00:00One time, one of them, Kaki and Mintu and Pinkie are two brothers.
00:05They got every single guy after the final meeting.
00:20There are many people in the jungle who talked about it,
00:23but these boys have always been to the ground.
00:27It was very difficult to ask.
00:29ुशे कहानिया सुनना और नई जगहों को खोजना बहुत पसंद था।
00:59अरे पिंकी, वो क्या है? जंगल की तरफ से इतनी तेज रोशनी क्यों आ रही है?
01:10पाता नहीं भिया, कोई जादूई सकती होगा।
01:14मिंटु के अंदर का खोजी तुरंत जाग उठा, वह उस जमक के पीछे का रहस्य जानना चाहता था।
01:20उसने पिंकी का हाथ पकड़ा और बिना कुछ सोचे समझे जंगल की ओर दोड़ पड़ा।
01:30पिंकी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन मिंटु की उद्सुकता के आगे उसकी एक न चली।
01:38जैसे जैसे वे जंगल के अंदर बढ़ते गए, हवा में एक अजीब सी खुश्बू फैलने लगी और बेड़ों की पत्तियों से मधुर संगीत सुनाई देने लगा।
01:47जंगल और भी घना होता जा रहा था। लेकिन जमक उन्हें अपनी और खींच रही थी। वा, कितनी अच्छी खुश्बू है और ये संगीत भी कितना प्यारा है।
02:05बिया मुझे डर लग रहा है। ममी ने कहा था कि जंगल में नहीं जाना चाहिए। डरने की कोई बात रही। पिंकी, ये तो कोई जादूई जगे लग रही है। हमें देखना चाहिए कि ये चमक कहा से आ रही है।
02:35स्वागत है बच्चों, मुझे पता था कि तुम यहां आओगे।
02:48आप कौन है? और ये चमक कहा से आ रही है?
02:51मैं इस जादूई जंगल का संरक्षक हूँ, गुरू जी और ये चमक यह जीवन के स्रोतकी है, जो इस जंगल को शक्ती देता है।
02:59जरूर, लेकिन तुम्हें पहले एक काम करना होगा। इस जंगल पर एक काली छाया मंडरा रही है, जो इस स्रोतकी शक्ती को चुराना चाहती है।
03:11गुरू जी ने बच्चों को बताया कि वर्षों पहले जंगल में एक शक्ती शाली जादूगर रहता था, जिसका नाम काली छाया था।
03:19वह अपनी शक्तियों का गलत इस्तिमाल करता था, और सभी जानवरों को डराता था।
03:24गुरू जी ने उसे एक जादूई पिंजरे में कैद कर दिया था, लेकिन अब वह पिंजरा कमजोर हो रहा था, और काली छाया आजाद होने वाला था।
03:33यदि वह जीवन के स्रोध की शक्ति चुरा लेता है, तो पूरा जंगल सूख जाएगा और उसकी सारी सुन्दर्ता नश्ट हो जाएगी।
03:42हम आपकी मदद करेंगे गुरू जी, हम काली छाया को रोकेंगे।
03:46हाँ, हम इस जंगल को बचाएंगे।
03:49तुम दोनों बहुत बहादुर हो, लेकिन यह आसान नहीं होगा, तुम्हें रास्ते में कई चुनोतियों का सामना करना पड़ेगा, तुम्हें सच्चाई, बहादुरी और धया का इस्तिमाल करना होगा।
04:02गुरुजी ने उन्हें एक जादुई नक्षा दिया, जिस पर जीवन के स्रोत का रास्ता दिखाया गया था, और कुछ जादुई कंकड भी दिये, जो उन्हें खत्रे से बचाने में मदद करेंगे।
04:13उन्होंने बच्चों को समझाया कि जीवन के स्रोत तक पहुँचने के लिए उन्हें तीन जादुई बहेलियों को सुलजाना होगा और तीन जादुई जानवरों की मदद लेनी होगी।
04:24मिन्टू और पिंकी ने गुरु जी को धन्यवाद दिया और अपनी यात्रा बर निकल बढ़े।
04:39नक्षे के अनुसार उन्हें सबसे पहले हस्ते हुए फूलों के मैदान तक पहुचना था।
04:44मिन्टू और पिंकी ने मिलकर गिलहरी का पैर निकाला और उसे सहारा देकर पेड़ पर वापस चड़ने में मदद की।
05:07गिलहरी बहुत खुश हुआ और उसने उनका धन्यवाद किया।
05:10तुन्नो बहुत अच्छे हो, मेरा नाम टुन्नू है, मैं तुम्हारी कैसे मदद कर सकता हूं।
05:15हम जीवन के स्रोत तक जा रहे हैं, क्या तुम हमें हस्ते हुए फूलों के मैदान का रास्ता बता सकते हो।
05:23Oh, yes, I can show you a path. I know the jungle. I know the people.
05:29The man saw the path of the trees.
05:41They were coming to the forest, and they were red.
05:48There was a big stone in the forest, which was written first.
