- 6/17/2025
Caste Census के मुद्दे पर Congress नेता Sachin Pilot की PC, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप #castecensus #sachinpilot #congress
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00:00एक बहुत लंबे समय से कॉंग्रेस पार्टी ने और विशेश रूप से राहूल गांदी जी ने ये मांग रखी थी कि देश में जब जंगन्ना हो तो ऐसी जंगन्ना हो जहां पर अलग-अलग समधाय, अलग-अलग समाज के लोग और अलग-अलग जो कास्ट है उन सब की ग
00:30उसका मुख्य मुद्दा ये था कि देश में जहां से नीतियां दिर्मान होती हैं, जहां से संसादन आमड़ित होते हैं, जहां से प्रोग्राम से पॉलिसी बनती हैं, राज सरकार, हुकेन सरकार, इनके पास वो आकड़े नहीं रहते, जिससे टागेटिड इंटर्वेंशि
01:00ठकी है, जहां से संसादन आम एक ये ख्रोगान होते हैं, जहां सेंटर्व्यम ये रहते हैं, जहां से अमनों से प्रोग्राम के लिए टापाने हैं कि शीच कि जहां रहे diet.
01:25तो राहुजी बोलते थे कि हम देश का X-ray चाहते हैं, उसका मुख देश ये था कि हम लोग देश की वास्थिक सिती जान सकें, कितने लोगों की कितनी भागेदारी है, किस हाला आपने वो रह रहे हैं, कहां और काम करने के जरुवत है, कहां में सफलता मिली है और कहां मसफल �
01:55प्रहनमंतीजी ने कई बार कहा कि जाती जिनगर्ना की जो मांग कर रहे हैं वो अर्बन नकसली हैं इस मांग को सिरे से इनों ने ठुकराया इस सरकार ने सदन के अंदर जब सवाल पूछा गया तो लिखे जवाब दिया कि हम लोग ऐसा नहीं करना चाहते हैं ना करना चाहें�
02:25तो ऐसी मांग है जिसको अब बहुत दिन तक वो ठुकरा नहीं सकते हैं तो अचानक सरकार ने जाती जिनगर्ना को स्विकार किया और हमारी मांग को माना
02:39लेकिन जो डोटिटिशन इशू किया है पहले बात तो किया है 27 के लिए दो साल के बाद कोवर्ट का बाहना लेके कई साथ तक सेंसेस को डिले किया अब जो का सेंसेस है उसमें भी कहीं ना कहीं मुझे नियत में हम सब लोगों को शक है कि ये सरफ बात को टालने के लिए और
03:09सेंसेस भारत में बहुत पहले से हो रहा है और जितने बड़े मूल्क हैं दुनिया में उसमें भारत ऐसा देश है जहां पर बहुत अनुभ बहुत संसादन और बहुत समर्दारी से इस देश में अलगग सरकारों ने सेंसेस कराया है
03:26लेकिन आप सरकार के नियत देखिए जहां पे आठ से दस हजार करोड़ रुपा खर्च होता है एक सेंसेस करने के लिए
03:32वहाँ सरकार ने पात सो सतर करोड़ रुपे अवंटिद किये हैं बजट में
03:35जिस काम को करने के लिए आप धनराशी अवंटिद में ही कर रहे हो
03:39जिस काम को करने के लिए आपने मौके ग्रूप से हां बोल दिया है
03:43लेकिन उसकी शुरुआत आप 27 में करना चाह रहे हैं
03:45और जहां पर आप कास सेंसेस के बारे में पबलिक में बोल रहे हैं
03:50कि हम बात को मान लिए हैं
03:51लेकिन जो अपचारिक ओफिशल नोटिफिकेशन है जो सरकार की कारवाई है
03:55उसमें से वो सारा लगबग गायब है
03:58हमारी मांग यह है कि सरकार ने बेवजह इतनी दिन तक इसको तरकाया
04:03और जब कॉंग्रेस और राहूल जी और पूरी पार्टी ने कहा कि हमको बहुत जरूरी है
04:08और देश में एक जागरूपता आगई थी कि लोग चाहते थे कि पता पड़े कि कौन कैसे रह रहा है
04:13और मैं दुबारे बोलना चाहता हूँ
04:14जाती जिन गन्ना का मतलब यह नहीं है कि हम सिर्फ विक्ति की कास जानना चाहते है
04:19इसका तात्पर यह है कि वो लोग और समुदाए देश में किन हालाफ में आज रह रहे हैं
04:26जब तक हमें वो आकड़े पता नहीं पड़ेंगे कि कौन कितना पड़ा लेका है
04:29सरकाई नौकरी कितनी मिली हैं कितना कमाई कर रहे हैं कितना लाब उनकों मिल रहा है
