ़ रही है
03:09हिमाचल की मंडी के अंदर हालात बेहद चिंता जनक है बारा से पंद्रा लोग ऐसे हैं जिनकी जिनकी मौत हो चुकी है सहाथ से में तीन जगा क्लाउड बस हुआ और रावी के साथ-साथ बैयास नदी का पानी क्योंकि यहां पर मंडी के अंदर बढ़ा है और साथ-साथ-
03:39के नंबर से फरक क्या पढ़ रहा है वह आप देखिए यह एक तरफ हिमाचल का मंडी का अंदर का इंटरनल रोड है कोई स्टेट हाईवे नी कोई नैशनल हाईवे नी लेकिन यहां पर भी एक आम जिंदगी किस तरीके से प्रभावित है वह आपको दिखाने की कोशिश कर
04:09कई लोगों को बचा लिया गया लेकिन अभी भी करीब 10 लोग लापता बताये जा रहे हैं खर्मपुर में भी बादल फटने के बाद मची तबाही ने चार लोगों की जान देली कई सडकें पुल और पुलिया वह गये हैं और आफ़त की बारिश है कि थमने का नाम ही नहीं
04:39सब्सक्राइब के मरीज हैं और सडक पर आए मलवे के साफ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि इलाज के लिए मंडी वक्त पर पहुंच तक हम आज उस गहां से हैं वहां से यहां तक बड़ी मुस्क्रिश निकले हैं कर ले होना था डाज कर ले भी नहीं गए आज फिर होगा
05:09मौन्सून के इस मौसम में व्यास नदी रौद रूप खरण कर लेती है और हिमाचल प्रदेश के काई लाकों में इसी वजह से चल प्रलाय देखने को मिलता है उपर से बादल भटने के बाद अन्यंत्रित हुआ पन अपने साथ मलवे और पत्थरों को भी लेकार तंडों म
05:39तो यह तो थी मंडी की मुसीबत हिमाचल प्रदेश की बाकी जगों पर कुछी से तरह का आलम है वहां पर आस्मान से आफ़त बरस रही है सड़के लैंसलाइड की वजह से गायब सी हो गई है पुल बहे जा रहे हैं सहराब है कि थमने का नाम नहीं ले रहा मौसल भाग में
06:09सड़के वही पुल बहे नंद्या उफान पर
06:23हिमाचल में बार पारिश से हाहाकार
06:32शिमला से लेकर कांगणा तक मंडी से लेकर हमीरपोर तक कहीं बादल भटने से तबाही का मंज़र दिख रहा है तो कहीं भारी बारिश सब कुछ बहा ले जाने को आमादा है
06:48अभी मौलसून के 15 दिन भी नहीं गुजरे हैं और हिमाचल प्रदेश में जो तबाही इस बार दिख रही है उसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले दो हफ़ते वे ही करीब 800 करोड रुपे की संपत्ति की बरबादी और नुकसान हो चुका है
07:05कि पिछले कुछ बर्शों से आपदा से बहुत अधिक मुचसान हो रहा है और अभी तक बिछले जो जब से बारिशे लगी है परी मौनसून हुआ है तकरिमन 800 करोड रुपे का प्रदेश को मुचसान हो चुका है
07:22सड़के टूर चुकी है कई जगा पानी की फानी की यूजना इपीने की दूर बह चुकी है और जो भी नुकसान बिछले की कई जगा रोशनी नहीं नुकसान हुआ है तो सैज पावर प्रोजेक्ट को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है
07:37मौसम विभाग के मुताबर जून में 37 बीजदी अधिक बारिश हुई है छे जुलाई तक बारिश का ये दौर जारी रहेगा
07:50दो और तीन जुलाई को ज्यादा तर इलाकों में बारिश होगी राजिके मंडी, कांगणा, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोरन, शिमला में औसत से अधिक बारिश रिकॉर्ट की गई है
08:02इन में मंडी के पंडोह में 123 म, मंडी शहर में 120 म, शिमला में 110 म, पालंपुर में 80 म बारिश रिकॉर्ट की गई
08:12मौजुदा हालाद को देखते हुए उना, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, चंबा, कांगणा में भारी बारिश का ओरिज अलर्ट जारी किया गया है
08:32सबसे हाइस्ती पंडोह में 123 म, मंडी में 120 म, उसके उपना शिमला में सुन्नी में 110 म, पालंपुर में 80 म
08:40बारिश का खहर इस गदर बरस रहा है कि हिमाचल के ज्यादतर जिले इसकी चपेट में आ गए है
08:48धाई सो से ज्यादत सड़कों पर इसका असर देखने को मिला है
09:02सबसे दुखत बात जो मैं आपको बताना चाहती हूँ वो यह है कि गोहर के इलाके में 9 लोग जो है
09:09वो मिसिंग है और उनको अभी हम ढूनने में लगे हुए हमारी SDRF और NDRF की टीम कर्सोग और गोहर दोनों एरिया में तैनात है
09:17और वहां पर वो rescue operations को continue कर रहे हैं
09:20मैं और SHO साब और हमारी सारी team जगर जगर पर जाकर लोगों को rescue कराने का काम कर रही है
09:26किस्ति ऐसी है कि कई जगर पर cloudburst हो रहा है जो कि mainly kullu और mandi के इलाकों में है