05:53।
06:03।
06:17Shant Jheel Ka Rastata
06:23Tunnu Unhain Shant Jheel Ka Rastata
06:25Shant Jheel Ka Rastata
06:26Rastate Ma Unhain Eko Pishal Bhālū Mila
06:28Jho Eko Pede Ke Niche So Raha Tha
06:31Vah Itna Badaa Or Bhaari Tha
06:33Ki Unhain Laga Ke Vae Usai Pair Nahin Karpaayengu
06:36Yhe Kitna Badaa Bhālū Hai
06:37Hame Isai Kaisai Pair Karengu
06:40Hame Isai Jagaana Nahin Chahiyai
06:42Nahin Toh Yek Gutsa Ho Jayega
06:44तभी टुन्नू ने एक तरकीब सोची, उसने पास के पेड़ से कुछ जामुन तोड़े और भालू के पास फेंक दिये
06:51भालू को मीठे जामुन बहुत पसंद थे, जामुन की खुश्बू से उसकी नींद खुल गई
06:58ओ, जामुन ये कहां से आई?
07:00मिन्टू और पिंकी ने टुन्नू की मदद से और जामुन तोड़े और मोटी भालू को दिये
07:18मोटी खुश हो गया और उन्हें शान्थ जील तक ले गया
07:22जील का पानी बिलकुल शान्थ और साफ था, जिसमें आकाश का प्रतिविंब दिख रहा था
07:28जील के बीच में एक छोटा सा द्वीब था, जिस पर दूसरी पहेली लिखी थी
07:43मैं दिन में नहीं दिखता, रात में ही चमकता हूँ
07:46मैं अंगिनत हूँ, फिर भी मुझे गिनना मुश्किल है
07:50मैं क्या हूँ?
07:53ये तो तारे है
07:53जैसे ही मिन्टू ने जवाब दिया, जील के पानी से एक जादूई मचली निकली
07:58जिसने उन्हें तीसरे और अंतिम स्थान की ओर इंगित किया
08:02रहस्य मई पहाडी की छोटी
08:04मोटी भालू ने उन्हें रहस्य मई पहाडी तक पहुँचाया
08:07पहाडी की छोटी पर पहुचने का रास्ता बहुत उचा और पत्थरी ला था
08:13मिन्टू और पिंकी चढ़ाई करते हुए ठक गए थे
08:16लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी
08:18मैं और नहीं चल सकती भीया
08:31हिमत रखो पिंकी हम लगभग पहुचे गए हैं
08:36हमें काली चाया को रोकना है
08:37अंत में वे पहाडी की छोटी पर पहुचे
08:40वहां उन्हें एक बड़ी सी गुफा मिली
08:53जहां से काली चाया की नकारात्मक उर्जा महसूस हो रही थी
08:57गुफा के प्रवेश द्वार पर तीसरी और अंतिम पहेली लिखी थी
09:03मैं तुम्हारे अंदर रहता हूँ
09:05मैं तुम्हें मजबूत बनाता हूँ
09:07मैं तुम्हें सही रास्ता दिखाता हूँ
09:10जब तुम डरते हो
09:12मैं क्या हूँ
09:13जैसे ही पिंकी ने जवाब दिया
09:15गुफा का प्रवेश द्वार खुल गया
09:18और उन्हें अंदर का रास्ता दिखाई दिया
09:31अंदर पहुँचकर उन्होंने देखा
09:34कि काली छाया जीवन के स्रोत की शक्ति को चुराने की कोशिश कर रहा था
09:39वह एक विशालकाय और डरावनी आकरिती में बदल गया था
09:43जिसकी आँखें लाल थी
09:45हाँ हाँ हाँ तुम छोटे बच्चे मेरा क्या भिगाड लोगे
09:48अब यह जंगल मेरा होगा
09:50हम तुम्हें ऐसा नहीं करने देंगे
09:52तुन्नू और मोटी ने अपनी जादूई कंकडों का इस्तिमाल किया
09:56उन्होंने कंकडों को काली छाया पर फेका
09:58जिससे एक जादूई रोश्नी निकली
10:01और काली छाया कमजोर पढ़ने लगा
10:03not much of help
10:14but the new children
10:15and children
10:20and young people
10:23here
10:28where they have
10:30up
10:33Kālu Ććayya ki saari shakti samaapth ho gai
10:49और वह एक छोटे, कमजोर प्राणी में बदल गया.
10:52जीवन का स्रोत अपनी पूरी जमक में वापस आ गया
10:55और जंगल फिर से जीवन्त हो उठा.
11:12फूल और भी रंगीन हो गए.
11:19जर ने और भी तेज बहने लगे और हवा में मधुर संगीत कूँजने लगा.
11:33तुम दोनों ने इस जंगल को बचा लिया, बच्चों!
11:37तुम्हारी बहादुरी और दया ने हमें काली चाया से मुक्ती दिलाई.
11:41हम बहुत खुश हैं कि हम जंगल की मदद कर पाए.
11:45यह हमारे जीवन का सबसे बड़ा रोमांच था.
12:15तुम्हें समझ गए कि उनके बच्चों ने एक अविश्वस्निय काम किया है.
12:21उस दिन के बाद, मिंटू और पिंकी को गाउं में जादूई जंगल के रक्षक के नाम से जाना जाने लगा.
12:27वे अकसर गुरुजी से मिलने जंगल जाते थे और जंगल के जानवरों के साथ दोस्ती करते थे.
12:34जंगल हमेशा के लिए सुरक्षित हो गया और मिंटू और पिंकी ने सीख लिया कि सबसे बड़ी शक्ती हमारे अंदर की बहादूरी, दया और सच्चाई होती है.
12:42जंगल में अप्शांती और खुशाली थी. पक्षी गाते थे, जानवर खेलते थे और जीवन का स्रोथ हमेशा अपनी जादूई चमक बिखेरता रहता था.