04:34क्या स्कीम सरकार के माँ पहुंच रहे हैं कि नहीं पहुंच रहे हैं
04:37इस विशे में जो सबसे बहतरी निकाम हुआ है वो तलंगाना सरकार का जो सेंसस है
04:43वो बहुत समझदारी से किया गया है, विशेश्चक्रों को इसमें जोइन कराया गया है
04:49और सरकार ने, किसी अधिकारी ने बैट कर नहीं किया है
04:53उन्होंने NGO से private participation कराया है, technical लोगों को जोड़ा
04:58और एक बहुत व्रिस्थित जानकारी अप्ताथ करने के लिए census किया है
05:13कि जाती जान लेना एक कॉलम में वो हमारा उदेश नहीं है
05:18उदेश यह है कि कैसे समाज का वो तपका जो पिछला रहा आर्थिक रूप से
05:23शेक्षिक रूप से उन लोगों को मुक्त धार में लाने के लिए हम लोग क्या कर सकते है
05:27जब तक आंकड़े नहीं आएंगा और आंकड़ा पहला पढ़ार है
05:30रियल टैंजिबल वेरिफाइड डेटा हमारे पास आएगा
05:34उसके बाद हम लोग उसमें सुधार कर सकते हैं
05:36लेकिन सरकार की मुझे लगता है कि मनशा ऐसा करने की है नहीं
05:40वो कह रहे हैं क्योंकि सदन के अंदर पहले मना कर चुके थे
05:43और पॉलिटिकली तो जैसा मैंने कहा जब राहूल जी और कॉंगेस पार्टी ने इस मांग को रखा
05:48तो उनको अर्बन नक्सली करार किया गया
05:50तो अचानक इनका मन मदला क्योंकि देश में अब वो अवेरनेस आ गई थी
05:54कि देश के लोग चाहते थे कि हम जाने और यह जो लोग बोलते थे यह देश को तोड़ने का काम है
05:59इस ते जाती बाद बढ़ जाएगा इस सरासर गलत है
06:02मैं फिर दोराना चाहता हूँ
06:04तेलंगानाथ सरकार में जो सेंसिस किया है
06:07उसका जो अबजेक्टिव है
06:08वो सिर्फ किसी की जाती पूछना नहीं है
06:11वो किन हरात में रह रहे हैं
06:13उनकी बच्चे क्या पढ़ रहे हैं
06:16क्या वो खाते हैं कैसे वो रहते हैं
06:18और क्या उनको आगे मदलत करने के लिए हम कर सकते है
06:20तो मोटा मोटा यह हमारा उदेश है
06:22लेकर सरकार का जो बजट आवंदन किया है
06:25इंसेट आफ 10,000 करोज 570 कोड आवंदन किया है
06:29नोटिकेशन में जो कमी आपको मैंने पहली बजा दी है
06:32और यह जो डिले कर रहे है
06:33कोई वज़े नहीं है कि इसको आपने आज अनाउंस किया
06:36और ठीक यही काम उन्होंने किया माईला आरक्शन को लेकर भी
06:40इतना लंबी समय सीमा बांदी है
06:43कि वो कब पूरा होगा कोई जानता नहीं है
06:45तो सरकार सिर्फ ध्यान डाइवर्ट करने के लिए
06:48और इस इशू पे
06:49क्योंकि यह इशू पॉलिटिकल इशू बन चुका था
06:52और कॉंग्रेस और हमारे तमाम जो स्योगी बेल है
06:55इसकी पुर्दोर मांग करते थे
06:56तो कोई ना कोई भाना डालकर आज नहीं इसको स्विकार किया है
06:59लेकिन मुझे नियत में खोड़ दिखता है
07:02क्योंकि जो उनको करना चाहिए था
07:04तक्काल शुरू करना चाहिए था
07:05प्रयाप्त बजट आवंड करना चाहिए था
07:08और जिस सोच के साथ हम लोगों ने इस मांग को रखा था
07:12वो यहां से बिल्कुल जुदा है
07:13इसमें कहीं कोई ऐसा आकड़ा नहीं है
07:16ना कोई सी स्पष्टा है
07:17कि जिस उद्देश के साथ हमने इस मांग को रखा था
07:19उसको पूरा करने की हम कोशिश कर सकें
07:21तो मैं दुबारा दोराना चाहता हूं उन्थ में
07:24कि ये जो सेंसेस की
07:26जो राजनीट हो रही है
07:27इसको बंद करकर सरकार को तुरंट
07:30पभाव से कारवाई करनी चाहिए
07:31और सरकार ने तेलंगाना सरकार
07:34ने जो किया है उस मोडल को अडॉप्ट करें