09:32और आगे जो जो जोगिंदनगर का इलाका है वहां पे भी रोड्स बंद है और पंडू में भी थोड़ी लांड्सलाइडिंग की संभावना लग रही है और वहां भी हम रोड ओपनिंग पार्टी हमने भेज़ दिये और वहां पर हम bulldozers को लगाकर रास्ते को खोल रहे है
10:02और महिलाएं भी हैं हर कोई नदी में नहाना चाहता है अब जरा उफनती नदी को देखिए किसी बीवक्त ये जल्प्रल्यय किसी को भी अपनी चपेड़ के ले सकती है
10:12लिकिन इसकी परवाह किये बिना हर कोई नदी में नहाकर अपनी धार्विक यात्रा को फूरा करना चाहता है
10:18कहने को प्रशासर ने एक बोर्ड पर ये चेतावी तक लगा रखी है
10:24कि नदी से दूर रहें लेकिन मानता कौन है
10:27लेकिन दिकत ये भी है कि लोगों पर सक्ती करने के लिए किसी की तैनासी भी ऐसी सम्विदन शीर जगह पर नहीं की गई है
10:34शिमला से विकाश शर्मा और कांगला से अशोक रेना के साथ आज तक्वियों रहो
10:40तो अभी हमने आपको हिमाचल परेश में दबाही की कई तस्सीरे दिखाएं अब सवाल यहीं उठता है कि आखिर हर साल हिमाचल जैसे पाड़ी राज्यों के इस तरह की तबाही क्यों जेलनी पड़ रही है
10:52हमाचल में हाकार मज़नी की पांच वज़े हैं हम आपको दिखाते हैं इससे पहली वज़ा है ग्लोबल वॉन यानि की हमाचल में इसका असर देखा जाता है और राज्य का उसर तापान मौनसून में एक दश्रम लव छे डिग्री सेल्सेस बढ़ रहा है जाहिर है ग्लेश
11:22इदर नमी बढ़ने से बारिश भी जादा हो रही है लेकिन बारिश जादा होना ही समस्या नहीं है असली मुसीबत लेकर आ रही है बारिश की अर्णियमत्ता यानि कि कम वक्त में जादा बारिश का हो जाना कुलो में ही सामान से सौ फीजी जादा बारिश अब तक रिकॉर
11:52मिल रहा है आखिर में हम आपको एक ऐसी वजह बताते हैं जिसके हाल के दिनों में खासी एहमियत है पहाडों में धड़ा धड़ निर्माड हो रहे हैं जिसकी वजह से सिर्था में कमी देखते को मिल रही है मिट्टी का खटाब बढ़ रहा है जंगल लगातार कम हो रहे हैं औ
12:22पर बान से चोड़े गए पानी की वज़ह से दोनों नदियों में उपफान है।
12:26प्रयाग राज में संगम के हाराग का जाईजा लिया हमाई समधा समध्य वास्तर।
12:30हम इस वक्त प्रयाग राज में हैं संगम नगरी में हैं और हमारी मौझूदगी इस वक्त अरैल घाट में हैं उपर से आप देखेंगे तो बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है तो नीचे गंगा और यमुना वो उफनाई पड़ी हैं हर दिन के हिसाब से कुछ-कुछ मी
13:00मेरे ठीक पीछे नीचे जमीन है और कुछ सीड़िया है और वो सीड़िया इसलिए है क्योंकि ये एक घाट है जिस तरह से आपको ये सीड़िया दिखाई पड़ रही है जो कैमरमेन गौरफ दिखा रहे हैं वैसी ही उनी एक सीड़ी पर मैं नीचे मौझूद हूँ और मेर
13:30की जगा है व्यवस्ता है लेकिन आलम ये है कि इसके सामने की बनी बारादरी के अगर आप देखेंगे तो वो पानी में आधी तरीके से डूप चुकी है आधी तरीके से कहें पूरी तरीके से कहें क्योंकि जो बैठने का स्थान यहां पर था अगर देखें यहां पर तो ब
14:00कॉंसूर ने उत्राखन में भी तबाही मचा रखी है, चारधा म्यात्रा को कई भार रोकना पड़ा है और जिमनोत्री मार को सबसे ज़ादा नुकसान हुआ है। इधर यूपी, एंपी, बिहार के बेदानी लाकों में भी पानी यूई पानी देखा जा रहा है।
14:30उत्राखन का हाल भी मौनसून की मार से बेहाल है, सबसे ज्यादा असर चारधा म्यात्रा के मार्ग पर देखने को मिल रहा है। जगे जगे लाइंड स्लाइड होने से ग्यातायात व्यवस्था पूरी तरह चर्मरा चुकी है। फिलहाल यमनोत्री हाईवे को खोलने की कोशि�
15:00के लिए भी औरेंज अलर्ट जारी किया है। चमोली, रुद्र प्रियाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर और पिथोरागर्द जैसे जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। किसी भी जोखिम से रिपटने के लिए फिलहाल कई जिलों में स्कूलों को बंद कर �
15:30सांस ले रहे हैं। यात्रा जो है एक बार फिर से सोचारू कर दी गई है, हाला कि यमनोत्री हाईवे को खोलने का जो चैलेंज है वो लगातार बना हुआ है।
16:00आप देख सकते हैं, जो मयाली ररडार मोटर मार्ग है, यहाउ, मोटर मार लगवग, बंगरपत्टी के तेरा गाउं को जोडता है, और मोटर मार्ग हिलाल, पूरी तरीके से, वाश आउट हो गिया है, मोटर मार्ग कि यहोश पिति जो आप देख रहे हैं, यह एक अस्तान