Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। एयर इंडिया (Air India) का प्लेन बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा। मेस में खाना खा रहे छात्र चपेट में आए। रोटी-दाल से सजी थालियाँ अब तबाही की गवाही दे रही हैं। देखिए हादसे का दर्दनाक दृश्य और प्रतिक्रिया।
00:33बरह जून की दोपह एहंदबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की मैस में रूस की तरहे चहल पहल थी
00:43धके हुए ट्रेनी और जूनियर डॉक्टर्स क्लास और ड्यूटी से लट कर खाना खाने बैठे थे
00:50थालियों में रूटी, दाल, सबजी और चावल परों से गए
00:54कुछ हस्ते हुए बाते कर रहे थे, कुछ मोबाइल पर नजरे गड़ाए थे
00:59और कुछ जल्दी जल्दी खा रहे थे, ताकि थोड़ी देर आराम कर पाएं
01:04किसी को क्या पता था, कि अगला पल उनकी जिन्दकी का आखिरी पल होगा
01:09दोपहर एक बच कर 38 मिनट पर सब कुछ बदल गया
01:13एर इंडिया का बोईंग ड्रीम लाइनर 787-8 जो हमदवाद एरपूर्ट से उड़ान भर चुका था
01:21अचानक तकनीकी खरावी के चलते नियंत्रन खुब बैठा
01:25और शहर के सबसे घने इलाके में जागिरा
01:28बीजे मेडिकल कॉलेज के उसी हॉस्टल पर जहां मैस में चात्र खाना खा रहे थे
01:33तेज धमाके से पूरी जमीन हिल गई आसमान में धुआ और आग के गुबार उठे
01:39विमान सिधा हॉस्टल की बिल्डिंग से टकराया और एक हिस्से में जाकर धस गया
01:45चत और दिवारे चूर चूर हो गई जो मैस कुछ पहले जिंदगी से भरी थी अब वहां सर्फ खामूशी चीखें और राख बची थी
01:56टेबल पर थालियां जसकी तस पड़ी थी कुछ पर रोटी थी कुछ में तूटे निवाले कुछ में दाल और भी गेली थी
02:04लेकिन सब पर अब राख चमी थी जैसे किसी ने सपनों पर धूल डालती हूँ कुसियां उरट चुकी थी गलास फर्ष पर थे और जगह जगह खून के धबबे सर्जिकल गलफ्स इधर उधर बिखरे पड़े थे जो इस बात की गवाही दे रहे थे कि वहां बैठे लोग �
02:34रहे विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई जिन में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजर रुपानी शामिल रहे केवले गयात्री रमेश विश्वास कुमार चमतकारिक रूप से जिन्दा है हौस्टल की बिल्डिंग भी पूरी तरह से एक शती गरस्
03:04टाटा सम्हू जिसे एर इंडिया का स्वामित्व प्राप्थ है मानवयता की मिसाल पेश्ट करते हुए प्रती एक मृतक परिवार को एक करोड रुपए की सहायता राशी देने का एलान कर चुका है इसके लवस सम्हू ने ये भी कहा कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च �
03:34हामीशा के लिए सो गई क्या दाल में दोबारा वही सोंधी खुश्बू आएगी क्या उन अधिखाए निवालों में फिर वही सपनों की फूक जिन्दा होगी इस हाथ से ने सिर्फ जाने नहीं ली इसने अनगिनत अधूरे सपनों अधूरी हसी और अधूरे लंच की कहान