07:36उसमें सिर्फ सरकार एक census थोब दे, उससे बहतर होगा, एक private participation हो, experts का, scientists का, NGOs का, ताकि collaborative उसमें जो संग्यान लेकर हम एक census नया बना सकते हैं, और जो धन्दाशी अवंडित करी है, पांच, 70 करोड ये बहुत कम है और इसमें हजारों करोडों में खर्च होते हैं, तो सरकार को
08:06आपके कोई सवाल है मापूशे के, okay, so I'll just summarize, the demand for having a caste census was led by the Congress Party and Mr. Rahul Gandhi in particular has been raising this issue for a number of years now, and we all know that the government of India and the BJP in particular have always said that this is something that is unacceptable,
08:34In fact, in a written reply to a parliamentary question, government had said it was not proposing to do any caste census.
08:42Because of the forceful demand of the party and Mr. Gandhi, the current government has now yielded and announced a caste census.
08:52But the facts and the figures state something totally different.
08:56They want to start the census in 2027.
08:59The money required for a full census is about 10,000 crores.
09:03Government has allocated 574 crores.
09:07And the main issue is that when we say we wanted a caste census, the objective was to know exactly in what conditions people of India are living.
09:16Those who have been deprived, who are not in the mainstream, how much have they got education, how much access do they have to government schemes and policy programs,
09:24in what economic conditions are they living, what is their net spending, household incomes.
09:29All that is required for us to do better policy formulation.
09:31The idea is not just to collect data of an individual's caste or a household's caste.
09:36The objective is to know exactly in what conditions these families are living and how we can better curate our policies to substantially help the livelihoods of those people.
09:47Unless we have tangible data, no state government and no central government can actually do targeted interventions.
09:53And that is what we wanted to do.
09:54In that regard, Telangana has done a splendid job.
09:57That caste census was done by including members of the private sector, NGOs, experts and scientists in the field,
10:06so that you have an expansive collaborative effort where you genuinely make an effort to know the real status of families living and houses living in conditions that perhaps we are not aware of.
10:16But the government of the day yielded to the pressure of the Congress party in Mr. Gandhi and has done announcements.
10:23But if you look at the notification, there is no mention of the kind of survey we wanted to get done.
10:29The amount of money that has been allotted is pittance compared to what is required.
10:33So, I fear that the BJP, initially if you recall when the BJP was in opposition, they opposed the Adhaar Cards, they opposed GST, they opposed FDI in Retail, they opposed FDI in Defense, they opposed GST.
10:50But when they came to government, all of those they wanted to implement and take credit for it.
