जयपुर। भारत का असली दिल गांवों में धडक़ता है, लेकिन वहां चिकित्सा सुविधाओं की कमी आज भी एक बड़ी चुनौती है। ग्रामीणों को बेहतर इलाज के लिए अभी भी ग्रामीणों को शहरों की ओर रूख करना पड़ता है। जयपुर में एक डॉक्टर ऐसे भी हैं, जिन्होंने ग्रामीणों को मुफ्त में चिकित्सा सेवा देने का संकल्प लिया है। लग्जरी लाइफ छोड़कर डॉक्टर गांव में जाते हैं और मरीजों की दुखती नस पर हाथ रखते हैं। यहीं कारण है कि गांव वाले उन्हें मसीहा मानते हैं। जयपुर से 35 किमी दूर श्रीमाधोपुर में हर महीने के आखिरी रविवार को डॉ. अंजनी कुमार शर्मा का निशुल्क क्लिनिक ग्रामीणों के लिए उम्मीद की किरण बनता है। वहीं, श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने न केवल चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति लाए, बल्कि अपनी मानवीय संवेदना से लाखों मरीजों का दिल जीता।