ईरान और इज़रायल के बीच छिड़ा युद्ध पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है — क्या इस युद्ध का असर भारत पर भी पड़ेगा?
इस वीडियो में अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार डॉ. वाईल अव्वाद (Dr. Waiel Awwad) बता रहे हैं कि इस टकराव के चलते भारत को कितना आर्थिक, कूटनीतिक और सामरिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
00:00सबसे बरी नुकसान होगे हिंडुस्तान में क्योंकि आज सकल वहाँ पर सारी दुनिया मालू है फूड सीक्यूरिटी मतलब ओयल सीक्यूरिटी और दाइस पूरा में हिंडुस्तान में बहुत है वहाँ पर हमारे जी सी सी देश में जो आप समझ दो कम से कम नबी लाग लोग
00:30तो इंडिया के लिए सबसी बात भी परदान मंद्री खुद बताया था जब तक युकरेन युरिशिया यूध हो रहा है आज जमाना है यूध के लिए जमाना नहीं है एरव डिफरेंट एरव तो इसलिए वो तो शांती मांग रहे दायलोग मांग रहें दोनु तरफ बात
01:00बता रहे हैं उनकी इंडिया फॉर्स मतलब लम नमबर वन स्टेक्वोलडर इंडरीजिन ये तो अमेरिकन फॉरिम पॉलिसी वही है मतलब ये खुद जब तक ब्राश्बती ट्रंप आ गया था पहले तरम हो गया खुद कृतिसाइज किया था उनकी बिचली मतलब सरकारी है ज
01:30अमेरिकन फॉरिम पॉलिसी उसके अलावा ये सिर्फ वो रिजीम तोरने के लिए जब तक उनकी रिजीम में दोस्त नहीं है तो इसलिए अमरिकन प्रेजिदेंट आया था वो तो राजबत ही कह रहे हमको मना कर रहे है लेकिन अभी तक पॉलिसी है जो डीप स्टेट है और
02:00निउकलियर प्रोग्राम के सारे दुनि रहा है पीसफुल चल रहा था शांती डिसकौशन चल रहा था बहले दो हजार बंदरा वह नोंने प्लस फाइव पी प्लस यूएस सब को अदमित किया था उसकी बात फर यूएस में खुद टरम्प में पुला विद्रो करा दिया थ
02:30West Asia में कबजा करने के लिए
02:32यह जिसे आपका Strait of Formus
02:33American के हाथ में बन जाते
02:35और उनके लिए Red Sea भी हो सकता है
02:38और Mediterranean Sea भी हो रहा है
02:40क्योंकि वही है
02:41जो Global Trade है तो
02:43American America कबजा करने के लिए
02:46उसका यह intention है
02:47अब इसमें जो
02:48इसमें जो अभी इरान और इस्राइल के बीच चल रहा है
02:52अमेरिका के बाद एक रसिया की तरफ से दी
02:54इसमें कहीं ने कहीं पुतिन की आशन का जखाई जा रही है
02:57पुतिन के लिए उप्लो जाए रहे हैं
02:58उनके इसके इंडिकेसन दिये गए है
03:00कि नुकलियर सपोर्ट कर सकता है इरान तरफ से देख तो शुरू सी जब तक उनकी वो नुकलियर दील बातचीच चल रहा था
03:07तो 2013 में तो अमेरिकन में उबामा की साथ में और वहाँ पर पी फाइव प्लस वान जर्मनी वी जोईंग भी किया ता
03:14वो उसकी साथी में नुकलियर दील कर चुका अकोड दो हजार बंदर साइंग किया
03:18वो उसकी क्या मतलब होता रशिया में रुसी खुद गारंटी दे दिया इरान के लिए
03:23आज तक जब तक अमेरिकन अटेक किया था नुकलियर साइट इसराइल भी कर रहा है
03:28तो उसका मकसद ये है नुकलियर डितरंस देना चाहिए तो इरान का ज़रूरत नहीं नुकलियर बंब चाहिए
03:34तो उनका पीसफुल प्रोग्रम चल रहा था इन रिच इरुएनियम जो रुसिया के पास है
03:40आजक अगर हम लोग कॉंपेर करना चाहिए देख लो नॉर्थ कोरिया भी नुकलियर है
03:43अमरेका में खुद अंब्रेला दिए दिया था साउथ कोरिया के लिए नुकलियर अंब्रेला भी दिया