10:55Similarly, the caste census was a Congress issue.
10:57Mr. Gandhi and everybody else asked for this.
10:59They said, they called us urban naqsals and they were not agreeable to accept this demand.
11:08Now, when they sense the mood of the country, they have accepted in principle, but I think there is a lot of confusion and a lot of dissatisfaction in what we had asked for.
11:22So, I urge the government to come out clear and not keep giving extended deadlines, under allocation of budgets.
11:30And again, the idea is to know exactly the status of people living in India and this is the perfect way for us to do it.
11:37Unfortunately, I think the intention of the government is just to buy time, grab headlines and manage the narrative.
11:43So, you were saying that there was no mention of caste in that particular budget notification.
12:05But soon after that, MHA had done a fact check and they have also stated that earlier also it was being clarified on the part of Home Ministry.
12:13And after the meeting of Union Home Minister with the officials, the press statement which was being released, it has been categorically mentioned that caste enumeration will be involved in this census.
12:24So, the MHA has also said that these are all the misleading claims which are being made on the part of the Congress party.
12:30What is your take on it?
12:31Well, the amount of money allocated in the current financial year is 574 crores.
12:37The actual quantum money required is in thousands of crores.
12:40Second, like I mentioned to you earlier, the idea that we have been raising is not just to know the caste of an individual.
12:46The idea was to have an expansive, detailed survey of the conditions in which people live, access to education, access to jobs, access to government schemes and economic situation, social conditions.
13:02Those are all things that we need to know to do better policy formulation.
13:05The objective of the exercise is not just to get the name and the caste of a person.
13:09That I don't think has that much value.
13:11Real value is that you understand in what conditions they are living, how much successful the schemes have been so far,
13:19other targeted budgets and policies, programs reaching the ones that we are intending for.
13:24So, that's what Mr. Gandhi says, X-ray of the country, that is what we require to be done.
13:28And it requires not just government efforts, it requires participation from NGOs, experts in the field,
13:34so that you have, like I said, Telangana government has done a very extensive survey.
13:39That should be the model adopted by the government of India.
13:41That's what we are seeking.
13:42Thank you very much.
14:12प्रेशर में है क्योंकि वहाँ बड़ी कम्मुनिटी है एक लिंगायत है उनके प्रेशर में यह हर 10 साल में सेंसेस होता है इसमें को नई बात नहीं है लेकि इस बाहर क्योंकि हम चाहरे थे कि इसमें जन्गना व्यापक हो और सब की जानकारी स्पश्टूप से आ जाए और उ
