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Muharram 2025: मुहर्रम के पाक महीने में हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं ? Shia और Sunni — दोनों समुदायों के नज़रिये को हम बराबर समझेंगे। इस वीडियो का मक़सद बहस नहीं, समझदारी और इज्ज़त का माहौल बनाना है। तो आइए, शुरू करते हैं..."

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~HT.410~PR.115~ED.120~

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Transcript
00:00इसलाम का नया साल महरम के महीने से शुरू हो जाता है।
00:30एक ऐसा हाथसा हुआ था जिसे पूरी मुस्लिम दुनिया आज तक नहीं पूली।
00:33दस महरम को करबला का वो बाकिया हुआ जहां हजरत इमाम हुसैन रजिया नहीं जो पैगंबर मुहम्मद साहब के नवासे थे अपने पूरे परिवार और साथियों के साथ प्यासे शहीद कर दिये गए।
00:43इमाम हुसैन ने जालिम हुकोमत के खिलाब खड़े होकर दुनिया को ये सिखाया कि हक लिए सिर कट सकता है लेकि जुकाया नहीं जा सकता है।
00:51यही है हुसेनियत का असली मतलब, जल्म के खिलाब खड़े रहना।
00:54सुन्नी मुसल्मान महरम के महीने को इबादत और सबर के महीने के तौर पर मानते हैं।
00:59उनकी परंपरा पेगंबर महम्मद साहब की उस सुन्नत पर अधारित है जहां उन्होंने दस महरम को रोजा रखा था।
01:05सुन्नी लोग खास्तोर पर नवी और दस्वी महरम को रोजा रखते हैं, अल्ला से दुआ करते हैं कि बीते गुना माफ हो जाएं।
01:11मस्जिदों में बैठ कर इबादत तौबा और तिलावत करते हैं, कुछ जगहों पर करबला की दास्तान भी सुनाई जाती है।
01:17सुन्नी परंपरा में मातम, ताजिया या नोहा नहीं होता, बलकि ये वक्त खुद को अल्ला के करीब लाने और सबर करने का माना जाता है।
01:25शिया मुसल्मानों के लिए महरम सिर्फ एक महीना नहीं, बलकि एक एक इमोशनल सफर है, जहां हर दिन उन्हें करबला की तकलीफे याद आती हैं।
01:32एक से दस महरम तक मजलिस आयुजित करते हैं, जहां इमाम हुसैन की जिन्दगी उनके सबक और शहादत पर चर्चा होती है, वो मातम करते हैं, चाती पीटते हैं, आसू बहाते हैं, ताकि उस दर्द को महसूस कर सकें जो करबला में हुआ था, कुछ इलाकों में आज भी ज
02:02हो लेकिन कुछ चीज़ें हैं जो हर मुसल्मान को महरम में नहीं करनी चाहिए, सबसे पहले तो कोई शिया हो या सुननी, लेकिन सबको एक नजर से देखकर किसी की भावनाओं का मजाख नहीं उडाना चाहिए, सोशल मीडिया पर बहास, मजाख या आलोचना से बचना चाह
02:32ना करें, यहीं असली इसलामी तहजीब है, दूसरे की इज़त करना, इमाम हुसैन सिर्फ शिया या सुननी के नहीं, वो पूरी इंसानियत के लिए मिसाल है, कर्बला सिर्फ गम नहीं, यह एक तहरीक यानि मॉमेंट है, जो हर जमाने को सिखाती है कि सच के लिए खड़े �
03:02असली पैगाम, अगर आपको यह वीडियो पसंद आया हो, तो इसे लाइक करें, शेयर करें, और चैनल को सब्सक्राइब करना बिल्कुल न भूलें

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