00:25और पंधरपूर की जो भीमा नदी है की जिसे चंदरभागा कहा जाता है
00:30वो पूरी उफान पर है लगबग साथ हजार क्यूसे की रफतार से पानी इस नदी में आ रहा है
00:37सोलापूर का जो उजनी बांध है वो में महिने में ही लाबालब हो गया
00:42बे मसों बारिश के वज़े से पिछले 45 साल में कभी बांध प्लस में नहीं आया था लेकिन इस बार पहली बार प्लस में आया है
00:50और उजनी से ये पानी सीधा इस नदी में आ रहा है छे तारिक को आशाड़ी यत्रा है
00:57आशाड़ी यत्रा में लगबग 15 से 20 लाख शरदालू पूरी महराश्टर से और देशबर से यहां बगवार विठल के दर्शन के लिए आते है
01:06और दर्शन को आने के बाद यहां पवित्र जो चंद्रभागा नदी है उसका स्नान करने शरदालू इधर नदी में आते है
01:14प्रशाशन ने शरदालू की सुरक्षा के लिए तगड़ा इंतजाम किया है जो यंडियरा के टीम है और यहां के जो स्थानिक जो कोली बांदव है इनको भी यहां तैनात किया है
01:26मैं आज तक के लिए निटेंशिन दे पंडरपूर
01:29जैसे कोई मैं सो रहा हूं तो पिता जी को जगाना है मुझे तो वो डिरेक्ट उठाने के बजाए और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से तो वो क्या करते थे कि उस कंबरे में आ जाएंगे या बार से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे
01:42प्रात काल उठीके रगुनाथा मात पिता गुरु नावही माता कभी कभी मैं गुस्से में उठकर के रहे पापाई चारण इस प्रश्कीयार सो गया वने काम मत उठाना