14:42सामने लेकर नहीं आएंगे और मुझे नहीं लगता कि किसी एक जाती या एक समाज की बात है यह पूरे देश का सेंसेस हो रहा है और मुझे इसमें इशू यह लग रहा है कि सरकार ने बहुत देरी करी है ऐसे लगपक साथ देश हैं साथ जिन्होंने 21 और 23 के बीच में सें
15:12तो महिला आरेक्शन में का जा आपने बिल पास करा है कब लाग होगा कि जो पता ही नहीं है तो यह सब अनाउंस कर देते हैं और फिर अपनी सुविदा नुसार इसको टागेट करते हैं तो हम चाहरे हैं इसमें विलम ना हो क्योंकि और यह एक बार जब शूरू हो जाएग
15:42यह है कि जो अपने इंगलीज में बोला है जिसका जबाब दिया है कल ग्रहम अंत्राली ने इस पर पूरा पस्तिकरन देते हुए तारिख भी गिनाईती 30 अपरेल का जिक्र किया चार जून का पंद्रे जून का और लिंक भी शेयर किये और कहा कि एक ब्रहमक प्रशार किया
16:12यह अबाउट टर्न जो है ना जुलाई 2021 में सरकार ने लोगसवा में कहा मैं कोट कर रहा हूं no such decision regarding caste inclusion in census सितंबर 2021 में सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने एफिडेविट दिया और कहा कि caste census exclude किया जाएगा सिर्फ सेस्ट इंक्रूट किया जाएगा और एक conscious policy निरने हैं सरकार न
16:42अप्रेल दिवाद 24 में प्राहन मतीज ने खुद कहा कॉंग्रिस को कि अर्बन नक्सलियों की सोच वाले लोग हैं जिस मांग को रखते हैं और 30 अप्रेल 25 को आपने अनौंस कर दिया तो यह सब जो पुरा घटना करा हम है पिछले सालों का इसको देखकर इसमें मैं कहां प
17:12और हम तो कहने हैं आप पैसा डंग से अराट कर दीजिए जरुवत हैं आपने 570 कोड़ पर दिये हैं तो कहां से सेंसिस पूरा होगा और जो हम मांग कर रहे हैं कि हम लोग चाहते हैं कि पूरा व्यापक सर्वे हो पता पड़े सोशल, एजुकेशन, पॉलिटिकल, फैनैं�
17:42कि हम इसको श्रेल हैं लेकिन इबात सच है इसकी मांग आई कहां से थी किस बाजपा के निता ने पहली बार कांके कहां से होना चाहिए हमिश्या मना करते रहे आप मजाख उड़ाते रहे आप उसरे थे हम लोगों को अब एकदम से जो मन परिवर्थित हुआ है तो सोचना �
18:12बाकी 60 देशों ने किया है संचस कुविड के बहाने से आप में डिले किया लेकिन अब क्यूं डिले कर रहे हैं ठीक जो महिला आरक्शन को लेकर उन्होंने जो सित्ती बना रखी है अरने की अनौंस कर दिया लागू का वों को पता नहीं ऐसा क्यूं और जवाब देने को त
18:42कहां वो कर लीजेगा अच्छी तरह कर लीजेगा
18:44सर्कार ने हमारी मांग को मान लिया है और जबरदक दबाव होगा तब ही सरकार मान नहीं है
19:14सरकार बहुत जिद्धी है अगर माना है तो आप समझ लीजेगा बहुत दबाव होगा तब ही माना है लेकिन माना पूरे मन से आदे मन से अभी जानकार ही मेरे पास नहीं है हमें लगता है कि सकाई नहीं इसमें नियत में कोई भी कमी है क्योंकि जिस पश्टा से जिस तरीक
19:44करनल बीजेपी डफ्तर में एक कॉंफेंस हो रही है और इसी विशय को लेकर के सुदाशु त्रिवेदी ने कॉंगर्स पारोप लगाया है कि दृष्टी दोश का शिकार है कॉंगर्स और बिहार में जो बीजेपी अलाइंस की सरकार है उन्होंने पहले जाती का सर्वे किया �
20:14भारतिये जनकाव पार्टी जादिकत जन्गन्ना के सक्ट खिलाफ थी इसके लिए कोई प्रमान नहीं चाहिए जब स्वें पधान मंत्री कहते हैं कि जादिकत जन्गन्ना मांगने वाले लोग अरुबन नकसिली की सोच रखते हैं इससे बड़ा क्या प्रमान चाहिए आप
20:44कि एक डम से आप मान रहे हैं घोष्णा कर रहे हैं लागू नहीं कर रहे हैं डियाई लैकिन पैखा नहीं दे रहे हैं और हमने पह दो रहाना चाहता हूं यह संक्रीन सोच लेके की सरब हम किसी विक्ति की जाती जाना चाहते हैं इसा नहीं इए उसका पूरा बै�ante
21:04और उसका समाजिक हालात, उसके आर्थिक हालात, उसके शेक्षिक हालात, जब तक वो नहीं सामने आएंगे, तब तक कास जानके अब क्या कर लेंगे?
