हजारीबाग, झारखंड: झारखंड के हजारीबाग में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से एक नई क्रांति आई है। लाभार्थी पिंटू कुमार यादव ने बताया कि तिलैया जलाशय में 12-13 वर्षों से केज कल्चर के माध्यम से मछली पालन शुरू किया था। शुरुआत में कई चुनौतियों का सामना हुआ लेकिन किसानों को प्रशिक्षण और तकनीकी ज्ञान देकर सशक्त बनाया गया। इस योजना से अनेक किसानों को लाभ मिला जिनकी जमीन जलाशय निर्माण में डूब गई थी। अब वे मछली पालन से न केवल आजीविका कमा रहे हैं बल्कि पलायन भी रुक गया है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी और जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।