Iran Israel War: इज़रायल-ईरान युद्ध (Israel-Iran War) के बीच ईरान (Iran) में 20 जून की शाम 9 बजकर 19 मिनट पर 5.1 तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake in Iran) आया...जिसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था...भूकंप के इस झटके को तेहरान समेत कई इलाकों में महसूस किए गए थे...वहीं इससे ठीक पहले 15 जून को ईरान के ही फोर्डो (Fordo of Iran) के पास 2.5 तीव्रता वाला बेहद ही हल्का भूकंप आया था...जिसपर ज्यादा गौर नहीं किया गया था...लेकिन 20 जून को आए भूकंप ने वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के कान खड़े कर दिए हैं...आशंका इस बात की जताई जा रही है कि कही ये न्यूक्लियर एक्टिविटी (Nuclear Activity) के संकेत तो नहीं हैं
00:22भूकम्प गुदरत का एक ऐसा कहर जिस पर इंसानों का कोई बस नहीं चलता
00:27लेकिन इरान में एक के बाद एक महज एक ही हफते में दो बार भूकम्पाना
00:33ना किवल किसी बड़े खत्रे का संकीत दे रहा है बलकि एक नया संधे पैदा कर दिया
00:39वो क्या संधे है? इसे जाननी से पहले जान लीजे कि इरान में 20 जून की शाम
00:449 बचकर 19 मिनट पर 5 दशमलव एक तीवरता वाला भूकम्पाया
00:50जिसका केंदर 10 किलोमिटर की गहराई पर था
00:53भूकम्प के इस जटके को तहरान समीत कई एलाकों में महसूस किया गया
00:58वहीं से ठीक पहले 15 जून को इरान के ही फोर्डो के पास 2 दशमलव 5 दीवरता वाला भीहधी हलका भूकम्पाया
01:08जिस पर ज्यादा गौर नहीं किया गया लेकिन 20 जून को आए भूकम्पने वैग्यानिकों और विशेशक्यों के कान खड़े कर दिये
01:15आशंका इस बात की जताई जा रही है कि कहीं ये न्यूकिलर एक्टिविटी के संकेत तो नहीं
01:21कहीं इरान इसराइल का ये वार न्यूकिलर वार की तरफ तो नहीं बढ़ रहा
01:25अगर ऐसा हुआ तो पूरी दुनिया पर खत्रा मंडरा जाएगा
01:29इसके साथ ही डर इस बात का भी है कि कहीं से तीसरा विश्वयुद्ध शुरू ना हो जाए
01:35चलिए समस्ते हैं विशेशक्यों ने इस बारे में क्या-क्या आशंकाएं जताई
01:40दरजल विशेशक्यों की माने तो भूकांब का वक्त और जग है
01:44खासतोर पर आशंका पैदा कर रहा है
01:46क्योंकि परमाणू गतिवीधियों की अटकलें तो चल ही रही है
01:49नुकलिर रिडियेशन की भी चर्चा तेज है
01:52उसी बीच जब इस्राइल ने इरान के नतांच इस्फाहान और फोर्डो जैसे परमाणो ठेकानों पर हामले किये
01:59और सैटलाइट्स की तस्वीरों में भी नुकसान के संकेत मिली है
02:04वहीं दूसरी तरफ राहत की बात है कि विशेशक्या ये भी मान रही है
02:08कि इरान अलपाइन हिमालियन सिस्मिक बैल्ट पर इस्थित है
02:12जहां हर साल आउसतन 2000 भूगम पाते हैं
02:17उनमें करीब 16 भूगम ऐसे होते हैं जिनकी तीवरता 5 या फिर उससे अधिक होती है
02:23बाकि उससे कम ही होते हैं
02:25एक रिपूर्ट के मुताबिक 2006-2015 के बीच इरान में 96,000 से ज्यादा भूगम के जटके महसूस किये गए
02:34अब सवाल ये है कि क्या नुकलियर एक्सपेरिमेंट से अर्थ क्वैक आता है
02:39इस बारे में USGS और CTBTO जैसे संगठनों की मानी तो नुकलियर ब्लास्ट भूगम के तनाव को ट्रिगर कर अर्थ क्वैक ला सकते हैं
02:49हलकि ये विस्पोर्ट कम तीवरता वाले होते हैं जो कुछ ही किलोमीटर की रेंज तक लिमिटेड रहते हैं
02:55वही वास्तविक भूगम भी P-Wave और S-Wave दोनों होते हैं लेकिन नुकलियर ब्लास्ट के वजह वाले भूगम में केवल P-Wave पैदा होती है
03:04इसके लावा बार कर ले सिस्मोलोजी लैब और नैशनल जियोग्राफिक की माने तो भूगम के तरंगों का विशलेशन कर नैचरल और नुकलियर अर्थक्वेक के बीच अंतर पता लगा जा सकता है
03:15अब जहां तक एरान के दोनों भूगम पूगा नुकलियर टेस्ट या फिर मिलिटरी अक्टिविटी की बात है तो उसे कोई ठोज समंध नजर नहीं आता
03:25ये दोनों भूगम पूरी तरह से नैचरल बताय जा रहे हैं फिर भी ये जरूर कहा गया कि भले ही नुकलियर टेस्ट वाली बात आफ़ा हो लेकिन सतर्कता निगरानी और सैंटिफिक अनलेसिस बहत जरूरी है
03:38बहराल इस खबर में इतना ही तमाम बड़ी जानकारी और अपडेट्स के लिए आप बने रहे वन इंडिया हिंदी के साथ