21:12तो ये जो भ्रह्म फिला रहे हैं कि ये समाज को तोडने वाली मांग है, इसमें जाती बाद फैल जाएगा, ऐसा नहीं है, सारे आखरे आएंगे, तब हम कुछ आगे कर सकते हैं, मेरा सर्व इतना कहना है, कि भारतियंता पार्टी, आज क्रेडिल मेन आप उदारन दिये न, �
21:42और ये भी इसमें करना चाह रहे हैं, कोई दिक्कत नहीं, आपने मांग को माना बहुत धन्यवाद आपका, लेकिन ब्रहमित करकर, सिर्फ खाना पूर्ती करकर पूरा करेंगे, तो वो सही नहीं होगा, इस पर तथ्यात्मक कारवाई करनी चाहिए, आखरों के साथ आगे ब
22:12सरचिन जी, क्योंकि बिहार में विधान सभा का चुनाव है, कास सेंसिस का मुद्धा कॉंग्रिस पार्टी ने बड़े जोर शोर से उठाया, आपको लगता है कि क्योंकि सरकार ने ये एलान कर दिया है, तो ये मुद्धा कहीं न कहीं छीन लिया कॉंग्रिस पार्टी से सर
22:42तो मैंनी समझता हूं इसने कोई श्री नेने का किसी को होड है कोगी सब जान रहे हैं ऐसा नहीं कि कोई जानता नहीं है और पिछले कुछ सालों में जो स्टेटमेंट्स बाजपा के लेताओं ने दिये हैं स्वेंप धानमती जी ने दिये हैं वो साफ दिखलाता है कि इनका क्
23:12करते हैं लेकिन आदे मन्से कैं आप साथ कहना चाहता हो कि आदे मन्से किया है सुर्फ खाना पूर्ती कर रहे हैं और जिस उड्देश के चाथ हमें इस मांग को रखा था उसको पूरा नहीं करना चाहते हैं
23:21सचीन जी आपको लगता है पुछले दस साल में हास तक कोई डाता किसी चीज का डाता इस सरकार में लें डखा है और जो काम भी किया है चाहे PM केर फंड हो चाहे एलेक्टर बॉंड हो कोई भी काम किया है आधा है दूरा और सिर्फ हैमी समी हो और सिर्फ बाते ज़ादा गरिय
23:51ठीक नहीं है जो आपने सारे कारण गिराए एन उनी कालों के बाद हमें लगता है कि इनके जो एक ओवर साइट होती है और रखना बहुत ज़रूरी है और इस जिए सरकार में तमाम जो संस्था हैं एए नने से सो है बाकी संस्थाएं काफी आखनो में कझ्यूसी करते हैं औ
24:21कह रहा हूं जनता देश विदेश में समझ रही है कि जो आकड़े हैं उसकी गुनवत्ता उसकी विश्वसनियता पर संदे लोगों को हो रहा है इसलिए बहुत जरूरी है कि हम लोग सपर्क रहें और हकीकत सामें लेकर आएं और सरफ आलोसना करने के लिए विपक्ष में नही
24:51सब्सक्राइब कर सकते हैं तो यह सरकार ने समझ लिया है कि जितने कम आकड़े दो उतनी कम आलोसनावारी होगी
25:21हालो हालो हालो पाइलिट शाब इसमें जब भी ऐलान हुआ उसके बद सरकारी सूतरों से पता चल रहा है कि जो नाशनल पॉपलेशन रेजिस्टर है उसको अपडेट ने किया जाएगा सेंसिस के साथ साथ और आपको याद है कि नर्सी को लेके लगातार मोधी सरकार ने व
25:51इन पी आर को अपडेट ना करना कि आपको लगता है कोई एक एक एग्जिट रूट सरकार नर्सी से तलाश रही है क्योंकि काफी विवाद कड़ा हुआ था मुसल्मानों को टार्गेट करने के बात हुई थी
26:03कि मौसमी जब तक ये बात अधिकरित रूप से सामने ही आती मैं कुछ कहना नहीं चाहता हूं क्योंकि सूत क्या कह रहे हैं मुझे पता नहीं लेकिन सरकार ने जो नोटिफिकेशन इसू किया है उसमें चर्चा कर सकते हैं सरकार ने जो लिखे जवाब पार्लिमेंट में द
