00:00रत्यात्रा की शुव अवसर हम पहुँच चुके है पूरी और हमारे साथ जुड़ चुके है पूरी किसांसर सम्भीत पात्रा जी
00:07सम्भीत पात्रा जी पीछे रत दिक रहा है भगवान जगनात देव कुछी देर में पदरपन करेंगे लेकिन इस साल स्पेशल क्या है
00:15देखिए महाप्रभु जगनात जी की रत्यात्रा विश्व प्रशिद रत्यात्रा है
00:20महाप्रभु जगनात जी अपने बड़े भाई बलराम जी और अपनी बहन सुभद्रा जी के साथ
00:26बड़भद्र और सुभद्रा जी के साथ एवं सुदर्शन चक्र के साथ
00:30तीनों रत में आरूडों होकर अपनी मौसी के घर जिसको गुंडिचा मंदिर कहते हैं अपनी मौसी के घर निकलते हैं
00:39और सबसे बड़ी बात देखिए कि ये जो सड़क है मंदिर के सामने वो सैकडों बरसों से इसका नाम बढ़दांड है
00:45ये बहुत चोड़ी सड़क होती है ये तीन किलो मीटर का जो सफर है मौसी के घर तक का सफर ये बड़दांड में होता है
00:53और तीनों जो रत हैं इनका नाम है नंदी घोश दर्पदरन और ताड़त धज़ा ये तीन नाम है तीनों रत के
01:01इन रत में बैट करके महाप्रभु जगनाज जी और उनका परिवार अपने मौसी के घर जाते हैं और आज सबसे बड़ी बात है ऐसा लग रहा है मानों इंद्र देव जी ने भी प्रसाशन अपने हाथ में ले लखा है इंद्र देव जी ने भी तै कि मैं धूप नहीं होने
01:31जगत के नात अनंत कोटी ब्रह्मांड के नात मतलब राजा धिराज सब के राजा राजाओं के राजा वो कहते हैं कि चलो बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जो मेरे तक पहुंच नहीं पा रहे होंगे उनकी व्यथा मुझ तक वो नहीं पहुंचा पा रहे होंगे मैं उनके प
02:01उनके ग्रिवियन्स सुनेंगे, वो उनके दुखों को सुनेंगे, उसका निवारन करेंगे, और लोग चारों तरफ उनको घेर करके अपनी मन की आराधना से, अपनी मन की भाव से, अपने विशे को उनके समुख प्रस्तुत करेंगे, दूसरी बड़ी बात है, लोग कहते हैं
02:31संदूंधके राजात कोई जाती का भेदभाव नहीं है यहां महाप्रभु के सामने ना कोई
02:45राजा महां कोई ब्रहा और हर कोई भक्त है यहां का मूल मंत्र किया
02:52सब का साथ यह आप कृण लोग देख रहे हैं जहां तक आफ देख रहे हैं यह अलसे हर शाद
02:59के हैं हर वर्न के हैं हर संप्रदाय के हैं हर पंथ के हैं अर्थात सबका साथ सबके मन में क्या है विश्वास है कि महाप्रभु जगनात मुझे देखेंगे अपनी बड़ी बड़ी नयनों से मेरे दुख को हर लेंगे तो सबका विश्वास है महाप्रभु जी क्या करेंगे मह
03:29प्रशी खीचूंगा तभी रत चलेगी सब के प्रयास से महाप्रभुजी का रत चलेगा सब का साथ सब का विकास सब का विश्वास और सब का प्रयास यही मूल मंत्र सनातन का है जो आज हम देखेंगे
03:50एक दम समीत पात्रा से यह सुने हम लोग सुनते हैं बर्णना बहुत सारी से वायत से सुनते हैं लेकिन समीत पात्रा जी से सुनने की यह जो आज मजा मिला यह जो समीत पात्रा जी ने बर्णना की यह बहुत बढ़िया थी जी बताईए कि बहुत सारी सधालू आये हैं देश
04:20मुंत्री मंडल और सरवोपरी प्रसाशन को जिस प्रकार की सुद्रुडवश्ता उन्हें की है
04:27ज़रूर सब कुछ अच्छे तरीके से होगा । मगर हम सब और लोग मानते हैं कि सरकार कुछ
04:33भी हो मगर सबसे बड़ी सरकार उनी की सरकार है प्रसाशक भी वही है शाशक भी वही है मालक भी वही है रत यात्रा किस प्रकार संभव होगा भक्तों का सुख किस प्रकार से देखा जायेगा देखने कैसे होगा इसका प्रबंद कोई नहीं करता है इसका प्रबंद हमारे भ�
05:03कि कोई कमी नहीं है आज मुझे लगता है इलेक्टरल पाउडर के भी अवश्यक्ता नहीं है क्योंकि मौसम इस प्रकार का बना हुआ है कि धूप ही नहीं है इंद्र देव जी ने उसका प्रबंद कर दिया है तो सारे प्रबंधन अपने जगह पे ट्रैफिक वालों ने अपन
05:33स्वामी नय नपथगामी भवत तुमें कि हे महाप्रभु जगनात तुम मुझे केवल यही आशिर्वाद दो कि जब मैं आँख खोलू और मेरे आखों के राह में मैं कुछ भी देखूं तो वो मुझे तुम ही नजर आओ मेरे आखों के रस्ते में सदैव महाप्रभु ज�
06:03यहां सुनने को मिला है हम देखे भी है स्टॉल्स में कि अदानी ग्रूप और तथा इस्पान के तरफ से काफी सारे 30 लोगों की खाने पीने की व्यवस्ता की हैं
06:14जितने भी जितने भी आयोजक है जितने भी उद्योपती है जितने भी स्वेंग सायक गोश्टी एंजियोज हैं जितने भी सरकारी संस्थाएं हैं जो लाखो लोगों के लिए यहां विवस्ता कर रहे हैं भक्ती भाव से कर रहे हैं मैं सबको पूरी के सांसत के नाते बहुत �
06:44पता नहीं यह आज करना उचित है की नहीं कि बंगाल में मंता गया नहीं है ठीक है बहुत बहुत धन्यवाद संबीत जी हमारे साथ बात करने के लिए हमारे साथ संबीत पात्रा और यह जो मनमोहक रत यात्रा है रत यात्रा की शुरुवात हो चुकी है बस रसी टानना बाकी