Air India Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुर्घटना में किसी यात्री या क्रू मेंबर के बचने की उम्मीद नहीं है। यात्रियों में एक महिला भूमि चौहान (Bhoomi Chauhan) सौभाग्यशाली रही कि अहमदाबाद (Ahmedabad) के व्यस्त ट्रैफिक ने उन्हें बचा लिया।
00:00गुजरात के हमदाबाद में अब तक की सबसे बड़ी एरोप्लेन दुरुगटना हुई और इस दुरुगटना में 200 से जादा लोग मारे
00:09एर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुरुगटना ग्रस्त होने के बाद किसी भी यात्री और यहां तक की क्रू के बचने की कोई उमीद नहीं थी
00:18लेकिन भगवान जिसको सांसे देता है वो किसी भी हाल बे बच जाता है एक व्यक्ति जो की इमर्जिंसी खिड़की के पास बैठा हुआ था वो बच गी इसके अलावा कई ऐसे लोग भी हैं जिनकी किसमत ने साथ दिया या यूँ कहिए फ्लाइट छूटने का उन्हें गम
00:48गुजरात की ही सक्स हैं जिनकी फ्लाइट छूट गई थी दरसल वो सौभागसाली महिला प्रैफिक मतफस गई जिसके बाद वो पच गी प्रैफिक में फंसने के कारण वो दस मिनट की देरी से पहुँची और ऐसे मेरे सरदार वललव भाई एयर बोट पर पोंसते ही उन्ह
01:18लेकिन भूमी चवहान आगे कहती हैं कि इस हादसे की सुचना मिलने के बाद वो बूरी तरह से थाप नहीं पैर हिलने लगे काफी देर तक वो सदमे में रही क्योंकि सिर्फ 10 मिनेट लेट होनी की वज़े से उनकी फ्लाइट छुट गई और वापस उन्हें खर आना पला �
01:48उड़ते ही क्रैस होगे वीडिया से वाचीत करते हुए भूमे ने वताया है कि इस घटना की जानकारी के बाद उनका दिमाग उस देर के लिए सुन हो गया था वो अपने घर किसी तरह लौट आई
01:57क्या कुछ कहा है वो में ने एक्षुली मैं वापिस लंडन जा रही थी और मेरी फ्लाइट का टाइम था एक दस का तो हमें पहुंचते थोड़ा बारा बीस हो चुकी थी और बारा दस को एर इंडिया वालों ने चेक इन और सब कुछ करना बंद कर दिया था मैं वहां पे �
02:27लेकिन उन्होंने और उनकी स्टाफ स्टाफ भी आयते हुं सबसे मैंने रिक्वेस्ट की लेकिन वो तीनों जन ने मुझे वापिस ही बेच दिया कि नहीं मेडम अभी दस मिलिट की आपकी लेट की वज़े से हम लोग को और पंदरा मिट हो सकता है तो फिर इसलिए मुझे �
02:57जब आपको पता चला है कि प्लेइन क्रेस हुआ तब आपके थे और कैसे फिल हुआ जब पता चला तब हम अल्मोस्ट ओ एरपोट से तो घर के लिए निकल चुके थे और हम लोग गाडी में ही थे और तभी हमने नियूज देखा कि ऐसा प्लेइन क्रेस हुआ है और एड़
03:27लेकिन दूसरी सेड़ ये भी था कि ये जो इंसिडेंट हुआ है वो बहुत ही थोड़ा टैरिफाइड है।
03:33दरसल भूमी बिस्टल लंदन जाने वाली थी। वो लंदन में पती के साथ रहती हैं और छुट्टियों में भारत आई थी।
03:40उनके पती अभी बिटन में ही हैं और सिर्फ दस मिनेट की देरी के कारण वो ट्रेवल नहीं कर पाई।
03:45ऐसे और भी तमाम लोग हैं जिनके परिवार लंदन में थे और वो अपने परिवार से मिलने जा रहे थी। लेकिन ये उनके लिए आखरी सफर हुआ और लंदन महुचना तो दूर एहमदाबाद की सीमा तक वो पार नहीं कर पाए और हमेशा के लिए अलगदा पहती।
04:00हाला कि भूमी की किसमा अच्छी थी कि ट्रैफिक के कारण उन्हें एरपोर्ट तक रूचने में देर हुई और जब उन्होंने एरलाइन को प्रैश को बात चुनी तो वो सन रहे इनका कहना है कि मुझे मेरे गड़पती बपा ने बचा लिए। फ्लाइट छूटने के बा�
04:30कि अच्छी थी घूटने कि अच्छी थी य। अच्छी तूटने कि आप नचे लाप बचा लाप न्या है