26:33कि तरहें पार दर्षता रखनी चाहिए क्योंकि यह सब किसी एक डल किसी सरकार की संपति नहीं पूरे देश की संपति है और हर नागरिक और देश के लोगों अधिकार है हकीकत जानने का आखने समझने का सचिन जी मैं पूनम हूं अमरुचाला से मैं पूछना चाहती हूं
27:03अधिक यह सब आहम मुद्धे हैं और जो जाती-जेंगरणा का वसला है यह कह देना और करना दॅनों मेंँ अर। ठभी है तो यहा क्या है और हम सब काम करेंगे हैं
27:08जिन गरना का मसला है ये कह देना और करना दोनों में फर्क भी है तो लगता ही कि आप जाएंगे आप जो कह रहे हैं मैं बिल्कुल वही कह रहा था और हम सब काम करेंगे देखिए हम विपक्ष में होने का मतलब है कि हमें सरकार की जवाबी ते करनी है और सरकार की कत्री करने म
27:38लेकिन हम लोग भी जनता के साथ रहे कर क्योंकि इस लोगतंतर में सबसे बड़ा अगर होता है तो पब्लिक का होता है जनता का होता है तो सारी बाते लेकर पब्लिक की बीच में जाएंगे और जो इशुज हैं वो जनता के दवाव के मादियम से हम सरकार को हराल मजबूर करे
28:08सचिन जी एक तस्वीर आपकी और गैलोजी की वीडियो बहुत ज्यादा वाइरल हुए क्या वो भी खुले दिल से आप लोगों का मिलना था या कुछ था उसके पीछे भी हेड्लाइन मेनेजमेंट कास सेंटर्स जादी का निगंदा उस पर आज मैं चर्चा कर रहा हूं
28:33सर्कार जो भी तेरे का रॉप्ट करें कंड़ोटेटेव हो जोगे कि सुझाव लिये जाए और जो अगर बेस्ट पैक्टिसेस हमारे सामने आ रहे हैं तो उसमें कुछ सुझाव लेने में क्योंकि आपके नहीं चाहिए क्योंकि आप
29:03अगर बेंगे तो समय और कम लगेगा पहले समय ज्यादा लगता था लेकिन यह डेटा वेरिफाइबल हो और अथेंटिक हो टैंजिबल हो और उप्योग में लाने लायक हो और हम सुझाव अगर दे रहे हैं तो सरकार को सुझाव मान लेने चाहिए और ऐसा नहीं है कि तेल
29:33पूछा जानते हैं तो क्या सवाल का जवाब आ रहा है उतना महत्म होता है क्या सवाद पूछा जा रहा है तो वाट इस विंग आस्ट इस अपॉर्टन्ट अस वाट थे आंसर इस तो यह सारी चीजें टेकनिकल और एक कंसेंस बना के इसको करना चाहिए लेकिन मैं कह रहा ह
30:03पूछा निवस पर दो पूस्टिन है यह आपने बोला कि सरकार ने मन बदल लिया तो आपके इस अब से क्यों मन बदल लिया इसका पीछे कारण क्या है और सेकेंड ली राहूल गांधी कंटिनिवास जो डिमांड कर रहा है वह अभी होने जा रहा है तो आप सब्सक्राइ�
30:33राहूल गांधी जी की आज की नहीं है कई सालों से इसको मांग को उठा रहे है और यह पूरी पार्टी ने वर्किंग कमिटी ने सब लोगों ने बहुत सोच समझकर इस निने को लिया था लेकिन आपने पहला सवाल कहा कि सरकार ने क्यों मान लिया इसका जवाब किसी के ब
31:03इस पैदा करी पूरे देश में राहूल जी के माद्यम से कि लोग इसको डिमान करें इस पर दबाव बनाएं और अल्तिमेटली मैं ने देखा है कि सरकार कोई सीपी हो लेकिन जो पब्लिक का प्रेशर होता है उस पे लोगों को जुबना पड़ता है तो कॉंग्रेस और जन
31:33झाल